– पुलिस के हस्तक्षेप से टकराव होने से बचा
मिल्कीपुर। एनएचएआई के अधिकारियों एवं कुमारगंज बाजार के व्यापारियों के बीच मुआवजे के विसंगति को लेकर तीखी नोख झोक हुई। मौके पर मौजूद कुमारगंज पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद टकराव होते होते बाल-बाल बचा। काफी देर तक दोनों पक्षों में जमकर नोकझोंक होती रही। हालांकि आक्रोशित व्यापारी अधिकारियों के साथ लगभग 1 घंटे बंद कमरे में चली वार्ता के दौरान न्याय दिलाए जाने के आश्वासन के बाद शांत हो सके।
जानकारी के मुताबिक फैजाबाद रायबरेली राष्ट्रीय राजमार्ग 303 ए का विस्तारीकरण का कार्य प्रगति पर है। कुमारगंज बाजार के व्यापारियों ने दुकान मकान के मुआवजे में विसंगति को लेकर विगत 5 दिन पूर्व अतिक्रमण हटाने पहुंचे कार्यदाई संस्था पीएनसी के कर्मियों से भिड़ गए थे। हालांकि उस दिन भी मामला किसी तरह शांत हो गया था। उसी क्रम में मंगलवार को एनएचएआई के परियोजना निदेशक भूमध्य अधिकारी अयोध्या लव कुमार सिंह तथा उप जिलाधिकारी दिग्विजय प्रताप सिंह सहित पुलिस फोर्स के साथ व्यापारियों के साथ बैठक कर समस्या का निदान करने पहुंच गए थे।
व्यापारियों ने मुआवजे में भारी विसंगति तथा उचित मुआवजा दिए जाने का आरोप लगाते हुए व्यापारियों सहित आमजन का उत्पीड़न किए जाने की बात कही। अधिकारियों के सामने ही एक व्यापारी के माकान की नाप जोख शुरू हो गई। इसी बीच मामला बढ़ता गया और कुमारगंज बाजार के लगभग सैकड़ों व्यापारी मौके पर पहुंच गए। वार्ता के दौरान मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों एवं एनएचआई कर्मियों तथा व्यापारियों के बीच नोकझोंक शुरू हो गई मौके पर मौजूद कुमारगंज थाने के उप निरीक्षक उमेश वर्मा एवं आशीष यादव सहित पुलिस फोर्स के सूझबूझ के चलते बड़ा टकराव होते होते बच गया इसके बाद पूर्व में गठित व्यापारियों की 11 सदस्यीय कमेटी के सदस्यों एवं मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों के बीच मौके से हटकर कहीं अन्यत्र मीटिंग के जाने का फैसला हुआ।
व्यापारियों की बातें मान कर कुमारगंज कस्बा स्थित चंद्रबली सिंह उर्मिला महाविद्यालय के बंद कमरे में बैठक शुरू हुई। लगभग 1 घंटे चली वार्ता के दौरान तय हुआ कि जिन भी लोगों को मुआवजे में विसंगति की शिकायत है, और जिनका नाम मुआवजे की सूची में सम्मिलित होने से वंचित रह गया है, वे सभी अपना शिकायती प्रार्थना पत्र एनएचएआई कर्मियों को उपलब्धध करा दें। राजस्व कर्मियों एवं एनएचएआई कर्मियों की संयुक्त टीम स्थलीय निरीक्षण कर अपनी जांच रिपोर्ट प्रेषित करेंगे। जिसकेे बाद ही बजार में रोड निर्माण की कार्रवाई शुरू होगी।