62वां वार्षिक अधिवेशन व दो दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय संगोष्ठी का हुआ शुभारम्भ
अयोध्या। डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंन्द सभागार में आज 28 सितम्बर, 2019 को आई0ई0टी0ई0 के संयुक्त तत्वावधान में 62 वां वार्षिक अधिवेशन एवं दो दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय संगोष्ठी इंडस्ट्री 4.0 का आयोजन किया गया। उद्घाटन सत्र में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पद्मश्री प्रो0 वाई0 एस0 राजन इसरो के वैज्ञानिक रहे। कार्यकम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 मनोज दीक्षित ने की।
उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि पद्मश्री प्रो0 वाई0 एस0 राजन ने कहा कि इंडस्ट्री 4.0 का चरण दुनियां के लिए काफी महत्वपूर्ण सिद्ध होगा। यह तकनीकी प्रगति न केवल औद्योगिक क्षेत्र बल्कि कृषि, मोबाइल, आटोमोबाइल, आटोमेशन आर्टीफिशियल इंटेलिजेंश, रोबोटिक टेक्नोलॉजी के साथ चिकित्सा के क्षेत्र में भी क्रांति लायेगा। प्रो0 राजन ने बताया कि चिकित्सा में मानव शरीर के अंगों का प्रत्यारोपण सहज एवं सुरक्षित हो जायेगा। चिकित्सकीय जॉच उपकरणों में एडवांस तकनीक के प्रयोग से जटिल बीमारियों का पता आसानी से लगाया जा सकेगा। थ्रीडी प्रिटिंग तकनीक से आने वाला समय आश्चर्य भरा होगा। कम्प्यूटर एवं मोबाइल तकनीक में काफी कुछ परिवर्तन एवं अपग्रेडेट तकनीक विश्व प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेगी। प्रो0 राजन ने सूचना तकनीक में युगांतकारी परिवर्तन के साथ नये युग में युवा वैज्ञानिक को कार्य करना है। डेटा एनालिसिस के साथ औद्योगिक क्षेत्र में अब उपभोक्ताओं की भूमिका इंडस्ट्री 4.0 में महत्वपूर्ण होने जा रही है। मोबाइल की 5 जी की तकनीक सूचना के साथ तकनीक का एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कुलपति प्रो0 मनोज दीक्षित ने कहा कि वर्तमान समय तकनीकों का युग है। आप सभी लोग अपने भविष्य के निर्माण के लिए कार्य कर रहे है। भारत में शिक्षण संस्थान तो बहुत है, लेकिन सीखनें के अवसर काफी कम है। भारतीय परम्पराओं एवं आवश्यकताओं के अनुरूप हमें तकनीकी विकास करना है। शैक्षिक पाठयक्रमों में 60 प्रतिशत प्रायोगिक एवं 40 प्रतिशत सैद्धान्तिक अध्ययन पर जोर देना होगा। प्रो0 दीक्षित ने नई शिक्षा नीति में काफी कुछ अपनाया गया है। आई0ई0टी0ई0 के अध्यक्ष प्रो0 के0टी0वी0 रेड्डी ने इंडस्ट्री 4.0 से हो रहे औद्योगिक परिवर्तनों एवं आधुनिक तकनीकों से बड़े स्तर पर बदलाव देखने को मिलेगा। रोबोटिक टेक्नोलॉजी एवं इन्टरनेट के क्षेत्र में नई क्रांति से विश्व जनसमुदाय परिचित होगा। आई0ई0टी0ई0 के विशेषज्ञ प्रो0 एम0एन0 हुड्डा ने काव्यात्मक ढ़ग से इंडस्ट्री 4.0 के बारे में कहा कि जो सफर की शुरूआत करते है वे मंजिल पा ही लेते है। क्योंकि अच्छे मुसाफिरों का रास्ते भी इंतजार करते है। परिवर्तन बहुत महत्वपूर्ण होता है। डिजिटल तकनीक के इस युग में एक कम्प्यूटर एक हजार लोगों का कार्य करने में