जप्त सम्पत्तियां शहीदों के परिवारों को बांटी जाय
“शहीदों के अरमानों को मंजिल तक पहुचाएंगे” अभियान का आगाज
अयोध्या। अशफ़ाक़ उल्ला खां मेमोरियल शहीद शोध संस्थान के प्रबंध निदेशक सूर्य कांत पाण्डेय ने कहा कि आजादी के संग्राम में शहीदों की मुखबरी करने वाले परिवारों की संपत्तियों को जप्त करके शहीद परिवारों में बांटा जाये। उन्होंने कहा कि अंग्रजों की मुखबिरों को मुखबरी के बदौलत अकूत धन मिला था। आजाद भारत में मुखबिरों के परिवार ठाट और रसूख़ से हैं जबकि अनेक क्रांतिकारी परिवार गरीबी रेखा के नीचे जीने को मजबूर है।
श्री पाण्डेय संस्थान द्वारा चलाए जा रहे “शहीदों के अरमानों को मंजिल तक पहुचाएंगे“ अभियान का प्रारंभ करते हुए यह विचार व्यक्त किया। शहीद शिरोमणि चन्द्र शेखर आजाद के शहादत दिवस पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ रंगकर्मी अयोध्या प्रसाद तिवारी तथा संचालन संस्थान के अध्यक्ष सलाम जाफरी ने किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता इकबाल मुस्तफा ने शहीदों के सपनों का समाज बनाने पर जोर दिया। भाकपा नेता अशोक तिवारी ने शहीदों के इतिहास पर पर्दा डालने की आलोचना करते हुए कहा कि देश के साथ यह गहरी साजिश है। सिविल लाइन स्थित एक होटल के सभागार में हुए कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जनवादी नवजवान सभा के नेता सत्य भान सिंह, इंकलाबी नवजवान सभा के नेता अतीक अहमद ने आरोप लगाया कि शहीदों का इतिहास से नयी पीढ़ी को अनभिज्ञ रखा जा रहा है। इन नेताओं ने मांग किया कि पाठ्यक्रम में देश का क्रांतिकारी इतिहास पढा़या जाय। मास्टर अहमद अली, डा नजमुल हसन गनी ने चौबीस दिवसीय कार्यक्रम में लोगों को अधिकतम भागीदारी का आवाहन किया।
इसके पूर्व सभी लोगों ने शहीद शिरोमणि चन्द्र शेखर आजाद के चित्र पर माल्यार्पण किया। कार्यक्रम में संस्थान की उपाध्याय हमीदा अजीज, अब्दुल रहमान भोले, देवेश ध्यानी, विकास सोनकर, विनीत कनौजिया, बुसरा खातून, मसमूम फैजाबादी अखिलेश चतुर्वेदी, राम जी तिवारी, मौलाना बादशाह खान, सहित सैकड़ों लोग शामिल हुए। शहादत दिवस पर शामिल लोगों ने संस्थान के आयोजनों को सफल बनाने का संकल्प लिया।