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योग करो निरोग रहो की थीम पर मनाया गया योग दिवस

-राम की पैड़ी पर योग करने के लिए जुटे हजारों लोग

अयोध्या। योग दिवस पर शुक्रवार को सरयू तट स्थित राम की पैड़ी पर हजारों लोगों ने एक साथ योगाभ्यास किया। गुप्तारघाट समेत जनपद में कई स्थानों पर योगाभ्यास के लिए कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इनमें जिले में करीब दो लाख लोगों ने शामिल होकर योगाभ्यास किया। राम पैड़ी पर योगी सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह, महापौर गिरीश पति त्रिपाठी,आईजी प्रवीण कुमार, डीएम नितीश कुमार सीडीओ ऋषि राज और एसएसपी राजकरन नैयर, नगर आयुक्त संतोष शर्मा के अलावा बड़ी संख्या में प्रशासनिक और पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ हजारों लोगों ने सामूहिक योग में भाग लिया। इसके अलावा जनपद की सभी तहसीलों में भी योग का आयोजन का आयोजन किया गया। जिसमें राजस्व विभाग के अधिकारी और कर्मचारी भी शामिल हुए। मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज हम दशवां योग दिवस मना रहे है। उनके कुशल मार्गदर्शन में ही देश का तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश का समुचित विकास हो रहा है और प्रदेश उत्तर प्रदेश से उत्तम प्रदेश की ओर अग्रसर है।

नोडल अधिकारी प्रमुख सचिव सिंचाई एवं जल संसाधन अनिल गर्ग बनाए गए हैं। डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, आचार्य नरेंद्र देव कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, साकेत महाविद्यालय समेत जिले के विभिन्न महाविद्यालय, इंटर कॉलेजों व अन्य शैक्षिक संस्थानों में लाखों की संख्या में लोगों ने योगाभ्यास किया। इसमें जिले के योग वेलनेस सेंटर के प्रशिक्षण, जिले के चिकित्साधिकारी व पतंजलि योग संस्थान, नारी सशक्तिकरण योग संस्थान सहयोगी के रूप में रहे। कार्यक्रम को लेकर 15 जून को योग सप्ताह की शुरुआत राम की पैड़ी से हुई थी। जिसमें रन फॉर योग की रैली का उद्घाटन महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी ने किया था।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर होम्योपैथी चिकित्सा विकास महासंघ के महासचिव एवं महानगर सह सेवा प्रमुख डा उपेन्द्र मणि त्रिपाठी ने सरस्वती विद्यामन्दिर इंटर काले रामनगर में योग प्रोटोकाल के तहत योग कराया। उन्होंने कहा व्यक्ति राष्ट्र की प्रथम इकाई है, शुद्ध निर्मल मन बुद्धि आहार विहार विचार चिंतन से ही व्यक्ति के स्वस्थ होने का परिचय मिलता है। जिससे परिवार , समाज व राष्ट्र की उत्पादकता बढ़ती है प्रगति व इस अवसर पर मुख्य अतिथि महानगर संघ चालक प्रो विक्रमा प्रसाद ने कहा स्वस्थ राष्ट्र के लिए स्वस्थ मन मस्तिष्क हेतु भारतीय योग विश्व शांति का माध्यम है हमे अपने जीवन मे एक घण्टे प्रतिदिन अपने शरीर के लिए देना चाहिए।

आर्ट ऑफ लिविंग अयोध्या इकाई व यूथ हॉस्टल्स द्वारा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह का भव्य आयोजन किया


