कुलपति ने बंद परियोजनाओं के प्रभावित कर्मियो दी समायोजन की सौगात
मिल्कीपुर-फैजाबाद। नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज में विगत वित्तीय वर्ष में अखिल भारतीय समन्वित शोध परियोजनाओं में पदों की समाप्ति अथवा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद से बंद की जा चुकी परियोजनाओं से प्रभावित कर्मियों के अन्य रिक्त पदों पर समायोजन की सौगात नवनियुक्त कुलपति प्रो जे एस संधू ने दे दी।
ज्ञात हो विश्वविद्यालय की शोध गतिविधियों की धीमी गति तथा उच्च स्तर पर लिए गए निर्णयों के चलते दिसम्बर २०१७ से कुल ६ परियोजनाओं के ३३ वैज्ञानिक व सहयोगी स्टाफ प्रभावित थे। इन कर्मियों की कठिनाइयों का निराकरण करते हुए कुलपति प्रो संधू ने प्राशनिक अनुभाग को इसे प्राथमिकता पर निपटाने के निर्देश दिया था जिसके बाद समायोजन प्रक्रिया को पूरी करते हुए अन्य परियोजनाओं में इन कर्मियों का समायोजन गत ३ अप्रैल को कर दिया गया।
विश्वविद्यालय में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद से वित्त पोषित अखिल भारतीय समन्वित शोध परियोजना के अंतर्गत संचालित ड्राई लैंड परियोजना,मूंग,उरद,मसूर शोध परियोजना, शाक भाजी अनुसंधान परियोजना तथा हनी बी एंड पोलीनेशन परियोजना में पदों की कटौती भारतीय कृषि अनुसंधान परिशस्ड द्वारा की गई थी जब कि जूट एंड एलाइड फाइबर परियोजना तथा बीड मैनेजमेंट परियोजनाएं समाप्त हो गई थीं ।
वहीं दूसरी तरफ कुलपति प्रो संधू द्वारा विश्वविद्यालय की आंतरिक सुरक्षा तथा कर्मियों के आवाजाही एवम कार्यावधि में कार्यालयों से बाहर की गतिविधियों पर नजर रखने के उद्देश्य से विश्वविद्यालय परिसर में सी सी टी वी कैमरा स्थापित कर दिए गए हैं। अब विश्वविद्यालय के दोनों द्वारों पर परिसर के अंदर आने वाले तथा परिसर से बाहर जिसने वाले लोगों पर नजर रखने के लिए २-२ कैमरे तथा प्रशासनिक भवन में कैमरा लगा दिया गया है। प्रथम चरण का कार्य हो जाने के पश्चात धन की उपलब्धता होते ही विश्वविद्यालय के सभी प्रमुख भवनों, स्थलों व मार्गों को भो खुफिया कैमरे से लैस कर दिया जाएगा।