-तम्बाकू की लत का है हैप्पी हार्मोन कनेक्शन, ई सिगरेट भी नही हानिरहित
अयोध्या। तम्बाकू मे पाया जाने वाला निकोटिन नामक पदार्थ पफ लेने या अन्य रूप में सेवन करने के कुछ सेकंड्स में ब्लड मे पहुंचकर ब्रेन के निकोटिन रिसेप्टार के माध्य्म से हैप्पी हार्मोन डोपामिन व ऑक्सीटोसिन का श्राव बढ़ा देता है जिससे अच्छे मूड व उमंग की अनुभूति होती है। यह अनुभूति कुछ ही देर टिकने के कारण बार बार इसकी चाहत होती है और शुरू होती है तम्बाकू की लत या निकोटिन डिपेंडेंस। निकोटिन की मात्रा बढ़ने के साथ ही तलब की तीव्रता भी बढ़ती जाती है जिसे निकोटिन-टालेरेन्स कहा जाता है ।
दुष्प्रभाव :
डीएडिक्शन ट्रीटमेन्ट :