आर्ट ऑफ लिविंग अयोध्या इकाई ने एमआईएस इंटरनेशनल स्कूल, देवकाली में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर एक भव्य योग कार्यक्रम का आयोजन यूथ हॉस्टल एसोसिएशन की साकेत इकाई के संयुक्त तत्वाधान में किया। कार्यक्रम की शुरुवात नगर पालिका परिषद के पूर्व अध्यक्ष विजय गुप्ता द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुई। इस अवसर पर गुरु देव श्री श्री रवि शंकर के चित्र पर स्कूल की प्रधानाचार्या ने मालार्पण किया। कार्यक्रम में बैंगलोर से पधारे स्वामी आत्मा चैतन्य ने योग का महत्व और उसकी विधियों पर प्रकाश डाला। उनके साथ स्थानीय प्रशिक्षक अनुज भज्जा, अनीता अग्रवाल और सारिका रोली दीप ने भी योग प्रशिक्षण दिया। कार्यक्रम का संचालन यूथ हॉस्टल्स के प्रादेशिक उपाध्यक्ष अनूप मल्होत्रा ने किया। योग सत्र में विभिन्न प्रकार के योगासन, प्राणायाम और ध्यान की विधियों को सिखाया गया। आयुष मंत्रालय, भारत सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार प्रशिक्षण दिया गया, जिससे प्रतिभागियों को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक लाभ प्राप्त हुआ। आयोजन के दौरान, स्वामी आत्म चैतन्य ने योग के नियमित अभ्यास के महत्व पर जोर दिया और बताया कि कैसे योग जीवन को संतुलित और स्वस्थ बनाने में सहायक है। उन्होंने कहा, “योग केवल शारीरिक व्यायाम नहीं है, बल्कि यह एक सम्पूर्ण जीवन पद्धति है जो हमें अंदरूनी शांति और सुख की अनुभूति कराती है। इस अवसर पर मोहित मोटवानी, महेश जयसवाल, अनुराग वश्य, प्रशांत केसरवानी, शीतला पांडे ,विवेक जैन , आशीष महेंद्र, अरविंद अग्रवाल,लाला रस्तोगी, दीपक मेहरोत्रा, सौरभ सागर, अभिषेक, संजय मित्तल, रश्मि केसरवानी , भारती वैश्य ,नीता मित्तल, पूनम खत्री, सुनीता खत्री, मोनिका अग्रवाल,उषा पाठक आदि उपस्थित सभी प्रतिभागियों ने पूरे उत्साह और जोश के साथ योग सत्र में भाग लिया।

 

दसवां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस विवेक सृष्टि परिसर में बड़े धूमधाम से मनाया गया


विवेक सृष्टि परिसर में योग दिवस में बड़े धूमधाम से मनाया गया .अबकी बार की थीम थी- स्वयं एवं समाज के लिए योग. कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संस्थान के अध्यक्ष डॉ0चैतन्य ने योग अभ्यास का महत्व एवं योग की नियमितता एवं योग के लिए समय प्रबंधन पर विशेष प्रकाश डाला. इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह शारीरिक शिक्षण प्रमुख माननीय ने ओके मोहनन जी ने कहा कि योग से स्वस्थ होकर आप एक न्याय संगत समाज के निर्माण में अपना योगदान प्रस्तुत करें स कार्यक्रम का संचालन ई. रवि तिवारी ने किया । राजेश मध्यान ने योग का निर्धारित पाठयक्रम पूरा कराया तथा मंच पर उपस्थित योगाचार्य सीमा तिवारी, सोनी सिंह, गीता गुप्ता व निवेदिता पाल ने योग प्रोटोकॉल का अभ्यास प्रदर्शित करके दिखाया। कार्यक्रम में वशिष्ठ फाऊंडेशन की सचिव एवं अयोध्या महानगर की प्रथम महिला नागरिक श्रीमती राजलक्ष्मी त्रिपाठी, राम कुमार गुप्ता, वीरेश चंद्र वर्मा ,पूनम श्रीवास्तव , सीमा तिवारी, राजपाल, रामसुफल, विनोद तिवारी, विनोद वेदांती, दिनेश कुलभूषण दास, श्री सूरज, सौरभ मिश्रा, अमित , अरविंद श्रीवास्तव, विजय कुमार सिंह “बंटी“, अनामिका त्रिपाठी, विभाग प्रचारक कृष्णचंद्र, महानगर प्रचारक सुदीप जी, ब्रह्माकुमारी उषा दीदी, अनीता द्विवेदी ,मेनका सिंह ,सरिता सिंह , मीरा वर्मा, गिर्राऊ पांडे,विजय बहादुर सिंह, हर्षवर्धन सिंह आदि अन्यान्य गणमान्यजनों की उपस्थिति रही। सम्पूर्ण कार्यक्रम का क्रियान्वयन अभिषेक शुक्ला द्वारा मार्तंड मिश्र के नेतृत्व में किया गया।

