अवसाद मुक्त जिंदगी के रास्ते विषय पर हुआ राष्ट्रीय वेबिनार
अयोध्या। दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज द्वारा मानसिक स्वास्थ्य को लेकर ‘ अवसाद मुक्त जिंदगी के रास्ते ‘ पर एक राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में आमंत्रित प्रमुख एकल वक्ता मनोविश्लेषक डॉ. आलोक मनदर्शन ने आधुनिक समय में चल रहे विभिन्न प्रकार के तनाव के कारणों और उनके निदान के तरीकों के बारे में विस्तार से बात की। उन्होंने सामाजिक और पारिवारिक जीवन के तौर तरीकों में आने वाले बदलाव को मानसिक रूप से जोड़ने का प्रयास किया। तनाव और सामाजिक दूरी का मुख्य कारण ‘ सिंगल लाइफ ‘ तथा ‘सांस्कृतिक शिक्षा के अभाव ‘ को बताया। उन्होंने अपने भावुकता पर नियंत्रण तथा अपने नजदीकी मित्र को जीवन में चल रही विभिन्न बदलावों और समस्याओं को अपने घनिष्ठ सम्बन्धी को बताने पर बल दिया। साथ ही अवसाद और तनावों को दूर करने के लिए नशे से दूरी और उचित नींद लेने के लिए के लिए सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि युवाओं को जिंदगी में चल रही अनेक उलझनों को निपटने के लिए आत्मबल तथा दिनचर्या का अनुशासित ढंग से पालन अनिवार्य है। परिचर्चा को तथ्यात्मक आयाम देते हुए उन्होंने बताया कि सत्तर फीसदी डिप्रेशन अकारण होते हैं, केवल 20 फीसदी विभिन्न समस्याओं से जुड़े होते हैं। परिचर्चा में उन्होंने जैविक रसायन तथा अवसाद को लेकर अवधारणात्मक तथा अनेक तथ्यात्मक जानकारी दी। डॉ आलोक ने आधुनिक समय में चल रहे युवाओं द्वारा आत्महत्या के प्रयास को सामाजिक और सांस्कृतिक एवं जिंदगी को अन्यों के नजरिए से समझने को जिम्मेदार ठहराया।इस तरह के प्रयासों से निपटने के लिए पारिवारिक तथा सांस्कृतिक रुचियों में सहभागिता को आवश्यक बताया। उन्होंने साथ ही आध्यात्मिकता के साथ साथ वैज्ञानिकता एवम् मेडिकल साइंस को अपनाने का भी सुझाव दिया साथ ही परिचर्चा में भाग ले रहे प्रतिभागियों की समस्याओं का भी जवाब दिया ।दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो.रमा ने कहा कि भविष्य और भूत की चिंताओं में ना रहकर वर्तमान पर फोकस करें तथा मनदर्शन मनोसलाह सेवा मनदर्शन हेल्पलाइन द्वारा किये जा रहे जनमनोस्वास्थ्य के लिये दी जा रही सेवा के लिये सभी प्रतिभागियों की तरफ से आभार व अभिनन्दन वक्तव्य भी दिया।कार्यक्रम का आयोजन और संचालन डॉ. प्रभांशु ओझा ने किया।इस वेबिनार में दिल्ली विश्वविद्यालय सहित देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर,रिसर्च स्कॉलर व स्टूडेंट्स ने प्रतिभाग किया ।