चौपाल लगाकर ग्रामीणों से किया संवाद
अयोध्या। प्रमुख सचिव दुग्ध विकास एवं पशुधन उ0प्र0 श्री सुधीर महादेव बोबडे जनपद भ्रमण के दौरान सीधे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सोहावल पहुंचे, प्रमुख सचिव के निरीक्षण में जिलाधिकारी अनुज कुमार झा, मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक आनन्द, सीएमओ डाॅ0 हरिओम श्रीवास्तव, एसडीएम सोहावल विपिन कुमार सिंह साथ मे थे।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे प्रमुख सचिव ने ओपीडी रजिस्टर देखा जिसमें 69 मरीज के इलाज हेतु पंजीकरण था, सीएमओ डाॅ0 हरिओम श्रीवास्तव व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अधीक्षक डाॅ0 ए0के0 सिंह ने बताया कि केन्द्र में एनैस्थैस्टि, बालरोग विशेषज्ञ तथा फिजिशियन का पद रिक्त है। वर्तमान में डा0 ए0के0 सिंह अधीक्षक, डा0 हुबलाल सरोज सर्जन, डा0 आकांक्षा वर्मा महिला चिकित्साधिकारी तथा डाॅ0 फिरोज अहमद चिकित्साधिकारी कार्यरत है।
प्रमुख सचिव द्वारा दवा स्टोर का निरीक्षण करने के साथ स्टाक रजिस्टर देखा गया, एआरबी रैबीज इन्ेजक्शन 30 एम्पुल मिले। दवाओं का जो स्टोर में पर्याप्त सफाई न मिलने पर स्टोर व्यवस्थित भी नहीं था। उन्होनें अधीक्षक को सफाई के निर्देश दिये। प्रमुख सचिव ने बच्चा वार्ड के अन्य वार्डो के निरीक्षण के साथ-साथ संस्थागत प्रसव के लिये आई महिलाओं पूरे मीरपुर कांटे से विजय कुमार व सोहावल पूरेदीपा महावीर व उनके परिवारों से पूछा कि आप यहां तक किस साधन से आयए हो और आपके साथ कौन आया है। मरीज तथा उनके परिवार के लोगो ने बताया कि आशा के साथ सरकारी एम्बुलेन्स लेकर आयी हैं। घर परिवार के लोग वे आशा ने एम्बुलेन्स बुलाया था जो 10 मिनट में आ गयी थी। उन्होनें आशा से पूंछा कि केन्द्र संस्थागत प्रसव कैसे बढ़ाया जा सकता है तो आशा ने कहा कि यदि केन्द्र में अल्ट्रासाउण्ड मशीन हो जाये तो संस्थागत प्रसव में काफी सुधार होगा। सीजिरिएन केस के लिए एनैस्थैस्टि डाक्टर की तैनाती, संस्थागत प्रसव में सुधार ला सकती है। राष्ट्रीय किशोर केन्द्र कक्ष में गौरव सिंह ने बताया कि 147 किशोर की काउन्सिलिंग कर उनका प्रापर इलाज कराया गया। जे0एस0वाई0 योजना में आशा व लाभार्थियों को शत् प्रतिशत भुगतान कर दिया गया है। अन्त में प्रमुख सचिव ने वहां उपस्थित पत्रकारों से पूछा कि आप लोगो का फीड बैक क्या है। पत्रकारों ने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के सामने अनाधिकृत रूप से चल रहे पैथालाॅजी बन्द होना चाहिए तथा एक्सरे टेक्नीशियन तो तैनात है परन्तु एक्सरे मशीन नहीं उसकी व्यवस्था होनी चाहिए।
प्रमुख सचिव ने तहसील सोहावल का निरीक्षण किया। निरीक्षक के दौरान जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी के साथ में थे। प्रमुख सचिव द्वारा भूलेख अनुभाग, रिकार्ड रूम व संग्रहकक्ष का निरीक्षण किया, भूलेख अनुभाग में आर-6 रजिस्टर जो अपडेट मिला तथा उसमें दर्ज दाखिल खारिज का मिलान कम्प्युटर से अभिलेख मिलाकर तथा रिकार्ड रूम में बस्ता निकालकर देखा। उन्होनें आर0के0 से पूछा कि तहसीलदार के आदेश के बाद परवाना को कम्प्यूटर आपरेटर के पास भेजने के बाद आप कैसे पता करते है कि कम्प्यूटर आपरेटर ने आदेश को खतौनी दर्ज कर दिया है और किस आदेश को दर्ज नही किया है। संतोषजनक उत्तर न मिलने पर उन्होनें तहसीलदार विजय कुमार सिंह व नायब तहसीलदार नरसिंह नारायन को प्रत्येक माह के अन्तिम दिन इसकी निगरानी व समीक्षा आवश्यक है ताकि कम्प्यूटर आपरेटर व लेखपाल अनुचित लाभ न उठा सके। संग्रहकक्ष के निरीक्षण के दौरान विद्युत वसूली की आरसी के रजिस्टर में बकायेदार के नाम के आगे प्रकट की। निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि विद्युत बकाये के पुराने आरसी की वसूली नही हो रही है जबकि वर्तमान की वसूली हो रही है यह आपत्तिजनक है। उन्होनें कहा कि पुराने आरसी की वसूली की जाए और इसकी पाक्षिक समीक्षा भी की जाए। तहसील निरीक्षण के दौरान तहसील में सबकुछ ठीक-ठाक मिला।
