-गोमती नदी के तट पर पार्क और रास्ते का होगा निर्माण
अयोध्या। जनपद के रुदौली विधान सभा क्षेत्र के गोमती तट पर स्थित सिद्धपीठ मां कामाख्या धाम के विकास कार्य में तेजी आ गयी है। क्षेत्र के विधायक रामचंद्र यादव के प्रयास से यह स्थल पहले से ही पर्यटन स्थल घोषित हो चुका है अब इस मंदिर के जीर्णोद्धार का काम भी शुरू करने की तैयारी चल रही है। उक्त घोषणा मंगलवार को मां कामाख्या धाम में बने गेस्टहाउस में आयोजित प्रेसवार्ता में विधायक रामचन्द्र यादव ने की।
उन्होंने बताया कि मां कामाख्या धाम के विकास के लिए उन्होंने जो मॉडल तैयार कराया है, उसका प्रस्ताव भारत सरकार को भेज दिया गया है इसके साथ करीब 10 हेक्टेयर भूमि जो मंदिर और मेघा ऋषि आश्रम के नाम दर्ज है और 10 हेक्टेयर वन विभाग की जमीन है, पर विकास कार्य होंगे। वन्य जीवों के लिए भी काम होगा, सुदूर के श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए भी व्यवस्था कराई जाएगी। पार्क और रास्ते का निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि नगर पंचायत का सृजन होने से मां कमाख्या धाम का अब और भी तेजी से विकास हो सकेगा।
इसबार 51000 दीपो से जगमग होगा कामाख्या घाट
-गोमती तट पर स्थित मां कामाख्या धाम में भी दीपोत्सव मनाने की परंपरा विधायक रामचंद्र यादव द्वारा शुरू की गयी है इस बार कामाख्या घाट को 51 हजार दीपों से जगमग करने की तैयारी है। हफ्ते भर से यहां साफ-सफाई का काम चल रहा है। मंगलवार को उन्होंने विद्युत, पुलिस, राजस्व, वन, विकास विभाग के अफसरों संग मां कामाख्या धाम स्थित सर्किट हाउस में बैठक की।
इस दौरान उन्होंने आगामी 22 अक्तूबर को कामाख्या घाट पर आयोजित होने दीपोत्सव को भव्य बनाने में तेजी से जुटने के निर्देश दिए। बैठक में तहसीलदार प्रज्ञा सिंह, बीडीओ अखिलेश गुप्त, रशेष गुप्त, थानाध्यक्ष मनोज यादव, कार्यवाहक रेंजर वीरेंद्र तिवारी, सचिन कौंधन, करिया शुक्ल, राकेश तिवारी, वीरेंद्र शर्मा, राजकिशोर सिंह आदि मौजूद रहे।