भवदीय पब्लिक स्कूल के प्रांगण में अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का प्रारंभ गायत्री मंत्र की मधुर गूँज के साथ किया गया। स्वस्थ तन और मन हर किसी की पहली प्राथमिकता होती है। जीवन की मुश्किलों व जिम्मेदारियों के बीच स्वयं को भी समय देना चाहिए। यह शिक्षकों के लिए भी अति आवश्यक है क्योंकि यदि हम स्वयं स्वस्थ व स्फूर्तिवान होंगे तभी विद्यार्थियों के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सकेंगे। योग दिवस के इस अवसर पर विद्यालय परिवार के सभी विशिष्ट व्यक्ति उपस्थिति रहे अध्यक्ष पी० एन० वर्मा, विद्यालय संचालक डॉ अवधेश वर्मा, निदेशिका डॉ रेनू वर्मा, प्रधानाचार्या श्रीमती बरनाली गांगुली व उप प्रधानाचार्या श्रीमती नीता मिश्रा आदि। इनके कुशल नेतृत्व में योग दिवस का कार्यक्रम सफलता पूर्वक संचालित किया गया । विद्यालय परिवार के सभी सदस्यों ने ऊर्जा से ओत-प्रोत इस कार्यक्रम में भाग लिया। प्राणायाम, अनुलोम – विलोम, ताड़आसन, वृक्षासन, वज्रासन, धनुषासन व मलासन जैसे कई आसनों को प्रमुखता दी गई। योग दिवस के इस अवसर पर सभी को स्वास्थ्यवर्धक फल व अन्य तरल पदार्थ वितरित किए गये । योग दिवस के अवसर पर सभी को प्रेरित करने वाला चलचित्र“ १२वीं फेल“ दिखाया गया जिससे शिक्षक विद्यार्थियों में जागरूकता व जुझारूपन का संचार कर उनको एक बेहतर व उज्ज्वल भविष्य की नींव मजबूत करने में सक्षम हो । इसी के साथ विद्यालय परिवार की शुभकामनाओं के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया ।

कृषि विवि में एक साथ 2700 लोगों ने किया योगाभ्यास


कुमारगंज । आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में दसवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर अटल बिहारी वाजपेयी क्रीड़ा परिसर में कृषि विवि के कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह के नेतृत्व में 2700 लोगों ने एक साथ मिलकर योग किया। कुलपति की पत्नी मीना सिंह व वित्त नियंत्रक नीरज श्रीवास्तव ने भी सभी के साथ मिलकर योग किया। राजभवन द्वारा निर्देशित योग शपथ लेने में अयोध्या का कृषि विश्वविद्यालय, गैर संबद्ध विश्वविद्यालयों में 34000 से ज्यादा शपथ लेकर शिखर पर रहा। योग दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को कुलपति ने प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।

योगाभ्यास के एक-एक पल को कैमरे में कैद करने के लिए ड्रोन कैमरा लगाया गया था जिससे फोटो के साथ-साथ वीडियोग्राफी की जा रही थी। योग करने के लिए विवि के शिक्षक, वैज्ञानिक, कर्मचारी के साथ-साथ उनके परिजन और विवि के आसपास के स्थानीय लोग भी योगाभ्यास करने के लिए क्रीड़ा परिसर पहुंचे। छात्र-छात्राओं के साथ-साथ एनसीसी कैडेट्स एवं एनएसएस ने भी योगाभ्यास किया। इस दौरान 2700 लोगों ने भुजंगासन, मयूरासन, सिंहासन, शलभासन, उष्ट्रासन, तितली आसन आदि प्रकार के योग का अभ्यास लोगों ने किया। कृषि महाविद्यालय के शिक्षक डा. दिवाकर सिंह ने सभी को योगाभ्यास कराया। महाविद्यालय द्वारा गोद लिए गए गांवों में भी योग का कार्यक्रम हुआ। योग दिवस के उपलक्ष्य में विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं जिसमें योग निबंध प्रतियोगिता में अंश सिंह प्रथम, योगाशना प्रतियोगिता महिला में वृंदा वर्मा प्रथम एवं पुरुष में विष्णु पांडेय, रंगोली प्रतियोगिता में शिप्रा कुमारी ने प्रथम स्थान और योग चित्रकला प्रतियोगिता आयुष सोलंकी पहले स्थान पर रहे। विजेताओं को कुलपति ने प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।

