-सीएमएस और अधीक्षक ने ली जिम्मेदारी
अयोध्या। जिला अस्पताल में महिला परामर्शदाता और चिकित्सक के बीच शुक्रवार दोपहर हुए विवाद के मामले में दोनों पक्षों के बीच शनिवार को समझौता हो गया। यह समझौता आरोपी डाक्टर की ओर से अपनी गलती मानने और सीएमएस तथा अधीक्षक की ओर से भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न होने का जिम्मा लिए जाने की शर्त पर हुआ है।
चिकित्सक डा प्रशांत द्विवेदी से हुए विवाद के मामले में महिला परामर्शदाता शिखा राय ने डा प्रशांत पर कुर्सी से नहीं उठने के चलते गाली-गलौच व अभद्रता तथा कुर्सी पर लात मार नीचे गिरा देने की शिकायत की थी। बीच-बचाव करने पर डा बृज कुमार के निजी चालक मनोज कुमार का कॉलर पकड़ अभद्रता और पिटाई का भी आरोप लगाया गया था।
शनिवार को छुट्टी से वापस लौटे सीएमएस ने काफी समझने-बुझाने के बाद दोनों पक्षों में सुलह-समझौता करवा दिया। डा प्रशांत ने आरोपों को स्वीकार करते हुए माफ़ी मांगी है तथा भविष्य में ऐसी घटना न होने का आश्वासन दिया है। वहीं महिला परामर्शदाता ने जिला अस्पताल में आगे सेवा न कर पाने का हवाला देते हुए अपने अपने गृह जनपद अथवा आसपास के क्षेत्र में काम करने की बात कही, जिसको लेकर अस्पताल प्रबंधन ने विभागीय उच्चधिकारियों को अवगत कराते हुए अग्रिम कार्यवाही कराने का आश्वासन और सीएमएस व अधीक्षक ने भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न होने स्वयं की जिम्मेदारी की बात कही है।
जिसके बाद महिला परामर्शदाता समझौते पर सहमत हो गई और डाक्टर के खिलाफ कोई क़ानूनी कार्रवाई न करने का आश्वासन दिया। समझौता पत्र पर दोनों पक्षों के साथ सीएमएस और अधीक्षक डा विपिन वर्मा ने हस्ताक्षर किया है। सीएमएस डा उत्तम कुमार ने बताया कि दोनों पक्षों में सुलह-समझौता हो गया है।