-गिट्टी गिराने वाला डंपर पीछे की तरफ चल रहा था अंधेरे के कारण हुआ हादसा
गोसाईगंज। थाना महाराजगंज इलाके के पुलिस चौकी पूराबाजार अंतर्गत ग्राम नारा के पास बने रेलवे गेट नंबर 101 सी के पास मिट्टी गिराने वाले डंपर के नीचे दबकर दो आरपीएफ के जवानों की दर्दनाक मौत हो गई।रेलवे के गेट नंबर 101 सी पर कार्यरत जगदयाल ने बताया कि 10 दिसंबर को भोर में लगभग 4 बजे मिट्टी गिराने वाला डंफर आया और आगे डंफर मुडने की जगह ना होने के कारण डम्फर पीछे की तरफ चल रहा था। अंधेरा होने के कारण दोनों जवान रेलवे ट्रैक के किनारे डंफर के पिछले हिस्से में दब गये और बुरी तरह से घायल हो गये।
मामले की सूचना मिलते ही एसएचओ महाराजगंज वीरेंद्र कुमार राय, चौकी प्रभारी पूरा बाजार मनजीत सिंह दलबल के साथ मौके पर पहुंच गए। आरपीएफ के 2 जवानों के मौत की सूचना मिलते ही आरपीएफ के सीओ और इंस्पेक्टर मनीष कुमार राय मौके पहुंच गए और रात में ही गंभीर रूप से घायल जवानों को लेकर जिला अस्पताल पहुंच गए जहां चिकित्सकों ने दोनों जवानों को मृत घोषित कर दिया।आरपीएफ के इंस्पेक्टर मनीष कुमार राय ने बताया कि मृतकों में हेड कांस्टेबल सूर्यनाथ प्रजापति 44 वर्ष पुत्र मोहित प्रजापति ग्राम मडोही पोस्ट मदिया पार थाना अतरौलिया जिला आजमगढ़ तथा रायसाहब यादव 45 वर्ष पुत्र राम शिरोमणि यादव ग्राम गाजीपुर थाना मड़ियाहूं जिला जौनपुर के निवासी थे।
आरपीएफ इंस्पेक्टर मनीष कुमार राय ने बताया कि रेलवे ट्रैक पर विद्युतीकरण का कार्य चल रहा है और सामानों की सुरक्षा के लिए दोनों जवानों को ड्यूटी पर लगाया गया था। रात में गश्त के दौरान ड्यूटी पर तैनात दोनों जवान अंधेरा होने के कारण डंफर की चपेट में आ गए और दर्दनाक मौत हो गई।मृतकों के घर वालों को सूचित कर दिया गया है।
सीओ सदर आरके चतुर्वेदी ने बताया कि रेलवे स्टेशन बिल्हर घाट पर रेलवे का निर्माण कार्य चल रहा है।सामानो की सुरक्षा में जवानों की तैनाती की गई थी। जहां ग्राम नारा के पास बनी रेलवे फटकी नंबर 101 सी के पास डंपर के नीचे दब जाने से दो आरपीएफ जवानों की मौत हो गई है।विभाग द्वारा तहरीर मिल गई है।शव का पंचनामा कराकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।पोस्टमार्टम के आधार पर एफ आई आर दर्ज कर शीघ्र कार्रवाई की जाएगी। ड्राइवर और डंफर पुलिस के कब्जे में है।थानाध्यक्ष महाराजगंज वीरेंद्र कुमार राय ने बताया की डंपर नंबर एच आर 69 डी 6859 को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि यदि समय रहते रेलवे गेट 101सी पर तैनात कर्मचारी द्वारा विभाग को सूचना दी जाती तो मृतकों को बचाया जा सकता था। समाचार लिखे जाने तक एफ आई आर दर्ज नहीं हो पाई थी।