अयोध्या। आध्यात्मिक नगरी अयोध्या में गणेश चतुर्थी के दिन परंपरागत रूप से भगवान गणेश की पूजा अर्चना का क्रम आरंभ हो गया। जहां तमाम भक्त अपने घरों में भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापना करके पूजा पाठ आरंभ कर दिए, वही सार्वजनिक रूप से भी तमाम आयोजन समितियां भगवान गणेश की भव्य प्रतिमा परंपरागत स्थानों पर स्थापित करके उनका पूजन अर्चन करती हैं।
केंद्रीय समिति के अध्यक्ष मनोज जायसवाल ने बताया कि गणेश चतुर्थी के प्रथम दिन नगर में पांच स्थानों पर पूजा आरंभ हो गई जिसमें पॉपुलर गली के सामने श्री गोपाल जयसवाल द्वारा, ठठरैया में संतोष गुप्ता द्वारा, नहर बाग में कमल किशोर द्वारा, साहब गंज में साहबदीन सीताराम स्कूल के सामने शुभम गुप्ता द्वारा और रामनगर के शिवालय मंदिर में गणेश राय की अध्यक्षता में आयोजन समितियों तमाम पदाधिकारियों की उपस्थिति में पूजा प्रारंभ कर दी है। इसके अलावा नगर के प्रमुख स्थान जैसे अमानीगंज कॉलोनी, साहबगंज, हैदरगंज, बछड़ा सुलतानपुर, देवकाली, बालदा, महाजनी टोला, कंधारी बाजार, बल्ला हाता रिकाबगंज, रेतिया, नया पुरवा, बेगमगंज गढ़ाईया, तेली टोला, हमदानी कोठी रीडगंज, जमुनिया बाग, टकसाल, धारा रोड, मुगलपुरा, सिविल लाइन, दाल मंडी, नाका के साथ अयोध्या धाम में रायगंज गोडीयाना, बिरला मंदिर के सामने पुराना बस अड्डे के पास, श्रृँगारहाट, नया घाट, ऋण मोचन चौराहा, काशीराम कॉलोनी रामघाट और शेरगंज बाजार कैथाना सहित ग्रामीण क्षेत्रों में सोहावल क्षेत्र में लगभग 18 स्थानों पर, रुदौली में 1 स्थान पर, भदरसा में 3 स्थानों पर, पूरा ब्लॉक में 30 स्थानों पर, गोसाईगंज में 3 स्थानों आदि ग्रामीण क्षेत्रों सहित पूरे जिले में लगभग 300 स्थानों पर आगामी 4 और 5 सितंबर से पूजा प्रारंभ हो जाएगी और 9 सितंबर को इन सभी मूर्तियों का विसर्जन परंपरागत स्थानों पर किया जाएगा।
श्री जायसवाल ने बताया कि केंद्रीय समिति के प्रमुख पदाधिकारियों में गगन जायसवाल, जेएन चतुर्वेदी, सुप्रीत कपूर,रोहित अग्रवाल सहित पार्षद एवं जोनल प्रमुख राजेश गौड़ तथा जोनल प्रमुख अतुल सिंह, अखिलेश पाठक, बजरंगी साहू, चंदन गुप्ता, पवन निषाद, आलोक शंकर, अमित कनोजिया, राजू जायसवाल, अशोक कनक, राजेश श्रीवास्तव, सुनील मौर्य, विशाल गुप्ता आदि अपने-अपने क्षेत्र में ग्रामीण क्षेत्रों के पदाधिकारी अपने अपने क्षेत्र में भ्रमण कर करते हुए पूजा समितियों के संपर्क में है और उनकी जो समस्याएं हैं, उन्हें एकत्र करके प्रशासन के सहयोग से उनके समाधान का प्रयास किया जा रहा है जिससे गणेश उत्सव पूरे भव्यता और गरिमा के साथ संपन्न हो सके।