-घायल मेस कर्मी युवक को इलाज के लिए संयुक्त चिकित्सालय में कराया गया भर्ती
मिल्कीपुर। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज परिसर स्थित कालिंदी छात्रावास के दबंग छात्रों ने शराब के नशे में धुत होकर मेस कर्मी की जमकर पिटाई कर दी है। पिटाई से लहूलुहान होकर घायल हुए मेस कर्मी को आनन-फानन में इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया है। मामले में घायल मेस कर्मी युवक ने कुमारगंज थाना पुलिस सहित विश्वविद्यालय के कुलपति को शिकायती प्रार्थना पत्र देकर उत्पाती छात्रों के विरुद्ध कार्यवाही किए जाने की गुहार की है। वहीं दूसरी ओर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह ने ने मामले का संज्ञान लेते हुए एक जांच कमेटी गठित कर दी है साथ ही आरोपी छात्र को छात्रावास से निष्कासित किए जाने का भी आदेश दे दिया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक कृषि विश्वविद्यालय कुमारगंज के कालिंदी छात्रावास के मेस का संचालन शिवनाथ पुर गांव निवासी शिव कुमार यादव द्वारा किया जा रहा है। शिवकुमार ने सीधा गांव निवासी दलित युवक संतोष कुमार सहित तीन अन्य युवकों को मेस में रसोईया पद पर रखा है। मेस कर्मी युवक संतोष कुमार ने कुलपति कुमारगंज थाना पुलिस को को दी गई तहरीर में आरोप लगाया है कि छात्रावास में रहकर पढ़ाई कर रहे छात्र हेमंत कुमार उनके अन्य साथियों ने बीते बुधवार की शाम मीनू को दरकिनार मुर्गा मीट बनाने का दबाव बनाया दबंग छात्रों के प्रभाव में आकर मेस संचालक ने खाने में मुर्गा मीट बनवा दिया था। संतोष का आरोप है कि शराब के नशे में धुत होकर छात्र हेमंत अपने तीन अन्य अज्ञात साथियों के साथ मेस में खाना खाने आए थे और उससे अभद्रता करते हुए उसकी जमकर पिटाई कर दी थी।
पिटाई से संतोष कुमार के नाक और सिर पर गंभीर चोट आ गई जिसके चलते वह लहूलुहान होकर घायल हो गया था घटना की जानकारी पाकर मौके पर पहुंचे हॉस्टल वार्डन डॉ जसवंत सिंह एवं विश्वविद्यालय के प्रभारी सुरक्षा अधिकारी राजेश सिंह ने विश्वविद्यालय कर्मियों की मदद से आनन-फानन में घायल संतोष को इलाज के लिए 100 सैया संयुक्त चिकित्सालय पिठला पहुंचाया था। बृहस्पतिवार को पीड़ित संतोष कुमार ने कुमारगंज थाने पहुंचकर मामले में आरोपी छात्रों के खिलाफ मुकदमा कायम किए जाने हेतु यदि इसके उपरांत पीड़ित मेस कर्मी युवक के परिजन उसे लेकर कृषि विश्वविद्यालय पहुंचे और कुलपति के निजी सचिव डॉ जसवंत सिंह को शिकायती प्रार्थना पत्र देकर आरोपी छात्रों के विरुद्ध कार्यवाही की गुहार की। आक्रोशित लोगों को लोगों को कार्यवाही का भरोसा दिलाते हुए हॉस्टल वार्डन ने शांत कराया।
पीड़ित युवक के परिजनों का आरोप है कि विश्वविद्यालय के जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी छात्रों को बचाने में लगे हैं और अलग-अलग अनर्गल बयानबाजी भी कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर थानाध्यक्ष वीर सिंह ने बताया कि घटना कि मेरे द्वारा स्वयं छानबीन की जा रही है। विश्वविद्यालय के जिम्मेदार अधिकारियों से वार्ता करने के उपरांत मामले में आरोपी छात्रों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही की जाएगी। हालांकि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह ने मामले का संज्ञान लेटे हुए अधिष्ठाता छात्र कल्याण के नेतृत्व में 5 सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी है और प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए छात्र हेमंत कुमार को छात्रावास सेे निष्कासित भी कर दिया गया है। विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि जांच में अन्य दोषी छात्रों का नाम प्रकाश में आते ही उनके भी विरुद्ध विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।