खाली कराने के लिए चस्पा हुई नोटिस, अस्पताल कर्मी आक्रोशित, खड़ा हुआ आवासीय संकट
अयोध्या। स्वास्थ्य महकमें ने तीन मंजिला एमसीएच आवासीय भवन समेत नर्सेज छात्रावास और जेनरेटर रूम को जर्जर घोषित किया है। इसमें रह रहे कर्मियों को आवास खाली करने के लिए अस्पताल प्रशासन की ओर से नोटिस जारी किया गया है। साथ ही आवासीय भवन के एक-एक कमरे के दरवाजे पर नोटिस लगवाई गई है।
पूर्व में स्वास्थ्य कर्मचारियों को आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए विभाग की ओर से -जिला अस्पताल में मोर्चरी भवन और महिला अस्पताल स्थित रेन बसेरे के बगल एमसीएच तीन मंजिला आवासीय भवन तथा जिला क्षय रोग अस्पताल के पीछे स्थित नर्सेज छात्रावास का निर्माण कराया गया था। लोक निर्माण विभाग की ओर से निर्माण होने के बाद भवनों को स्वास्थ्य विभाग को हस्तांतरित नहीं किया गया, और स्वास्थ्य कर्मियों ने कमरों में रहना शुरू कर दिया। अस्पताल सप्लाई जोड़ बिजली का इस्तेमाल करने लगे।
अब अस्पातल प्रशासन ने सभी को एक सप्ताह में आवास खाली करने की नोटिस दी है और कमरों पर चस्पा कराई है. नोटिस पाने वाले लैब टेक्नीशियन सोनू, पुष्पा, प्रियंका, स्टाफ नर्स नंदिता, सुनीता देवी प्रथम, वार्ड ब्वाय सोनी,ओम प्रकाश आदि का कहना है कि अस्पताल प्रशासन को पहले वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए, तब मकान खाली कराना चाहिए। अब वह लोग कहां जाएं।
जिला अस्पताल के प्रभारी एसआईसी डा ब्रिज प्रसाद का कहना है कि 10 सदस्यीय समिति से सर्वे कराया गया तो समिति ने भवन को जर्जर करार दिया है। बिना हैंडओवर हुए लोगों ने अवैध रूप से कब्जा कर रखा है। एक सप्ताह में आवास खाली न करने पर मामला प्रशासन के हवाले किया जाएगा। पीड़ित नियमित कर्मी को आवासीय भत्ते का भुगतान होगा।