गोसाईगंज। शहरी व ग्रामीण इलाके में बदलते मौसम के कारण वायरल बुखार के रोगियों से निजी और सरकारी अस्पतालो में मरीजो की भीड़ लगी हुई हैं। सीएचसी से लेकर निजी अस्पतालों व डॉक्टर के क्लीनिक में काफी संख्या वायरल से पीड़ित मरीज आ रहे हैं।गम्भीर रूप से पीड़ित मरीजों को भर्ती करने की नौबत आ गई है।
सीएचसी के आंकड़े इसकी गवाही दे रहे हैं।मंगलवार को वायरल बुखार से पीड़ित 250 लोगों ने गोसाईगंज सीएचसी के ओपीडी में अपना उपचार कराया।गोसाईगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर मौजूद फार्मासिस्ट मनोज मिश्रा ने बताया कि सीएससी पर दवा की कोई कमी नहीं है। पीड़ितों को अस्पताल से ही दवा मिल रही है।डॉक्टर भी बाहर का कोई दवा नहीं लिख रहे है। अस्पताल में भरपूर मात्रा में वायरल फीवर सहित अन्य रोगों से संबंधित दवा उपलब्ध है।
मालूम हो कि सितंबर महीने का आधा माह लगभग बीतने को है बावजूद गर्मी कहर बरपा रही है।इस समय मच्छरों की संख्या में काफी इजाफा हो गया है। इसके कारण मच्छर जनित रोग कस्बे सहित ग्रामीणांचल इलाको में कहर मचाये हुए हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ0 इंद्रजीत वर्मा ने बताया कि वायरल बुखार होने पर मरीज के शरीर पर नार्मल पानी की पट्टियां रखें और एक मिनट बाद बदलते रहे। इससे मरीज के शरीर का तापमान नार्मल हो जाएगा।
पीड़ित मरीज को हर छह घंटे में पैरासिटामॉल की एक गोली दे सकते हैं। दूसरी कोई गोली डॉक्टर से पूछे बिना न दें।बच्चों को हर चार घंटे में 10 मिली प्रति किलो वजन के अनुसार दवा दे सकते हैं।दो दिन तक बुखार ठीक न हो तो मरीज को डॉक्टर के पास जरूर ले जाएं।अपने आसपास साफ-सफाई का पूरा ख्याल रखें। मरीज को वायरल है, तो उससे थोड़ी दूरी बनाए रखें।मरीज को पूरा आराम करने दें, खासकर तेज बुखार में। आराम भी बुखार में इलाज का काम करता है।मरीज छींकने से पहले नाक और मुंह पर रुमाल रखें। इससे वायरल होने पर दूसरों में फैलेगा नहीं।