-ब्लाक मुख्यालय पर जंग खा रहा वर्ष भर पहले आया लाखों का कैटल कैचर
सोहावल। आवांरा पशुओं की संख्या में तेजी से हुई बढ़ोत्तरी अब खेत खलिहानों को ही नहीं अब आम आदमी की सुरक्षा को लेकर भी खतरा बन चुका है। यह पशु हिंसक होकर जानलेवा साबित हो रहे है। हाइवे इनकी शरणास्थली बन जाने से सड़क दुर्घटनाओं को बढ़ावा मिल रहा है। शासन से इन्हे पकड़कर गोशाला भेजने का निर्देश जिम्मेदारों के लिए अब तक बेमानी साबित हुआ है पशु चिकित्सक आज से अभियान चला कर पकड़ने की बात कह रहे है।
विकास खंड के सफाई कर्मी, पशु चिकित्सालय के कर्मी, ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत अधिकारी आदि की बनाई गई टीम इन्हे पकड़ने के लिए पहले उन स्थानों को चिन्हित करती है जहां इनका जमावड़ा ज्यादा होता है उसे क्षेत्र के ग्रामीण और ग्राम प्रधान की मदद से टीम के लोग पशुओं का पिंजरा (कैटर कैचर) या छोटे बड़े लोडर वाहनों को खड़ा करते है पकड़े गए पशुओं को इन्ही वाहनों से गोशाला ले जाया जाता है। शुक्रवार को इन्ही पशुओं की चपेट में आकर मोकलपुर आश्रम के पास सिडहिर नरसिंहपुर निवासी दिलीप कुमार 23 वर्ष की मौत हो गई।
पूरा कलंदर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। इस तरह की घटनाओं में अब तक पचासों लोगो की जान जा चुकी है। अब तक शासन के निर्देशों की हवा उड़ाते रहे जिम्मेदारों ने इन आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए मंगलवार से अभियान चलाने की बात कही है
वहीं आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए विकास खण्ड पर मंगाया गया कैटल कैचर वाहन को आए वर्ष भर से ज्यादा हो गया लेकिन इसके पहिया तक नहीं हिला । ब्लाक पर यह खड़े खड़े जंग खा रहे है। पशु चिकित्साधिकारी बताते हैं।इनकी खरीद में ही खेल हुआ है। अभी जांच के दायरे में है इस लिए प्रयोग में नही आ रहे है। जरूरत पड़ने पर खिरौनी नगर पंचायत से कैटिल कैचर वाहन मंगाया जाता है।
पशु चिकित्साधिकारी सोहावल नीरज गुप्ता ने कहा कि सफाई कर्मियों की अन्य स्थानों पर व्यस्तता और और बरसात के कारण अभियान की शुरुआत नहीं हो पायी। मंगलवार से स्थान चिन्हित कर पशुओं को पकड़ने का अभियान शुरू किए जाने की तैयारी बनाई गई है।