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एसटीएफ ने रेल मंत्रालय का सदस्य बताकर ठगी करने वाले दो ठगों को किया गिरफ्तार

-आरोपी अनूप चौधरी ने ले रखा था सरकारी गनर,  रामलला व अयोध्या रेलवे स्टेशन का करता था भ्रमण

अयोध्या। यूपी एसटीएफ ने भारत सरकार के रेल मंत्रालय का सदस्य बताकर ठगी करने वाले आरोपी अनूप चौधरी निवासी पिलखवा थाना रौनाही जनपद अयोध्या को सोमवार की रात गिरफ्तार कर लिया। उसके साथ उसका एक साथी फिरोज आलम निवासी कुंडा जिला ऊधमपुर नगर उत्तराखंड भी गिरफ्तार हुआ है। आरोपी पर उत्तराखंड पुलिस ने 15000 का इनाम भी घोषित कर रखा था। उसने धोखे से सरकारी गनर भी हासिल कर रखा था।

साथ ही फर्जी प्रोटोकॉल के जरिए सरकारी सुविधाओं का लाभ भी लिया करता था। इसी का फायदा उठाकर वह लोगों का सरकार में काम करने के नाम पर प्रलोभन देकर उनसे पैसे ऐंठता था। उसके खिलाफ यूपी उत्तराखंड राजस्थान राज्य प्रदेशों में कई मुकदमे भी दर्ज हैं। एसटीएफ के प्रभारी निरीक्षक प्रमोद वर्मा की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ थाना कैंट में धोखाधड़ी समेत अन्य अपराधों में केस दर्ज किया गया है। आरोपी अनूप चौधरी अयोध्या में राम लला का दर्शन कर आये दिन मीडिया को फोटो देकर अपनी खबरे भी प्रकाशित करवाता रहता था।

उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जन कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार का वास्ता देकर सरकारी गनर हासिल कर रखा था। वो खुद को रेल समेत विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों का सलाहकार भी बताता है। आरोपी विभिन्न धार्मिक स्थलों पर हेलीकॉप्टर सेवा का काम दिलाने के लिए लखनऊ निवासी कारोबारी सत्य प्रकाश वर्मा को झांसे में लेकर अयोध्या घुमाने और दर्शन पूजन कराने आ रहा था। अनूप के खिलाफ गबन, धोखाधड़ी, साजिश आदि के प्रदेश के विभिन्न जनपदों समेत राजस्थान और उत्तराखंड में कुल नौ मामले दर्ज हैं। राजस्थान में सीबीआई ने अदालत में आरोप पत्र भी दाखिल कर रखा है।

एसटीएफ के निरीक्षक प्रमोद कुमार वर्मा ने बताया कि अनूप ने प्रोटोकॉल हासिल करने के लिए फर्जी पत्र भेज अयोध्या सर्किट हाउस बुक किया था। उसके आने की सूचना पर टीम ने कैंट थाना क्षेत्र में सर्किट हाउस के पास सफेद रंग की स्कार्पियों यूपी 42 एबी 1800 रोककर पड़ताल की। वाहन सवार रौनाही थाना क्षेत्र के पिलखावां के मूल निवासी अनूप चौधरी ने खुद को क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति उत्तर रेलवे एवं भारतीय खाद्य निगम लखनऊ व सार्वजनिक वितरण उपभोक्ता मंत्रालय भारत सरकार का सदस्य बताया। पूछताछ में बताया कि वह लोगों से ठेका, नौकरी और योजना का लाभ दिलाने के नाम पर ठगी करता है।

