-गुस्साए ग्रामीणों ने रोकवाया निर्माण कार्य, अब तोड़कर फिर से बनेगी बाउंड्री वॉल
मिल्कीपुर। मिल्कीपुर ब्लाक क्षेत्र अंतर्गत सिधौना ग्राम पंचायत के खदरा गांव में निर्माणाधीन वाटर टैंक परिसर की बाउंड्री वॉल पीली तथा कच्ची ईंटों से निर्मित कराए जाने को लेकर भड़के ग्रामीणों ने जमकर हंगामा काटा और मानक के विपरीत कराए जा रहे निर्माण को रुकवा दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण कार्यदाई संस्था द्वारा समूचे गांव की गलियों एवं मुख्य रास्ते पर बने खड़ंजा, इंटरलॉकिंग तथा सीसी रोड को तुड़वाकर फेंक दिया गया है। जिसके चलते ग्रामीणों सहित आम जन का चलना दुश्वार हो गया है। बताते चलें कि हर घर जल योजना के तहत खदरा गांव में वॉटर टैंक का निर्माण कार्यदाई संस्था कासु इंफ्राटेक कंपनी की ओर से कराया जा रहा है।
जिसमें वॉटर टैंक सहित बाउंड्री का निर्माण कार्य जारी है। अधिकृत ठेकेदार द्वारा बाउंड्री वॉल निर्माण में पूरी तरह से कच्ची १ पीली ईंटों का प्रयोग कर 5 फीट ऊंची बाउंड्री का निर्माण कर दिया गया। जिसे देख ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान जा पहुंचा और उन्होंने ग्राम प्रधान श्रीमती उमा सिंह के पति महेंद्र प्रताप सिंह को मानक विहीन निर्माण कराए जाने की जानकारी दी। सूचना पाकर सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और नाराज ग्रामीणों ने मानक विहीन अवैध निर्माण रुकवा दिया तथा कंपनी के उच्चाधिकारियों को जानकारी दी।
सूचना मिलते ही कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर सुनील सिंह अवर अभियंता शुभम शुक्ला के साथ मौके पर पहुंचे उन्होंने भी बाउंड्री वाल निर्माण में प्रयुक्त की गई ईट को अत्यंत घटिया बताते हुए निर्माण कार्य कर रहे ठेकेदार को खूब जमकर खरी खोटी सुनाई। उधर प्रधान के पति महेंद्र प्रताप सिंह ने कंपनी के डायरेक्टर प्रशांत रेड्डी से वार्ता कर उन्हें समूचे घटनाक्रम की जानकारी दी और अपने गांव में तोड़े गए इंटरलॉकिंग, सीसी रोड एवं खडंजा रोड को पुनर्निमित कराए जाने के बाद ही वॉटर टैंक सहित मानक विहीन निर्मित कराई गई बाउंड्री वाल को तुड़वाकर मानक के अनुरूप ही बाउंड्री वाल निर्माण कराए जाने की बात कही। मामले के संबंध में कंपनी के डायरेक्टर प्रशांत रेड्डी ने बताया कि पूरी बाउंड्री वॉल तोड़वाकर फिर से मानक के अनुरूप पक्की ईंटों से निर्मित कराया जाएगा। इसके साथ ही कंपनी के जिम्मेदार कर्मियों को हटाते हुए संबंधित ठेकेदार के विरुद्ध भी कार्यवाही की जाएगी।