रुदौली। गुरुवार को सीएचसी रुदौली पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा विश्व मलेरिया दिवस मनाया गया। जिसमे में उपस्थित लोगों को मलेरिया के बचाव, लक्षण व मच्छरों को पैदा होने से रोकने के उपायों के बारे में जागरूक किया। इस अवसर सीएचसी के अधीक्षक डॉ पीके गुप्ता ने मलेरिया के बारे में जागरूक करते हुए बताया कि मलेरिया के मच्छर के काटने के बाद अचानक तीव्र बुखार के साथ शरीर टूटने लगता है। सिर के अगले भाग में व आंखों के पिछले भाग सहित मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द होने लगता है। उन्होंने कहा कि बुखार होने पर तुरंत इसकी जांच कराएं, अगर जांच में मलेरिया पाया जाता है तो पूरा इलाज कराएं । उन्होंने बताया कि मलेरिया होने पर नीम-हकीमों के चक्कर में न पड़े। उन्होंने बताया कि सप्ताह में एक बार कूलर आदि को साफ कर, ठहरे पानी में काले तेल व सरसों के बूंद का छिड़काव, पूरे बाजू के कपड़े व खुले में सोने पर क्रीम लगाकर मलेरिया से बचा जा सकता है।उन्होंने आंगनबाड़ी व आशा वर्करो अपने-अपने सेंटरों से जुड़े लोगों को मलेरिया के प्रति जागरूक करने की अपील भी की और उन्हें इसके बचाव व लक्षण की जानकारी दें। वही डॉ मदन बरनवाल ने कहा कि मलेरिया पीड़ित लोगों को सरकारी अस्पतालों से मुफ्त दवाइयां दी जा रही है।इस दौरान 21 मरीजो का रक्त परीक्षण भी किया गया ।कार्यक्रम में मुख्य रूप से चीफ फार्मेसिस्ट चन्द्र बहादुर यादव,अशोक गुप्ता ,बच्चू लाल सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
सीएचसी रुदौली पर मनाया गया विश्व मलेरिया दिवस
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