अवध विवि में कुलपति सहित शिक्षकों व छात्र-छात्राओं ने किया योग

अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागार में अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस पर शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं ने एक साथ योग किया गया। योग कार्यक्रम का शुभारम्भ कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल एवं योग समन्वयक प्रो0 एसएस मिश्र, कुलसचिव डॉ0 अंजनी कुमार मिश्र, परीक्षा नियंत्रक उमानाथ द्वारा मॉ सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करके किया। ओम के उच्च्चारण के साथ योग के प्राणायामों से कार्यक्रम की शुरूआत की गई। इसके उपरांत योग शिक्षक गायत्री वर्मा व आलोक तिवारी ने ताड़ासन, कटिचक्रासन, अर्द्धचक्रासन, दण्डासन, भद्रासन सहित कई अन्य योगासन लोगों को कराया इस अवसर पर कुलपति प्रो0 गोयल ने सर्वप्रथम समस्त को 10 वें अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि योग भारतीय ज्ञान परम्परा की अमूल्य धरोहर है। इसके बल पर समूचा भारत न केवल स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहा है। बल्कि पूरे विश्व को एक नई राह दिखा रहा है। उन्होंने कहा कि यह केवल दसवां अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस नहीं है बल्कि युगो युगो से भारत पूरे विश्व को योग की दिशा में मार्ग-दर्शन कर रहा है।

भारत के ऋषि मुनि के अनुपम उपहार योग को अपनाकर आमजनमानस लाभान्वित हो रहा है। इससे व्यक्ति अपने सेहत को अच्छा रखने के साथ परामात्मा से जुड़ाव महसूस कर रहा है। कार्यक्रम में कुलपति प्रो0 गोयल ने कहा कि योग जीवन को साधने की कला है। यह कहीं भी किसी भी मौसम में किसी भी उम्र में किया जा सकता है। इसे जीवन में अपनाने से तनाव को कम कर सकते है। अंत में कुलपति ने सभी से कहा कि योग को संकल्प के साथ जीवन में अपनाएं एवं सुखी और समृद्ध जीवन व्यतीत करें। योग समन्वयक प्रो0 संत शरण मिश्र ने अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत सहित 177 देशों में अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। इसमें भारत की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। उन्होंने कहा कि योग प्राचीन भारतीय ज्ञान मनीषा का अनुपम उपहार है। जो विश्व की मानवता के लिए है और आज पूरा विश्व योग कर रहा है। उन्होंने कहा कि योग आसन प्राणायाम ही नही है। बल्कि सभी के साथ परामात्मा से जुड़ने का माध्यम है। इस विधा को अपने जीवन में उतारकर शांतिमय जीवन जी सकते है। कार्यक्रम का संचालन योग शिक्षक अनुराग सोनी द्वारा किया गया। इस योग कार्यक्रम में प्रो0 हिमांशु शेखर सिंह, प्रो0 आशुतोष सिन्हा, प्रो0 राजीव गौण, प्रो0 नीलम पाठक, प्रो0 गंगाराम मिश्र, प्रो0 चयन कुमार, प्रो0 सिद्वार्थ शुक्ल, प्रो0 विनोद श्रीवास्तव, प्रो0 शैलेन्द्र वर्मा, प्रो0 शैलेन्द्र कुमार, उपकुलसचिव दिनेश कुमार मौर्य, डॉ0 रीमा श्रीवास्तव, सहित बड़ी संख्या में शिक्षक, कर्मचारी, छात्र-छात्राएं व यूपी 65 एनसीसी बटालियन के कैडेट्स शामिल रहे।

व्यक्ति व समाज के अंतर्द्वंद को मिटाने के लिए योग आवश्यक : डॉ उपेन्द्र मणि त्रिपाठी


