-दुल्हन पक्ष ने दर्ज कराई शिकायत
मिल्कीपुर। इनायतनगर थाना क्षेत्र में एक शादी समारोह में दहेज की अतिरिक्त मांग के कारण बारात बिना दुल्हन के वापस लौट गई। यह घटना थाना कोतवाली इनायतनगर क्षेत्र में हुई, जहां जौनपुर से आई बारात का स्वागत तो पूरे रीति-रिवाज के साथ किया गया, लेकिन दूल्हे पक्ष की अतिरिक्त मांग ने शादी को अधूरा छोड़ दिया।
जानकारी के अनुसार, जौनपुर के जगदीशपुर बरहीपुर निवासी दूल्हा राहुल पाण्डेय की बारात शनिवार देर शाम मिल्कीपुर पहुंची थी। द्वार पूजा और अन्य रस्मों के साथ बारात का स्वागत किया गया, और रात में शादी की रस्में भी संपन्न हुईं। लेकिन अगले दिन सुबह खिचड़ी की रस्म के दौरान दूल्हे पक्ष ने अचानक ढाई लाख रुपये की अतिरिक्त मांग रख दी।
दुल्हन पक्ष ने पहले से तय धनराशि और सामान, जिसमें 2 लाख रुपये नगद और जेवरात शामिल थे, दे दिए थे। लेकिन अतिरिक्त राशि देने में असमर्थता जताने पर दूल्हे पक्ष ने शादी तोड़ दी और बाराती अपनी गाड़ियों में सवार होकर वापस लौट गई।दुल्हन ने दूल्हे और उसके परिवार से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन सभी के फोन बंद पाए गए। इस घटना से दुल्हन और उसके परिवार को गहरा सदमा लगा है। दुल्हन के पिता की 15 साल पहले हरियाणा में मजदूरी के दौरान मृत्यु हो चुकी थी।
उनकी दो बेटियों में से बड़ी की शादी पहले हो चुकी है, और यह छोटी बेटी की शादी थी, जो इस अप्रत्याशित घटना का शिकार हुई। घटना के बाद दुल्हन और उसके परिजनों ने इनायतनगर कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई। शिकायती पत्र में दूल्हा राहुल पाण्डेय के साथ-साथ विशंभर पाण्डेय, राकेश पाण्डेय, शुभम पाण्डेय और शिवम पाण्डेय का नाम शामिल है। दुल्हन पक्ष का आरोप है कि दूल्हे पक्ष ने पहले से तय शर्तों के बावजूद अतिरिक्त दहेज की मांग की और शादी तोड़कर अपमानजनक व्यवहार किया।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक केस दर्ज नहीं किया गया है। यह घटना एक बार फिर दहेज प्रथा जैसी सामाजिक बुराई को उजागर करती है, जो आज भी कई परिवारों के लिए अभिशाप बनी हुई है। दुल्हन पक्ष के परिजनों का कहना है कि उन्होंने अपनी हैसियत के अनुसार शादी की पूरी तैयारी की थी, लेकिन दूल्हे पक्ष की लालच ने उनकी बेटी का भविष्य अंधेरे में डाल दिया।
पुलिस का कहना है कि मामले की गहन जांच की जा रही है और सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।यह घटना स्थानीय समुदाय में भी चर्चा का विषय बनी हुई है। लोग इस बात पर नाराजगी जता रहे हैं कि दहेज की मांग जैसी प्रथाएं आज भी शादियों को तोड़ने और परिवारों को अपमानित करने का कारण बन रही हैं।