-मुख्य मार्ग पर जल भराव के चलते राहगीरों का चलना हुआ दुश्वार
मिल्कीपुर। गड्ढा युक्त चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग अयोध्या में गड्डा मुक्त सड़क’ सरकार के दावे को मुंह चिढ़ा रही है। तीन वर्षों से भागीपुर गांव स्थित परिक्रमा पथ पर जल भराव है। किन्तु जिम्मेदार इस दिशा में कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। अयोध्या के 84 कोसी परिक्रमा मार्ग के भागीपुर गांव में रोड पर करीब 200 से 300 मीटर तक जल भराव बना रहता है।
इसी मार्ग से आधा दर्जन विद्यालय के बच्चों के आने जाने के साथ ही प्रतिदिन करीब दस हजार लोगों का आवागमन होता है। ग्रामीणों का कहना है कि 3 वर्षों से इसी तरीके से जल भराव हो रहा है। लोगों को आने जाने में परेशानियां हो रही है। आए दिन राहगीर सड़क हादसे का शिकार हो रहे हैं।
प्रदेश की योगी सरकार जहां गड्ढा मुक्त सड़कों की बात करती है, वही मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र के इनायत नगर बाजार से आस्तिकन जाने वाले 84 कोसी परिक्रमा संपर्क मार्ग पर भागीपुर गांव में दो सौ से तीन सौ मीटर तक जल भराव की स्थिति बनी रहती है। यह एक दिन का मामला नहीं है, हल्की सी बारिश होते ही जल भराव हो जाता है। इस ओर न कोई जनप्रतिनिधि ध्यान दे रहे हैं और न ही संबंधित विभाग के अधिकारी ही।
ग्रामीण बताते हैं कि करीब 15 वर्ष पहले इनायत नगर से आस्तिकन को जोड़ने वाला 84 कोसी परिक्रमा संपर्क मार्ग प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बना था। जिस पर ग्राम भागीपुर में लगभग 200 मीटर तक इंटरलॉकिंग की गई थी। ग्रामीणों द्वारा लगातार जल बहाव के स्थानों पर अतिक्रमण करने से पूरा पानी मार्ग पर ही रुकने लगा। जिससे इंटरलॉकिंग उखड़ कर बड़े-बड़े गड्ढों में तब्दील हो गई। जिसके चलते तीन वर्षों से जल भराव की समस्या बनी हुई है।
लेकिन बारिश में समस्या विकराल रूप धारण कर लेती है। बीकापुर से रेवतीगंज, आस्तिकन, भागीपुर होते हुए इनायतनगर आने वाले राहगीरों को दूसरे मार्गो का सहारा लेकर इनायत नगर तक पहुंचना पड़ रहा है। ग्रामीण जग प्रसाद, आनंद सेन, गंगा सागर मौर्या, विकास पाल, राजू , शिव नायक, शिवप्रसाद, अमरनाथ, पवन कुमार, चिंताराम, खुशीराम, राज बहादुर, हरिपाल, सोनू सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि सबसे ज्यादा समस्या नौनिहालों को होती है। जिन्हें विद्यालय जाने के लिए कमर भर पानी में उतर कर जाना पड़ता है या मार्ग बदलकर जाना पड़ता है।
अगर स्थिति यही रही तो कभी भी किसी बच्चे के साथ कोई भी अप्रिय घटना घट सकती है। भागीपुर के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अजीत जायसवाल बताते हैं कि मार्ग पर हो रहे जल भराव की शिकायत मैंने जिले के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही से की थी शिकायत के बाद पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की टीम मौके पर जांच करने आई थी। उन्होंने मुझसे कहा कि 2024- 25 की कार्य योजना में इसको डाल दिया है। धन अवमुक्त होने के बाद बनाया जाएगा।
प्रधान ने जब कहा साहब बहुत लंबा समय हो जाएगा, तो जेई द्वारा कहा गया कि जब सरकार धन देगी तभी तो बनेगा। हम अपनी जेब से थोड़ी बनवाएंगे। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि जब तक सड़क नहीं बनाई जा रही है तब तक के लिए वैकल्पिक कोई व्यवस्था जल निकासी की प्रशासन को कर देना चाहिए। लेकिन इस ओर ब्लॉक तहसील व जिले की अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।
ग्रामीणों द्वारा इसकी शिकायत कई बार जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों से की गई। लेकिन आज तक किसी जनप्रतिनिधि या संबंधित अधिकारी ने मार्ग के किनारे नाला बनाने या मार्ग को ऊंचा करने की ज़हमत नहीं मोल ली है।