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श्री गुरू वरिष्ठ विद्यापीठ में दी जाएगी चारो वेदों की शिक्षा

ज्योतिष शास्त्र व न्याय शास्त्र की ऑनलाइन व अथर्ववेद की ऑफलाइन कक्षा का हुआ उद्घाटन

अयोध्या। भारतीय शिक्षण मण्डल के दिशा निर्देशन में श्री गुरू वशिष्ठ सेवा न्यास द्वारा संचालित श्री गुरू वशिष्ठ विद्यापीठ में चारों वेदों सहित (सामवेद, ऋग्वेद, यजुर्वेद एव ं अथर्ववेद) सहित ज्योतिष शास्त्र एवं न्याय शास्त्र की शिक्षा दी जाएगी। उक्त जानकारी भारतीय शिक्षण मण्डल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री गुरू वशिष्ठ सेवा न्यास के अध्यक्ष पूर्व कुलगुरू आचार्य मनोज दीक्षित ने दी। उन्होंने मंगलवार को श्री गुरू वशिष्ठ गुरूकुल विद्यापीठ में ज्योतिष शास्त्र एवं न्याय शास्त्र की ऑनलाइन कक्षा एवं अथर्ववेद की ऑफलाइन कक्षा के उद्घाटन के बाद पत्रकारों को बताया कि अभी तक मार्च, 2018 से प्रारम्भ श्री गुरू वशिष्ठ गुरूकुल विद्यापीठ में यजुर्वेद, व्याकरण, संस्कृत सहित सभी सामान्य विषय एवं कम्प्यूटर की शिक्षा दी जा रही है। अयोध्या के संस्कृत छात्रों को सभी वेदों के अध्ययन करने की सुविधा मिले इसलिए अथर्ववेद के आचार्य को लाया गया है। इसी के साथ कर्नाटक गुरूकुल के आचार्य पवन कुमार द्वारा ज्योतिष शास्त्र एवं न्याय शास्त्र की ऑनलाइन कक्षा आज से शुरू की गई है जिसमें अयोध्या का कोई भी इच्छुक छात्र आचार्य ज्योतिष शास्त्र एव ं न्याय शास्त्र का अध्ययन रजिस्ट्रेशन करा के कर सकते हैं। पत्रकार वार्ता मे उपस्थित भारतीय शिक्षण मण्डल के शैक्षिक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय सह प्रभारी एवं बिहार झारखण्ड के पालक अधिकारी श्री गुरू वशिष्ठ जी के निदेशक डॉ. दिलीप सिंह ने बताया कि आगामी नवरात्रि से फतेहपुर जनपद एवं बहराइच जनपद सहित लगभग 5 जनपदों में नवीन गुरूकुल प्रारम्भ किए जाएंगे। इन गुरूकुल में किसी एक विषय विशेषज्ञ के साथ किसी एक विधा का अध्ययन होगा। इस दौरान डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के पुस्तकालय विज्ञान के विभागाध्यक्ष एवं श्रीगुरू वशिष्ठ गुरूकुल विद्यापीठ के कोषाध्यक्ष प्रो. आर. के. सिंह व श्री गुरू वशिष्ठ ग ुरूकुल के सह प्रबंधक आदर्श सिंह ऋषभ विशेष रूप से उपस्थित थे।

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