-
कहा न्याय न मिला तो बच्चों सहित करूंगी आत्मदाह
-
सांसद व प्रभारी मंत्री पर लगाया आरोप
फैजाबाद। पुलिस प्रशासन द्वारा मेरे पति संतोष दूबे जो कि बाबरी विध्वंस के आरोपी होने के साथ साथ पूर्व जिला पंचायत सदस्य व धर्म सेना के संस्थापक भी हैं का उत्पीड़न सत्ता के इशारे पर लगातार किया जा रहा है जिसमे जनपद के सांसद लल्लू सिंह, प्रभारी मंत्री सतीश महाना सहित जनपद के विधायकगण भी शामिल हैं। उक्त आरोप धर्मसेना के अध्यक्ष संतोष दूबे की पत्नी श्रीमती राजकुमारी दूबे ने शाने अवध सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता में कही। उन्होंने कहा कि जनपद का बच्चा बच्चा यह जानता है कि मेरे पति वर्षों से अयोध्या धाम की पवित्र पावन भूमि पर भव्य मंदिर निर्माण हेतु संघर्ष कर रहे हैं चूंकि भाजपा के लिए यह मात्र चुनाव व सत्ता पर काविज होने वाला मुद्दा रहा है अतः जो कोई इस मुद्दे पर गंभीरता से मुखर होकर रामकाज नामक कार्यक्रम करता है वह भाजपा के आंखों की किरकिरी बन जाता है। मेरे पति भी जो भाजपा के चुनाव में पूर्ण निष्ठा व समर्पण के साथ साथ देते आये हैं आज भाजपा के ही कुछ लोगों के खड़यंत्र का शिकार हो गए हैं मुझे यह कहने में जरा भी संकोच नही है कि भाजपा के लोगों ने संतोष दूबे का समय समय पर इस्तेमाल अपनी अवश्यकताओं व स्वार्थ की पूर्ति के लिए भाजपा ने किया किन्तु जब स्वार्थ सिद्ध हो गया तो उनका आस्तित्व समाप्त करने के उद्देश्य से उनपर फर्जी मुकदमा दर्ज कराकर फंसा दिया गया।श्रीमती दूबे नें सांसद लल्लू सिंह पर आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि अभी अप्रैल माह में एक सार्वजनिक समारोह में अपरोक्ष रूप से मेरे पति को धमकी भी दी थी जिसकी शिकायत मेरे पति द्वारा जिलाधिकारी महोदय से की गई थी उसी शिकायत के बाद सांसद लल्लू सिंह मेरे पति को फंसाने के लिए लगातार मौके की तलाश कर रहे थे और उनको यह मौका तब मिला जब धर्मसेना द्वारा दलित एक्ट में संशोधन के विरुद्ध अलख जगाते हुए सड़क पर आंदोलन किया।दलित एक्ट के विरुद्ध निकाले गए पैदल मार्च जो कि गुलाबबाड़ी से चलकर गांधी पार्क में जाकर एक जनसभा में बदल गया था जहाँ पर न केवल इस एक्ट के विरुद्ध जोरदार तरीके से विरोध किया था बल्कि उक्त एक्ट में वर्णित भयावह प्रभावों का समाज पर बुरा असर पड़ने की बात रखते हुए इसके वापस लेने की मांग सरकार से की गई थी इसमें मेरे पति ने क्या गलत कर दिया सरकार के प्रवक्ता बताएं। उसी सभा मे मेरे पति ने सरकार के इन अकर्मण्य व दलित एक्ट पर मौन धारण कर चुके इन नेताओं को भरी सभा मे बुरी तरह लताड़ा था इसमे मेरे पति ने क्या गलत किया।किन्तु दुर्भाग्य से इन लोगों ने जनता के बीच अपनी बात न रखकर मेरे पति के ही बिरुद्ध एक राजनैतिक खड़यंत्र मात्र इसलिए किया गया कि कहीं संतोष दूबे दलित एक्ट और राम मंदिर मुद्दा इसी तरह उठाते रहे तो जिले के सांसद लल्लू सिंह सहित विधायकों की कुर्सी आगामी चुनाव में खतरे में न पड़ जाय।श्रीमती दूबे ने पत्रकारों को बताया कि सांसद व विधायकों ने प्रभारी मंत्री सतीश महाना के साथ बैठक कर इस घृड़ित खड़यंत्र की योजना बनाई।श्रीमती दूबे ने बताया कि इसकी जानकारी सत्ता में बैठे मेरे पति के राजनैतिक मित्रों ने दिया।श्रीमती दूबे ने बताया कि सांसद व विधायकों ने एक अपराधी जिसपर डकैती ,लूट,बलात्कार सहित दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं तथा इनामी अपराधी होने के साथ साथ जिलाबदर भी है मेरे पति के विरुद्ध खड़ा करते हुए राजनैतिक विद्वेषवश फर्जी ढंग से मुकदमा दर्ज कर दिया गया। श्रीमती दूबे ने कहा कि सांसद लल्लू सिंह व जिले के अपराधी किस्म के विधायकों से मेरे पति की जान को खतरा है और मैं मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री से अपने पति की जान की रक्षा की गुहार करती हूँ और उन्होंने यह भी कहा कि यदि मेरे पति पर लगाया गया फर्जी मुकदमा वापस नही लिया गया या उनकी जिंदगी से खिलवाड़ हुआ तो वह मुख्यमंत्री आवास पर बच्चों के साथ आत्मदाह कर लेंगी और इसकी पूरी जिम्मेदारी जिले के सांसद,बिधायक व प्रभारी मंत्री सतीश महाना की होगी। पत्रकार वार्ता में प्रमुख रूप से हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष पांडेय, हेमा पांडेय,समाजसेवी वेद राजपाल,प्रभा द्विवेदी,विजय तिवारी,विक्रम मणि त्रिपाठी,राघवेंद्र दूबे आदि लोग मौजूद रहे।