अवध विवि विवि में आधुनिक भारत एवं स्वामी विवेकानंद विषय पर विमर्श कार्यक्रम का आयोजन
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय एवं विवेकानंद केन्द्र कन्याकुमारी के संयुक्त तत्वावधान में संत कबीर सभागार में सायं 4 बजे आधुनिक भारत एवं स्वामी विवेकानंद विषय पर विमर्श कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता विवेकानंद केन्द्र कन्याकुमारी के राष्ट्रीय महासचिव भानुदास जी ने कहा कि आधुनिक भारत बनाने के लिए स्वामी विवेकानंद प्रेरणा स्त्रोत रहे है। भारत पूरे विश्व को आधात्म से परिचित कराये यहीं स्वामी जी की संकल्पना है। इसके लिए युवाओं को अपने देश की संस्कृति को पहचानना होगा। उन्होंने कहा कि जी-20 में वसुधैव कुटुंबकम की संकल्पना को साकार किया गया है।
विश्वभर में भारत की अलग पहचान बनी है। आधुनिक भारत वैश्विक सत्ता बने या विश्व गुरू। लेकिन युवाओं के सामने स्वामी जी की परिकल्पना आदर्श के रूप में है। उन्होंने गीता का उल्लेख करते हुए कहा कि योगी पुरूष वह होता है जो लोगों को जोड़ने का कार्य करें। सदमार्ग पर लाने का विचार करे। युवाओं को कर्म योग द्वारा श्रेष्ठ भारत बनाना है। आधुनिक भारत का समाज तभी विकास करेगा जब पूरे भारत में राम कृष्ण रहेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के पूर्व विज्ञान संकायाध्क्ष प्रो0 एलके सिंह ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के विचार युवाओं के लिए आज भी प्रासंगिक है। उन्होंने युवाओं में अध्यात्म व संस्कार का पाठ पढ़ाया और कहा कि अपनी संस्कृति से प्रेम निरन्तर करते रहना होगा। आधुनिक भारत में में देश की सभ्यता को संस्कृति के बिना नही जाना जा सकता।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि विवेकानंद केन्द्र के भानु प्रताप ने कहा कि विवेकानंद के संदेशों को युवाओं के बीच पहुॅचाना होगा। भारत को विश्व गुरू बनाने के साथ स्वामी जी के आदर्शो को पूरा करना है। उन्होंने युवाओं से कहा कि देश की धरती आध्यात्म की रही है। जिसमें हमारी संस्कृति निहित है। लेकिन हम इसे भुलाते जा रहे है। स्वामी जी ने निःस्वार्थ सेवा को सर्वोपरि रखा है। उन्होंने धर्म को सर्वोच्च स्थान दिया है। उनका एक ही ध्येय रहा वसुधैव कुटुंबकम। भारत की सभ्यता और संस्कृति को बचाये रखने के लिए युवाओं को आगे आना होगा और स्वामी जी के बताये मार्ग पर चलना होगा। कार्यक्रम का शुभारम्भ विवेकानंद जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके किया गया।
अतिथियों का स्वागत प्रो0 एसएस मिश्र व प्रो0 आरके सिंह द्वारा ग्रंथ व अंगवस्त्रम भेटकर किया गया। छात्रों द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम का संचालन अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो0 नीलम पाठक ने किया। धन्यवाद ज्ञापन केन्द्र के श्रवण कुमार द्वारा किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में शिक्षक, विवेकानंद केन्द्र कन्याकुमारी पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।