-सभापति ने प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के समन्वय स्थिति की ली जानकारी
अयोध्या। उत्तर प्रदेश विधान परिषद की विशेषाधिकार समिति की बैठक सर्किट हाउस के सभागार में शैलेन्द्र प्रताप सिंह सभापतित्व की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई, जिसमें विशेषाधिकार समिति के विधान परिषद सदस्य जितेन्द्र सिंह सेंगर, अशोक अग्रवाल, पवन कुमार सिंह, कुंवर महराज सिंह, सत्यपाल सिंह एवं विजय बहादुर पाठक बैठक में उपस्थित थे। बैठक में जिले के सभी विभागों व पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में समीक्षा बिन्दुओं की प्रस्तुती अपर जिलाधिकारी प्रशासन/नोडल अधिकारी अमित सिंह द्वारा किया गया।
विधान परिषद के सदस्य विजय बहादुर पाठक ने उपस्थित अधिकारियों से पूछा कि संसद, विधानसभा, विधान परिषद के सदस्यों तथा प्रशासन के बीच संबंध, सदस्यों के प्रति शिष्टाचार प्रदर्शन आदि विषय पर शासन द्वारा समय-समय पर जारी शासनादेशों एवं विभिन्न विभागों द्वारा जारी किये गये आदेशों की प्रतियां जनपद के समस्त कार्यालय अध्यक्ष के पास उपलब्ध है! इस पर नोडल अधिकारी ने सदस्यों को अवगत कराया कि इस सम्बंध में जो भी शासनादेश एवं विभागीय आदेश प्राप्त होते है उन्हें व्हाटसअप ग्रुप के माध्यम से तथा हार्ट कापी डाक से सभी के पास भेजी जाती है। सदस्य ने पूछा कि प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों के समन्वय की क्या स्थिति है! इस प्रश्न पर नोडल अधिकारी ने सदस्यों को अवगत कराया कि समय समय पर जनपद स्तर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों, बैठकों में सभी जनप्रतिनिधियों को सम्मान पूर्वक आमंत्रित किया जाता है और कार्यक्रम एवं बैठक स्थल पर शासन के आदेशानुसार पूरा सम्मान किया जाता है तथा जिला प्रतिनिधियों एवं जिला प्रशासन के मध्य पूर्ण रूप से समन्वय बनाकर सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का लाभ आम जनमानस तक पहुंचाया जाता है।
बैठक में नोडल अधिकारी ने सदस्यों को अवगत कराया कि जनप्रतिनिधियों से जो भी पत्र प्राप्त होते है उनका अंकन अलग रजिस्टर में करने के साथ उस पर त्वरित कार्यवाही के पश्चात जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया जाता है। विशेषाधिकार समिति के सदस्य द्वारा वर्ष 2022-23 में क्या विधान मण्डल के सदस्यों द्वारा जनपदीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरूद्व किसी कार्यवाही की संस्तुति की गयी है यदि हां तो उस पर कृत कार्यवाही से सदन को अवगत करायें। इस प्रश्न पर नोडल अधिकारी ने सदस्यों को अवगत कराया कि वर्ष 2022-23 में जनपद के किसी भी अधिकारी एवं कर्मचारी के विरूद्व विधान मण्डल के सदस्यों द्वारा किसी प्रकार की कार्यवाही की संस्तुति नही की गयी थी। सदस्य गण द्वारा क्षेत्रीय वनाधिकारी से पूछा कि विगत वर्ष जनपद में कितने वृक्ष लगे थे और उनमें से कितने प्रतिशत पौधे वर्तमान में सुरक्षित है। इस विषय पर वनाधिकारी ने बताया कि जनपद में विगत वर्ष लगाये गये वृक्षारोपण में 93 प्रतिशत पौधे सुरक्षित है।
समिति के सदस्य ने कहा कि जनपद में सभी जिला प्रतिनिधियों की पाक्षिक अथवा मासिक बैठक का आयोजन जिला प्रशासन अलग से कराकर जनपद में चल रहे विकास कार्यो की गुणवत्ता के साथ यदि कोई कमी है तो उसमें सुधार के मार्गदर्शन जनप्रतिनिधियों से प्राप्त कर सकते है। बैठक में समिति के सदस्यों ने कहा कि यह धरती भगवान श्रीराम की पवित्र जन्मभूमि है यहां पर आपको सेवा का अवसर मिला है इस अवसर का लाभ उठाते हुये पूरे मनोयोग से भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार द्वारा लागू योजनाओं का लाभ जनपद के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के साथ इस धरती के विकास में सभी विभाग समन्वय बनाकर इसकी भव्यता को बढ़ायें ताकि अयोध्या नगरी विश्व की सर्वोत्तम नगरी में सुमार हो। सदस्यगण द्वारा वन, कृषि, भूमि संरक्षण, पीडब्लूडी, शिक्षा, विकास प्राधिकरण, पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी सहित अन्य विभागों में चल रही योजनाओं एवं उनकी उपलब्धियों तथा गुणवत्ता आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की।
अन्त में सभापति शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि समिति की यह एक महत्वपूर्ण बैठक है। आपके क्या कर्तव्य है कर्तव्यों का किस प्रकार पालन हो सरकार द्वारा जो भी जनकल्याणकारी योजनायें चलायी जा रही है उनको अच्छी गुणवत्ता के साथ क्रियान्वित करें। सभी जनप्रतिनिधियों का शासन द्वारा जारी शासनादेश एवं विभागों द्वारा जारी आदेश को ध्यान में रखते हुये उनका उचित सम्मान करें। जब आप किसी का सम्मान करेंगे तो वह आपका भी सम्मान करेंगे। सब लोग मिल जुलकर सरकार की योजनाओं पर कार्य करना चाहिए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अनिता यादव, अपर जिलाधिकारी प्रशासन/नोडल अधिकारी अमित सिंह सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।