-प्रमुख सचिव ने रामपथ, भक्तिपथ व जन्मभूमि पथ से जुड़े कार्यो को दिसम्बर तक पूरा करने का दिया निर्देश
अयोध्या। प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में अयोध्या को विश्व स्तरीय धार्मिक पर्यटन नगरी के रूप में विकसित करने हेतु अयोध्या विजन डाक्यूमेंट डेवलपमेंट/गतिमान परियोजनाओं की वित्तीय एवं भौतिक प्रगति की समीक्षा बैठक आयुक्त कार्यालय सभागार में आहूत की गयी। मण्डलायुक्त गौरव दयाल द्वारा अयोध्या में निर्माणाधीन विभिन्न परियोजनाओं के प्रगति एवं विकास कार्यो के सम्बंध में मुख्य सचिव के समक्ष बिन्दुवार प्रस्तुतीकरण किया गया। मुख्य सचिव ने कहा कि आने वाले 6 माह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
आगामी जनवरी माह में भव्य श्रीराम जन्मभूमि का उद्घाटन होना है, जिससे अयोध्या आने वाले श्रद्वालुओं की संख्या में लाखों की वृद्वि होगी। अयोध्या में निर्माणाधीन विभिन्न पथ यथा रामपथ, भक्ति पथ व जन्मभूमि पथ के निर्माण कार्य के लिए आगामी दो माह बहुत ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि जुलाई माह में बरसात के कारण कार्य बाधित हो सकता है इसलिए अधिक से अधिक मानव संसाधन बढ़ाकर दिन रात दोनों शिफ्टों में कार्य को और तेजी से किया जाय। सभी अधिकारी अयोध्या धाम में निर्माणाधीन कार्यो में व्यक्तिगत रूचि रखते हुये कार्य करायें तथा उनमें यह भावना होनी चाहिए कि हम अयोध्या के निर्माण के साक्षी बनें। मुख्य सचिव ने कहा कि आगामी दिनों में अयोध्या में श्रद्वालुओं की संख्या में बढ़ोत्तरी होगी।
हमारी यह जिम्मेदारी है कि देश विदेश से आने वाले सभी श्रद्वालुओं को बेहतर से बेहतर सुविधा उपलब्ध करायी जाय इसके लिए अभी से अयोध्या में स्थित सभी धर्मशालाओं एवं होम स्टे की सुविधा उपलब्ध करायी जाय इसके लिए आनलाइन पोर्टल बनाया जाय और इसका व्यापक प्रचार प्रसार किया जाय, जिससे आने वाले श्रद्वालु घर बैठे ही बुकिंग कर सुविधायें प्राप्त कर सकें तथा अयोध्या में प्रस्तावित टेन्ट सिटी को जल्द से जल्द विकसित कर उसका संचालन किया जाय। उन्होंने भविष्य में अयोध्या आने वाले श्रद्वालुओं को सुगम यातायात उपलब्ध कराने हेतु चलायी जा रही परियोजनाओं की समीक्षा करते हुये उन्होंने कहा कि श्रद्वालुओं को बुनियादी सुविधायें उपलब्ध हों इसके लिए एक बेहतर कार्ययोजना बनाकर कार्य किया जाय, जिसमें श्रद्वालुओं की संख्या में बढ़ोत्तरी को देखते हुये ट्रेनों की संख्या बढ़ायी जाय तथा अयोध्या में निर्मित बस स्टाप को और विकसित किया जाय तथा उसके सामने राष्ट्रीय राजमार्ग पर अण्डर पास बनाया जाय, जिससे लखनऊ से अयोध्या आने वाले श्रद्वालुओं को सुगम यातायात की सुविधा मिल सकें।
उन्होंने कहा कि आगामी दिसम्बर माह अयोध्या धाम में 50 इलेक्ट्रिक बसें उपलब्ध करायी जाय। जिससे अयोध्या के अंदर श्रद्वालुओं को आने जाने में सुविधा हों। मुख्य सचिव ने अयोध्या में प्रस्तावित 06 प्रमुख प्रवेश द्वारों में भूमि अर्जन की कार्यवाही जल्द से जल्द पूर्ण कर वहां पर मूलभूत सुविधायें उपलब्ध कराते हुये भव्य प्रवेश द्वारों का निर्माण कार्य किया जाय, जिसमें पार्किंग, फूडकोर्ट आदि की सुविधायें श्रद्वालुओं को उपलब्ध करायी जाय। उन्होंने कहा कि अयोध्या में प्रमुख स्थानों पर फूड प्लाजा एवं फूड कोर्ट आदि की सुविधायें श्रद्वालुओं को उपलब्ध करायी जाय। उन्होंने अयोध्या को स्वच्छ एवं सुन्दरतम नगरी के रूप में विकसित करने हेतु कहा कि पूरे देश के लिए अयोध्या को आइडियल/विश्व स्तरीय सिटी के रूप में विकसित करने के लिए आवश्यक है कि इन्दौर की भांति कूड़े का कलेक्शन डोर टू डोर शत प्रतिशत किया जाय तथा यहां के आम नागरिकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाय।