लोगों को झांसा देने के लिए अपने चालक फिरोज का फर्जी आधार बनवाया है व गाजियाबाद कमिश्नरी से गनर पवन कुमार को हासिल किया है। चेन्नई निवासी फर्जी ओएसडी श्रीनिवास नाराला के माध्यम से प्रोटोकॉल हासिल करने के लिए सरकारी प्रारूप पर पत्र व ई मेल अधिकारियों को भेजवाया था। उन्होंने बताया कि एसटीएफ ने कैंट थाने में धोखाधड़ी, कूटरचना और साजिश की धारा में मुकदमा दर्ज करवाया है। पुलिस ने इनके पास से वाहन के अलावा पांच मोबाइल फोन, एक टैबलैट, तीन चेक बुक, विभिन्न बैंको के 20 चेक, तीन आधार कार्ड, एक एटीम कार्ड और 2200 रुपये बरामद किये हैं। अनूप चौधरी ने अपना हालपता फ्लैट नं0 102, सेक्टर-5, वैशाली अपार्टमेन्ट जनपद गाजियबाद तथा चालक फिरोज आलम ने ग्राम बेंतवाला, काशीपुर, थाना कुण्डा, जनपद उद्यमसिंहनगर, उत्तराखंड बताया है। एसपी सिटी मधुबन सिंह ने बताया कि कैंट पुलिस ने दोनों को रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया और वहां से दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में कारागार भेजवा दिया गया।

 

पोंजी कंपनी के नाम पर किया करोड़ों का खेल

– एसटीएफ के निरीक्षक प्रमोद कुमार वर्मा ने बताया कि अनूप लखनऊ में 2012 में पंजीकृत पोंजी कंपनी जेकेवी का निर्देशक है। उसने कंपनी की प्रदेश के विभिन्न जनपदों समेत उत्तराखंड और राजस्थान में शाखाएं खोली । अन्य निदेशक ज्ञानेश पाठक, समीर, सलीम अहमद आदि के साथ थोड़े समय में ज्यादा रिटर्न का झांसा देकर हजारों लोगों से करोड़ों की रकम निवेश कराकर हड़प ली। इसी मामले में तमाम निवेशकों ने गबन और धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई है। राजस्थान में सीबीआई ने जाँच के बाद इसके खिलाफ धोखाधड़ी और साजिश का आरोप पत्र अदालत में दाखिल कर रखा है। वहीं उत्तराखंड की खटीमा पुलिस ने अनूप के फरार होने पर 15 हजार का इनाम घोषित किया था। पकड़े गए – अनूप के पास मिली डायरी में करोड़ो के लेन-देन तथा चेकों पर एक से लेकर नौ करोड़ रूपये की रकम दर्ज मिली है। अयोध्या की तरह उसने चेन्नई दौरे में भी फर्जीवाड़ा कर प्रोटोकॉल हासिल किया था। यहां से दो दिवसीय दौरे पर इटावा जाने वाला था

विधायक बनने की थी कोशिश

-पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए दो सरकार में तृणमूल कांग्रेस से तत्कालीन रेल राज्य मंत्री मुकुल राय के नजदीकी अनूप चौधरी ने पार्टी और रेल मंत्रालय में अपनी पैठ बनाई। काकोरी घोष जैसे नेताओं की छत्रछाया में उसने वर्ष 2012 के चुनाव में टीएमसी के टिकट पर हरदोई की बालामऊ विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़ा, लेकिन जनता ने उसे नकार दिया। फिर वह खुद को टीएमसी का प्रदेश अध्यक्ष बताने लगा। चार बीघे के काश्तकार रहे पिता जुग्गीलाल के चार बेटों में तीसरे अनूप ने काफी संपत्ति बनाई । वर्तमान में गांव में आलिशान मकान, लक्जरी वाहनों का काफिला और परिवार के पास लगभग 30 बीघे भूमि है। गांव में ही उसने 15 अगस्त 2022 को हर घर तिरंगा अभियान की शुरुआत भारी भरकम तिरंगा फहराकर और अपने माता- पिता के नाम का शिलापट लगवा की थी। देश के विभिन्न प्रांतों में घूमने वाला अनूप अभी भी अविवाहित है और गाजियाबाद में ठिकाना बना रखा है। उसका गांव आना-जाना बहुत कम है।

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