♦एस डी एम ने जल्द ही समस्या समाधान का दिया आश्वासन
रूदौली फ़ैज़ाबाद । फ़ैज़ाबाद जिले के पश्चिमी छोर पर स्थित रूदौली तहसील के किसान आजकल छुट्टा जानवरो से हैरान व परेशान है ये छुट्टा जानवर किसानों के लिये अभिशाप साबित हो रहे हैं। बारिश के मौसम में भी किसानों ने इन दिनों फसलों को बचाने के लिये अपना घर छोड़ खेतों में डेरा डाला दिया है। अन्नदाता फसल की रखवाली के लिये रात भर जागता है इसके बावजूद मवेशी खेतों में घुसकर फसलों को चौपट कर देते हैं।जिससे आजिज आकर ग्रामीणों ने सकी शिकायत क्षेत्रीय विधायक राम चन्द्र यादव व उपजिलाधिकारी अधिकारी रूदौली से की।शनिवार की शाम ग्रामीणों की शिकायतों पर अशरखपुर गगरैला पहुंचे एस डी एम टी पी वर्मा व नायब तहसीलदार नर सिंह नरायन वर्मा ने ग्रामीणों से मिल कर समस्या से निदान दिलवाये जाने का आश्वासन दिया ।बताते चले कि पूरे तहसील क्षेत्र के गांवो में किसानों की नगदी फसल गन्ना व धान आदि छुट्टा जानवरों के निशाने पर है ।
क्षेत्र के अशरख पुर गंगरैला ,रानीमऊ ,सुल्तानपुर सहित दर्जनों गांवों में इन दिनों छुट्टा जानवरों से फसल बचाने के लिये किसान जद्दोजहद कर रहे हैं। किसानों के सामने सिर्फ यही चिंता है कि छुट्टा जानवरों से फसलें कैसे बचायी जायी। इसके लिये किसानों ने घर छोड़ खेतों में ही डेरा जमा रखा है।
[su_box title=”हरे भरे खेतों में कम से कम 15 से-20 गौवंशीय मवेशियों के झुंड घुस कर फसलों को खाते हैं ” box_color=”#0b2d09″]क्षेत्र के ग्राम रानीमऊ के ग्राम प्रधान रमेश गुप्ता ने बताया कि जहां एक ओर सूखे की वजह से किसान परेशान चल रहा था बारिश के बाद जो थोड़ी बहुत फसल खेतों में दिखाई दे भी रही है उसे ये नष्ट कर रहे हैं। हरे भरे खेतों में कम से कम 15 से-20 गौवंशीय मवेशियों के झुंड घुस कर फसलों को खाते हैं और पैरों से दकर नष्ट कर देते हैं।गांव के ही कृष्णा बताया कि खेतों पर दिन रात एक व्यक्ति रखवाली के लिये बैठा रहता है फिर भी इन जानवरों से फसलों की रक्षा नहीं हो पाती है। यदि गायों को पकड़ कर कहीं बंद भी कर दिया जाये तो उनके चारे पानी की व्यवस्था करना किसान के लिये मुश्किल का सबब बन जाता है।[/su_box]
किसान जानवरों पर रोक लगाने के लिये प्रशासन से फरियाद करता है लेकिन इस मामले में प्रशासन भी बेबस नजर आ रहा है। किसान का इन आवारा गायों की वजह से जीना हराम हो गया है। वहीं ग्राम गगरैला निवासी राम दयाल राम बरन आदि किसानों ने बताया कि वह इन गायों को अपने खेतों से दूर तक भगा आते हैं किन्तु दूसरे गांवों से लोग इन्हें हांकते हुए फिर से वहीं छोड़ जाते हैं और यदि मना किया जाये तो लड़ने पर आमादा हो जाते हैं। कहा कि इससे अच्छा तो यही है कि अपने खेतों पर ही दिन रात रहकर फसलों की रखवाली करते रहें। फिलहाल छुट्टा जानवर किसानों की मेहनत पर पानी फेरने में लगे हुए है खेती से प्राप्त आय पर अपना जीवन यापन करने वाले किसान जानवरों द्वारा फसलों को नष्ट किये जाने पर बेचैनी महसूस कर रहे हैं।इस बाबत उपजिलाधिकारी टी पी वर्मा ने बताया कि वन विभाग के अधिकारियों को छुट्टा जानवरो को पकड़ने के लिये निर्देशित किया गया है ।जल्द ही किसानों को इस समस्या से निजात दिलाया जाएगा ।