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आने वाला समय प्राकृतिक खेती और मोटे अनाज का : संजीव बालियान

-कृषि विवि में दो दिवसीय किसान मेले का हुआ शुभारंभ


मिल्कीपुर। युवाओं को सरकारी नौकरी तक ही सीमित नहीं रहना होगा बल्कि दूसरों को रोजगार देने के लिए कार्य करना होगा। यह बातें पशु पालन, डेयरी एवं मत्स्य केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान ने किसान मेले बतौर मुख्य अतिथि कही। वे कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय राज्यस्तरीय किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी में किसानों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने प्राकृतिक खेती पर जोर देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय बड़े पैमाने पर प्राकृतिक एवं जैविक खेती पर कार्य कर रहा है जो सराहनीय है। अयोध्या के प्रगतिशील किसानों ने कई क्षेत्रों में बड़े-बड़े मुकाम हासिल किये हैं जो गर्व की बात है मंत्री ने कहा कि आने वाला समय प्राकृतिक खेती और मोटे अनाज का है।

किसानों को व्यापक स्तर पर मोटे अनाज की खेती करने की जरूरत है। पत्रकारों के सवाल पर मंत्री ने कहा कि विवि को केंद्र सरकार का दर्जा दिलाने के लिए प्रयास किया जाएगा और केंद्र स्तर पर जो भी सुविधाएं होंगी विश्वविद्यालय को मुहैया करवाई जाएगी। मंत्री बालियान विवि में हो रही मिश्री की खेती की जमकर सराहना की साथ ही कहा कि आईबीएफ सेंटर पर हरियाणा-पंजाब की तर्ज पर गायें देखने को मिलेगी और इसके लिए केंद्र सरकार विवि के साथ खड़ा है। विशिष्ठ अतिथि के तौर पर मौजूद उपकार के महानिदेशक डा. संजय सिंह ने कहा कि विवि में विकसित की गई धान की प्रजाति सरयू-52 विश्व स्तर पर प्रचलित है और गुणवत्ता के कारण इसे विदेशों तक निर्यात किया जाता है।

विवि ने सब्जी व फल के क्षेत्र में कई बड़े मुकाम को हासिल किया है जो गर्व की बात है। डा. संजय ने किसानों से अपील किया वे अपने खेतों में कोदो और सांवां की खेती करें। इस पर सरकार की ओर से उचित मूल्य भी निर्धारित है। उन्होंने कहा कि किसान मेले का मुख्य उद्देश्य जागरुकता है। किसानों को सरकार की सभी योनजाओं का लाभ उठाना चाहिए।


रुदौली विधायक रामचंद्र यादव ने कहा कि सरकार की योजनाओं से किसानों को मजबूती मिल रही है। शिक्षा व शोध के क्षेत्र में सरकार ने बड़े स्तर पर कार्य किए हैं और इसमें अयोध्या जिला सबसे आगे है। विधायक ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकारे किसानों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए साथ खड़ी है। इस मौके पर कुलपति ने कहा कि विवि विश्व के पटल पर तेजी के साथ अपनी पहचान बनाने की ओर अग्रसर है। विवि ने राष्ट्रीय स्तर पर कई सम्मान हासिल किया जो पूरे विवि के लिए गर्व की बात है। कुलपति ने विवि की कई उपलब्धियों से सभी को अवगत कराया। कृषि विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित दो दिवसीय राज्य स्तरीय किसान मेले में कृषि विश्वविद्यालय के पशु चिकित्सा एवं पशुपालन विज्ञान विभाग की उपस्थिति नगण्य रही।

इसका कारण वेटरिनरी विभाग के शिक्षकों एवं कर्मचारियों को विगत 8 माह से वेतन न मिलना बताया जा रहा है। विगत वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष कृषि मेले में पशुपालन विभाग द्वारा कोई विशेष प्रदर्शनी नहीं लगाई गई थी ना ही इस विभाग की कोई बड़ी दवा कंपनी ने कृषि मेले में प्रतिभाग किया। यही नहीं प्राकृतिक खेती एवं मोटे अनाजों की खेती का राग अलापने वाले कृषि विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित कृषि मेले में इन दोनो विषयो पर कोई विशेष फोकस नही किया गया। कृषि विश्वविद्यालय के बीज विक्रय केंद्र पर मोटे अनाजों का कोई भी बीज उपलब्ध नहीं था। इस मौके पर 25 प्रगतिशील किसानों व शिक्षक डा. सुप्रिया, डा. विभा यादव व डा. विजय लक्ष्मी राय को मंत्री ने सम्मानित किया।

किसानों की ओर से सब्जी प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यअतिथि ने फीता काटकर एवं जल भरो कार्यक्रम के साथ की। कार्यक्रम से पूर्व मंत्री ने बकरा बाड़ा एवं योग व ध्यान केंद्र का लोकार्पण किया। किसान मेले में कुल 55 स्टाल लगाए गए थे। किसान मेला अपर निदेशक प्रसार डा. आर.आर सिंह के संयोजन में हुआ तथा संचालन डा. सीताराम मिश्रा ने किया।

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Written by Next Khabar Team

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