तहसील निरीक्षण के पश्चात् प्रमख सचिव सीधे पिलखावां ग्रामीण पेयजल योजना का निरीक्षण करने पहुंचे तो उन्होेने पूछा कि योजना 2015-16 में शुरू हुई। इतने वर्ष बाद भी आप लोगो ने ग्रामीणो को स्वच्छ पेयजल अभी तक उपलब्ध नहीं कराया। यह स्थिति ठीक नही है मौके पर अधिशाषी अभियन्ता जिल निगम ने बताया कि योजना की स्वीकृत लागत 385 करोड़ 53 लाख है जिसके सापेक्ष 284 करोड़ 13 लाख धनराशि अवमुक्त हो गई और शत प्रतिशत व्यय हो चुका है जोन-2 में पानी की आपूर्ति हो रही है उन्होनें पूंछा कि जोन-1 पानी कत तक उपलब्ध करायेंगे, उन्होनें निर्देश दिये कि अगले निरीक्षण के दौरान तक यह सुनिश्चित कर ले कि पानी ग्रामीणों को मिले। उन्होनें पीडब्लूडी के अधिशाषी अभियन्ता को हर कार्य का निरीक्षण कर रिर्पोट देने को कहा है। उन्होनें जिलाधिकारी अनुज कुमार से कहा कि इस योजना को अपनी निगरानी में पूर्ण करायें, समय-समय पर जल निगम के अधिकारी व कार्यदायी संस्था को तलब भी करें।
पिलखांवा में आयोजित चौपाल में प्रमुख सचिव ने कहा कि दिसम्बर 2021 तक प्लानिंग कर नियोजत विकास हेतु योजनाएं बनाकर समयबद्ध तरीके से व चरणबद्ध रूप से योजनाओं को लागू की जाए। उन्होनें ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप सभी को पता होना चाहिए कि कौन-कौन सी योजना आपके क्षेत्र में आई है उसके लिए कहां से धन मिलेगा और नियोजित विकास के लिए क्या प्लानिंग करनी है उन्होनंे कहा कि कहीं का लेखपाल अच्छा नहीं होगा तो कहीं का सेक्रेक्ट्री फिर भी हम सब को मिलकर विकास करना है। उन्होने कहा कि इस ग्राम पंचायत की जनसंख्या 10 हजार के लगभग है तथा क्षेत्रफल भी बड़ा है इसे दो ग्राम पंचायतों मे विभक्त करने की आवश्यकता है इसे डीडीआरओ को प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिये।
गांव की जनसंख्या 9383 है जबकि 14 मजरे है। बेसलाइन सर्वे योजना 357 कैम्प लगाकर निरीक्षण कर पात्र व्यक्तियों के शौचालय निर्माण का प्रस्ताव बनाकर शासन को भिजवाने के निर्देश डीपीआरओ को दिये। गांव में 40 प्रधानमंत्री आवास बन गये है जबकि 156 पात्र व्यक्तियों की सूची भेजी गई है, प्रमुख सचिव ने पात्र व्यक्ति की सूची तथा पात्रता की क्या शर्ते है ग्रामसभा के दिवार पर पेण्ट कराकर लिखाने के निर्देश दिए।
उन्होनें कहा कि फिर भी यहां पुनः कैम्प लगाकर प्रधानमंत्री आवास योजना में तथा शौचालय की छूटे हुए पात्र लोगो की सूची बनाकर जिले स्तर की समिति से सूची का परीक्षण करा लें। उन्होनें ग्रामीणों से पूछा कि कितने घण्टे विद्युत मिल रही है ग्रामीण ने बताया कि 12 से 14 घण्टे लाइट मिल रही है। विद्युत विभाग के अधिकारी ने बताया कि 1156 घरों में विद्युत कनेक्शन है। 172 घरो में विद्युत कनेक्शन नहीं है उन्होनें ग्रामीणों से विद्युत कनेक्शन लेने व समय से भुगतान करने की अपील की है। चैपाल में जिलाधिकारी अनुज कुमार झा, मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक आनन्द, एसडीएम सोहावल विपिन कुमार सिंह, तहसीलदार विजय कुमार सिंह, बीडीओ सोहावल, सीएमओ हरिओम श्रीवास्तव, डीडीओ हवलदार सिंह, डीपीआरओ एसपी सिंह सहित जिले के अधिकारी उपस्थित थे।
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