पूर्व मंत्री तेजनाराण पाण्डेय ने प्रदेश सरकार व राजभवन पर जमकर साधा निशाना
फैजाबाद। पूर्व मंत्री तेजनारायण पाण्डेय पवन ने गुरूवार को प्रदेश सरकार के साथ-साथ राजभवन पर भी जमकर निशाना साधा। श्री पाण्डेय ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान जिन राज्यपाल को प्रदेश में हर ओर अराजकता का माहौल दिखाई देता था उन्हीं राज्यपाल को अब उत्तर प्रदेश सबसे उत्तम प्रदेश नजर आ रहा है। पूर्व विधायक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राजबली यादव की 19वीं पुण्यतिथि पर राजबली स्मारक पब्लिक स्कूल मड़ना में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत कर रहे पूर्व मंत्री श्री पाण्डेय ने कहा कि आज जब कि पूरा प्रदेश अराजकता की आग में झुलस रहा है। किसान, नौजवान और यहाॅं तक की बेटियाॅं भी सुरक्षित नहीं हैं। ऐसे में महामहिम को हर तरफ रामराज्य नजर आ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जब समाजवादी पार्टी की सरकार थी उस समय यही महामहिम प्रदेश सरकार के खिलाफ कुछ भी बोलने से नहीं चूकते थे। यहाॅं तक कि बार-बार पत्रकार वार्ता करके सरकार के कामकाज में हस्ताक्षेप करते थे। लेकिन अब जबकि प्रदेश में हर ओर अराजकता का माहौल है और खासकर उत्तर प्रदेश की बेटियों के ऊपर आफत आ गयी है लेकिन राज्यपाल इस बारे में न तो मुख्यमंत्री को कोई सलाह ही दे रहे हैं और न ही उनके काम में कोई खामियाॅं निकाल रहे हैं। श्री पाण्डेय ने पूर्व विधायक राजबली यादव की जीवन वृत्त पर प्रकाश डालते हुए बताया कि राजबली यादव ने न सिर्फ आजादी की लड़ाई लड़ी बल्कि आजादी मिलने के बाद भी सामंतवाद के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त करते रहे। उन्होंने बताया कि राबजली यादव ने जुल्म ज्यादती क खिलाफ जो संदेश दिया है वह आज भी प्रासंगिक है। श्री पाण्डेय ने कहा कि राजबली यादव के दिखाई हुए रास्ते पर चलकर आज के युवा प्रदेश और देश को नई दिशा प्रदान कर सकते हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व प्रधान लड्डू लाल यादव व संचालन पूर्व जिला पंचायत सदस्य संजय यादव ने किया। सपा प्रवक्ता चौधरी बलराम यादव ने बताया कि इससे पूर्व विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व मंत्री ने स्वतंत्रता सग्राम सेनानी राजबली यादव की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धाजंलि अर्पित की। इस मौके पर राम लखन यादव पूर्व बी0एस0ए0, शिवबरन यादव पप्पू विधान सभा अध्यक्ष, जियालाल यादव, राजमणि यादव, ललित यादव, अनिल यादव, सन्टी तिवारी, डा0 एस0पी0 यादव, रक्षाराम यादव, शमशेर यादव, उमेश यादव, रामानन्द यादव फौजी, अंगद यादव, बृजेश यादव, शिवकुमार यादव, रामरंग यादव प्रधान, रामशब्द यादव, सियाराम यादव, सालिक राम यादव, राम सरन यादव, अरविन्द निषाद प्रधान, अजय वर्मा प्रधान, तेजबहादुर वर्मा, भरतलाल गौड़, राममोहन यादव, भरतलाल यादव, रामपाल यादव, अनवर हुसैन, जाबिर खान, गनेण यादव, अशफाक खान, राजेश प्रजापति आदि मौजूद थे।