जिलाधिकारी नितीश कुमार ने अयोध्या धाम में निर्माणाधीन परियोजनाओं के प्रगति की जानकारी दी तथा इन सभी परियोजनाओं में आने वाली समस्याओं को मुख्य सचिव के समक्ष रखा। पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण कुमार ने आगामी सावन मास मेले के दृष्टिगत अयोध्या में निर्माणाधीन रामपथ में श्रृंगार हाट से लेकर हनुमानगढ़ी दशरथ महल तक सड़क निर्माण कार्य पूर्ण करवाने तथा सुरक्षा संबंधी विभिन्न बिंदुओं पर मुख्य सचिव का ध्यान आकृष्ट किया, जिस पर मुख्य सचिव ने सम्बंधित अधिकारियों को सर्तक दृष्टि रखते हुये कार्यवाही करने के निर्देश दिये। नगर आयुक्त/उपाध्यक्ष अयोध्या विकास प्राधिकरण विशाल सिंह द्वारा अयोध्या के विकास के लिए चलायी जा विभिन्न परियोजनाओं की जानकारी दी। बैठक में अपर मुख्य सचिव आवास एवं शहरी नियोजन, प्रमुख सचिव सिंचाई, प्रमुख सचिव परिवहन सहित अन्य प्रमुख विभागों को प्रमुख सचिव एवं मण्डलीय अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक से पूर्व मुख्य सचिव द्वारा अयोध्या के गुप्तारघाट के फेस-1, फेस-2, फेस-3 की विकास परियोजनाओं व गुप्तार घाट से राजघाट तक बंधे का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने निर्माणाधीन एस0टी0पी0 प्लांट, अयोध्या के नयाघाट सहित विभिन्न घाटों एवं प्रमुख स्थलों का निरीक्षण किया। मुख्य सचिव द्वारा गुप्तारघाट में छायादार वृक्षों को रोपण करने के निर्देश दिये तथा सभी घाटों को साफ सुथरा रखने के निर्देश दिये। मुख्य सचिव द्वारा श्री राम जन्मभूमि मंदिर को जोड़ने वाले विभिन्न प्रमुख मार्गो यथा भक्ति पथ, जन्मभूमि पथ एवं राम पथ का भी जायजा लिया गया।
बैठक के उपरांत मुख्य सचिव द्वारा निर्माणाधीन मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट के टर्मिनल बिल्डिंग व रनवे का निरीक्षण किया। इसके पश्चात अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा विकसित सूर्यकुण्ड का निरीक्षण किया तथा प्राधिकरण द्वारा अयोध्या धाम में कराए जा रहे विभिन्न पौराणिक कुंडो के सुंदरीकरण के कार्यो की सराहना की। भ्रमण के अंतिम चरण में मुख्य सचिव ने अयोध्या नगर में लगभग 10000 घरेलू आवासों के रूफटाप पर विद्युत बिल में बचत हेतु उपयोगी ग्रिड कनेक्टेड सोलर पावर प्लाण्ट स्थापित कराने हेतु जागरूगता अभियान का शुभारम्भ यूपीनेडा द्वारा संचालित सौर ऊर्जा रथ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना करते हुये किया गया।
इस दौरान उन्होंने यूपीनेडा के द्वारा अयोध्या सोलर सिटी में सौर ऊर्जा से संचालित होने वाले ई-रिक्शा को भी रवाना किया। कार्यक्रम में मुख्य सचिव के साथ आयुक्त गौरव दयाल, जिलाधिकारी नितीश कुमार नगर आयुक्त विशाल सिंह, निदेशक यूपी नेडा अनुपम शुक्ला एवं सचिव नेडा नीलम के साथ अन्य लोग उपस्थित रहें।
अयोध्या में विकास के नित नई पटकथा लिखी जा रही है : लल्लू सिंह
अयोध्या । विश्व पर्यटन के मानचित्र पर स्थापित अयोध्या में विकास के नित नई पटकथा लिखी जा रही है। सांसद लल्लू सिंह के प्रयासों से इसमें और कड़ियां जुड़ गई है। अयोध्या से मां विध्यवासिनी धाम को फोर लेन सड़क से जोड़ने के लिए सम्पूर्ण मार्ग को चार पैकेज में विभाजित किया गया है। जिसमें दो पैकेज को संस्तुति मिल गयी है। शेष सभी की स्वीकृति शीघ्र मिल जायेगी। पिछले साल राजकीय इंटर कालेज में आयोजित जनसभा के दौरान केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने सांसद लल्लू सिंह के अनुरोध पर इसकी घोषणा की थी।
सांसद लल्लू सिंह ने बताया कि अयोध्या भारत के सांस्कृतिक व आध्यात्मिक केंद्रों में प्रमुख स्थान रखती हैं । सप्तपुरीयों में प्रथम अयोध्या का विकास वैश्विक मानकों के अनुसार किया जा रहा है। इसके लिए सरकार ने हजारों करोड़ की योजनाएं दी है। अयोध्या पूरी दुनिया के लिए आस्था और श्रद्धा के साथ आकर्षण का भी केंद्र बन गई है। यह अयोध्या ही नहीं अपितु पूरे प्रदेश के पर्यटन को संबल प्रदान करने वाला है ।
अयोध्या से प्रमुख तीर्थ स्थलों को बेहतर रोड कनेक्टिविटी प्रदान की जा रही है। जिससे रामायण कालीन व पौराणिक आध्यात्मिक केंद्रों का भी दर्शन पूजन करने हेतु अयोध्या आने के बाद श्रद्धालु जा सके । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या को विश्व की सर्वोत्तम नगरी बनाने के लिए कटिबद्ध है।