अयोध्या। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर होम्योपैथी चिकित्सा विकास महासंघ के महासचिव एवं महानगर सह सेवा प्रमुख डा उपेन्द्र मणि त्रिपाठी ने सरस्वती विद्यामन्दिर इंटर कालेज रामनगर में योग प्रोटोकाल के तहत योग कराया। उन्होंने कहा व्यक्ति राष्ट्र की प्रथम इकाई है, शुद्ध निर्मल मन बुद्धि आहार विहार विचार चिंतन से ही व्यक्ति के स्वस्थ होने का परिचय मिलता है जिससे परिवार , समाज व राष्ट्र की उत्पादकता बढ़ती है प्रगति व उन्नति होती है। शरीर मे लचीलापन व्यवहार में नम्रता यह योग संस्कार से आते हैं, भौतिक शरीर मे व्याप्त सूक्ष्म शरीर का ईश्वर की ऊर्जा से संयोग का माध्यम है योग जिसे हमारे ऋषि मनीषियों ने आदियोगी भगवान शिव की परंपरा के रूप में जान कर भारतीय जीवनशैली में समाहित किया और जिसके फलस्वरूप आज के विश्व मे व्याप्त तमाम अंतर्द्वंदों चाहे वह व्यक्तिगत हों पारिवारिक सामाजिक या राष्ट्रीय सभी के समाधान का मार्ग प्रशस्त करता है योग। जब व्यक्ति शांत चित्त हो स्व मे ही स्थित होने की साधना करता है तो वह इस योग से स्वस्थ रहता है, और इस प्रकार तमाम अंतर्द्वंद धीरे धीरे समाप्त होने लगते हैं, नकारात्मक विचारों ईर्ष्या द्वैष का शमन हो मन मे दया करुणा व प्रेम जैसे भाव प्रबल होने लगते हैं जो विश्व व मानव शांति के लिए आवश्यक हैं।

डॉ त्रिपाठी ने कहा अभावों में भी संतुष्ट संयुक्त परिवार से विकास की यात्रा में अत्याधुनिक संसाधन युक्त एकल परिवार में महत्वाकांक्षाओं में जरा सी भी विपरीत परिस्थिति में व्यक्ति का आत्मबल कमजोर पड़ने लगा है,क्योंकि अब जीवन मे शिक्षा है उपाधि है किंतु जीवन के यथार्थ का ज्ञान नहीं, इसीलिए हम निरन्तर भावनात्मक संघर्षो से घिरे रहते हैं, यही भावनात्मक टकराव परिवार व समाज मे भी अनेक रूपों में देखने को मिलते हैं। चिकित्सकीय अनुभवों व अध्ययनों में आया है कि व्यक्ति के अंदर का अंतर्द्वंद भी तमाम तरह के जटिल विकारों का कारण बन सकता है जैसे स्वयं या परिवार के भरण पोषण का द्वंद लिवर, अकेले हो जाने या छोड़ दिये जाने के द्वंद से किडनी,अपना घर परिवार देश छूट जाने के द्वंद से हृदय, वाकतन्त्र,पेट, अग्न्याशय, शाब्दिक, मानसिक, शारीरिक आक्रमण के भय के द्वंद से त्वचा , अपनो पर ही संदेह अविश्वास ,देखना भी न पसंद करने का द्वंद आंखों व रेटिना के रोगों के कारण बन सकते हैं, विज्ञान की दृष्टि में अभी यह कल्पना हो सकती है किंतु आध्यात्मिक दृष्टि तमाम मनोभावों के द्वंद में सामंजस्य का समाधान योग में देखता है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि महानगर संघ चालक प्रो विक्रमा प्रसाद ने कहा स्वस्थ राष्ट्र के लिए स्वस्थ मन मस्तिष्क हेतु भारतीय योग विश्व शांति का माध्यम है हमे अपने जीवन मे एक घण्टे प्रतिदिन अपने शरीर के लिए देना चाहिए।

प्रधानाचार्य मंगली प्रसाद तिवारी ने मुख्य अतिथि प्रो विक्रमा प्रसाद , योगशिक्षक डॉ उपेन्द्र मणि त्रिपाठी, महानगर कार्यवाह देवेंद्र, संस्थापक प्राचार्य भवानी भीख पांडेय, को अंगवस्त्र श्रीफल भेंट कर ज़म्मनित किया और उपस्थित श्री प्रकाश पाठकजिला अध्यक्ष पूर्व सैनिक संघ , नगर कार्यवाह बालेन्द्र मिश्र, सह नगर कार्यवाह बी के शुक्ल, देवेंद्र त्रिपाठी , रामभद्र जोशी, विश्वनाथ, सरिता सहित अभिभावकों, शिक्षकों, छात्रों, एवं स्थानीय नागरिकों का आभार व्यक्त किया। ट्रांसपोर्टनगर में डॉ ज्ञानेंद्र मणि ने योग कराया इस अवसर पर डॉ आर वी त्रिपाठी, सौरभ , धीरेन्द्र, शिशिर मिश्र, हरिश्चंद्र, विजयशंकर, रामदत्त तिवारी आदि उपस्थित रहे।

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