बीकापुर-फैजाबाद। प्रदेश सरकार किसानो के सशक्तिकरण व गन्ना किसानो के भुगतान को लेकर भले ही बडे बडे दावे करे। मगर जमीन पर तो किसान खास कर गन्ना किसान बेहाल ही है। ऐसा ही एक 70 वर्षीय बुजुर्ग किसान के साथ हादसा हुआ। जिसे गन्ना मूल्य भुगतान तो नही मिला। जबकि रोष में की गई गलती के कारण उसे जेल की हवा खानी पडी। बीकापुर में तहसील दिवस की अध्यक्षता कर रहे डीएम डा0 अनिल कुमार पाठक उस समय असहज हुए जब गन्ना भुगतान की समस्या को लेकर फरियाद लेकर आए पातूपुर निवासी रामतेज वर्मा उन्ही के आगे जिला गन्ना अधिकारी से हाथा पायी करने लगे। 70 वर्षीय किसान के इस आक्रोशित कृत्य से सभी अवाक रह गए। मौके पर मौजूद पुलिस दल ने हंगामी काश्तकार को हिरासत में ले लिया। प्राप्त सूचना के अनुसार तहसील क्षेत्र के पातूपुर निवासी रामतेज वर्मा का गन्ना मूल्य भुगतान का विवाद वर्ष 1990 से चला आ रहा है। अपने चार टाली गन्ने का करीब 10000 रूपये बकाया का मामला किसान रामतेज द्वारा लखनऊ समेत जिले के अनेक फोरम पर समय समय पर उठाया जाता रहा है। किन्तु इस पुराने विवाद का कभी कोई निस्तारण नही हो पाया। मंगलवार को जब पीडित किसान अपनी फरियाद लेकर डीएम के समक्ष पेश हुआ तो पक्ष रखने के लिए जिला गन्ना अधिकारी के आने पर छुब्द किसान ने उनसे हाथा पायी शुरू कर दी। जिससे तहसील दिवस हाल में अफरा तफरी का माहौल बन गया। फिलवक्त यहां पर मौजूद स्थानीय पुलिस ने हंगामा काट रहे किसान को हिरासत में ले लिया है।