सक्षम है। यदि तकनीक में आवश्यक सुधार एवं अपग्रेडेशन नहीं होगा तो वह शीघ्र ही अपनी प्रासंगिकता खो देगी। नोकिया मोबाइल के मार्केट शेयर पर उन्होंने कहा कि आज नोकिया कहा है? आज के 10 वर्ष पहले अमेजन, फिलिप कोर्ट को कौन जानता था परन्तु आज का विश्व बाजार कितना परिवर्तित हो गया है। इंडस्ट्री 4.0 के जरिए तकनीकों का चक्रीय परिवर्तन विश्व समुदाय को नया आयाम देने जा रहा है। तकनीक से जीवन में प्रगति के नये मार्ग प्रशस्त होगें। प्रो0 ए0पी0 ठाकरे ने कहा कि नये औद्योगिक परिवर्तनों से परिचित करना हम सभी का ध्येय है। आई0ई0टी0ई0 के उद्देश्यों को स्पष्ट करते हुए कहा कि साथ मिलता गया कारवां बढ़ता गया। विश्वविद्यालय के पति कलपति प्रो0 एस0एन शुक्ला ने आई0ई0टी0ई0 के 62 वें वार्षिक अधिवेशन का विश्वविद्यालय परिसर में आयोजन एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया। इस प्रतिष्ठित फोरम से जुड़ना विश्वविद्यालय के गर्व का अवसर है। प्रो0 शुक्ल ने आई0ई0टी0ई0 के एक केन्द्र को विश्वविद्यालय में भी खोलने का अनुरोध किया। इस पर आई0ई0टी0ई0 के अध्यक्ष द्वारा सहमति प्रदान करने पर प्रो0 शुक्ल ने धन्यवाद दिया और कहा कि इससे विश्वविद्यालय में तकनीकी शोध, औद्योगिक प्रगति पर कार्य करने का अवसर संस्थान को प्राप्त होगा। विश्वविद्यालय देश के अग्रणी संस्थानों में शामिल होने की दिशा में अग्रसर है।
इस सत्र को आई0ई0टी0ई0 के लेफ्टीनेंट कर्नल दीपांकर सेन ने भी संबोधित किया। प्रो0 उलरिच एल0 रोडे को आई0ई0टी0ई0 द्वारा मानद फेलाशिप भी प्रदान की गई। प्रो0 उलरिच एल0 रोडे ने माइक्रोवेव एवं 5 जी तकनीक के भविष्य में होने वाले प्रयोगों पर प्रकाश डाला। प्रो0 एस0 नारायण को आई0ई0टी0ई0 द्वारा लाइफ टाइम एचीमेंट अवार्ड भी प्रदान किया गया। आई0ई0टी0ई0 ने नई परिषद 2019 का गठन भी किया इसमें नवनियुक्त अध्यक्ष प्रो0 जे0 डब्ल्यू वकवाल को चुना गया। प्रो0 वकवाल द्वारा अपनी नई कार्यकारिणी का भी गठन किया। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय आई0ई0टी0 संस्थान के निदेशक प्रो0 रमापति मिश्र ने अन्तरराष्ट्रीय संगोष्ठी के आयोजन का श्रेय कुलपति प्रो0 मनोज दीक्षित की दूरदर्शिता का प्रतिफल बताया। उन्होंने कहा कि तकनीकी का विकास मानव सेवा के लिए किया जाना चाहिए। विश्वविद्यालय के आई0ई0टी0 संस्थान ने सभागार में मानव रोबोट का प्रदर्शन कर उत्कृष्ट तकनीक का मॉडल प्रस्तुत किया। मानव रोबोट ने सभागार में उपस्थित सभी अतिथियों एवं विशेषज्ञों का स्वागत किया और जय श्रीराम का उद्घोष भी किया।
अन्तरराष्ट्रीय संगोष्ठी के तकनीकी सत्र में प्रो0 वाई0एस0 राजन का विशेष व्याख्यान आधुनिक तकनीक के होते प्रयोग एवं भविष्य में पड़ने वाले प्रभाव पर प्रतिभागियों समक्ष अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर मुख्य नियंता प्रो0 आर0एन राय, प्रो0 अशोक शुक्ला, प्रो0 चयन कुमार मिश्र, प्रो0 एस0एस0 मिश्र, डॉ0 गीतिका श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में शिक्षक एवं प्रतिभागी उपस्थित रहे।