दीपोत्सव की स्मृतियों को संजोते हुए डाक टिकट जारी
अयोध्या। प्रभु श्रीराम आदर्श मर्यादा का पालन करते हुए आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं। रामराज्य की अवधारणा को साकार करते हुए भाजपा सरकार देश की सांस्कृतिक, सामरिक और आर्थिक शक्ति को मजबूत करने का कार्य कर रही है। उक्त विचार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या स्थित रामकथा पार्क में ‘दीपोत्सव-2019’ के दिव्य और भव्य समारोह को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किया। इस अवसर पर उन्होंने अयोध्या के विकास और सौन्दर्यीकरण के लिए लगभग 226 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। साथ ही, ‘दीपोत्सव’ की स्मृतियों को संजोते हुए डाक टिकट जारी किया गया। लोकार्पित परियोजनाओं में अयोध्या स्थित राम की पैड़ी में अविरल जल प्रवाह हेतु पैड़ी की रिमॉडलिंग, गुप्तारघाट का विकास, अयोध्या स्थित हनुमान गढ़ी के प्रवेश व निकास द्वार पर शेड निर्माण, अयोध्या में भजन स्थल का निर्माण, ग्राम सुनवा में कामाख्या भवानी मन्दिर में यात्री शेड व सुलभ कॉम्प्लेक्स का निर्माण, जिला महिला चिकित्सालय अयोध्या में 100 शैय्या के मेटरनिटी विंग का निर्माण प्रमुख हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 05 वर्षों के दौरान केन्द्र सरकार द्वारा लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 03 करोड़ आवास मुहैया कराए गए हैं। 10 करोड़ परिवारों को शौचालयों की सुविधा मिली है। 08 करोड़ परिवार प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से लाभान्वित हुए हैं। 12 करोड़ किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ मिला है। 50 करोड़ व्यक्तियों को आयुष्मान भारत योजना के तहत स्वास्थ्य बीमा का कवर मिला है। उन्होंने कहा कि गरीबों, किसानों, नौजवानों, महिलाओं आदि के लिए लागू की जाने वाली यह सभी योजनाएं आधुनिक रामराज्य की अवधारणा को सिद्ध करती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की ऋषि परम्परा का सन्देश ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का रहा है। साथ ही, स्वत्व व स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने पर भारत के लोगों ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। आज भारत एक महाशक्ति के रूप में उभरते हुए विश्व गुरू बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने पिछले ढाई वर्षों के दौरान व लगभग डेढ़ दर्जन बार अपने अयोध्या भ्रमण की चर्चा करते हुए कहा कि पूर्व की सरकारों में अयोध्या उपेक्षित था। अब सैकड़ों करोड़ रुपए की योजनाएं अयोध्या के विकास और सौन्दर्यीकरण के लिए लागू की जा रही हैं। राम की पैड़ी को हरिद्वार स्थित हरि की पैड़ी के समान बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के कुशल नेतृत्व मे रामायण सर्किट, कृष्णा सर्किट सहित अन्य आध्यात्मिक महत्व के सर्किटों को विकसित छकरने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा अयोध्या में ‘दीपोत्सव’, काशी में ‘देव-दीपावली’ और प्रयागराज में ‘कुम्भ’ का आयोजन आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक हैं। उन्होंनेने कहा कि उत्तर प्रदेश के पास अयोध्या, काशी और मथुरा जैसे आध्यात्मिक वैभव और महत्व के जनपद हैं। इनकी समृद्ध परम्परा के साथ जुड़ते हुए उन्हें आगे बढ़ाने का कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि अयोध्या को उसकी खोयी हुई पहचान वापस दिलाने का कार्य किया जा रहा है। दीपोत्सव का आयोजन उसी कड़ी का एक हिस्सा है। यहां पर आयोजित किया जाने वाला 05 दिवसीय कार्यक्रम त्रेता युग का आभास दिलाता है। उन्होंने दीपोत्सव को देश व दुनिया में दिखाए जाने के लिए मीडिया के प्रति आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्रीराम के आदर्श मर्यादा का पालन करते हुए आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं। इनसे यह भी सीख मिलती है कि सही मार्ग पर चलकर विजयश्री प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि भगवान श्रीराम के आदर्शों से प्रेरित होकर सभी लोग देश व प्रदेश के विकास में योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि दीपोत्सव का आयोजन सामूहिक भावनाओं से ओत-प्रोत होते हुए पर्यावरण की रक्षा का भी सन्देश देता है। मुख्यमंत्री ने फिजी गणराज्य से पधारीं वहां की संसद की उप-सभापति एवं मंत्री श्रीमती वीना भटनागर का स्वागत व अभिनन्दन करते हुए कहा कि फिजी में एक नया भारत बसता है।
श्रीराम का नाम मनुष्य के अन्दर और बाहर करता है उजाला : आनन्दीबेन पटेल
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनन्दीबेन पटेल ने इस अवसर पर दीपावली की बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि दीपावली का पर्व अंधेरे से लड़ने की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम का नाम मनुष्य के अन्दर और बाहर उजाला करता है। उन्होंने इस दीपोत्सव-2019 को तीसरा आयोजन बताते हुए कहा कि 05 लाख 51 हजार दीपों का प्रज्ज्वलन एक नया विश्व रिकॉर्ड है। उन्होंने अयोध्या का वर्णन पौराणिक ग्रन्थों में मिलने की चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने एक सराहनीय कदम उठाते हुए अयोध्या के दीपोत्सव को राज्य मेला का दर्जा दिया है। राज्यपाल ने कहा कि भगवान श्रीराम का जीवन आदर्श जीवन की परिकल्पना है। इससे सभी को प्रेरणा मिलती है। उनके आदर्शों का पालन कर एक साधारण मनुष्य भी महापुरुष बन सकता है। उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम के जीवन का हर पक्ष मानवता का सन्देश देता है। वह आस्था और प्रेम का प्रतीक है। उन्होंने श्रीराम के आदर्शों पर चलने और कुरीतियों से परे रहकर कार्य करने की आवश्यकता जताते हुए कहा कि इससे ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना को मजबूती मिलेगी।
फिजी में 2000 रामायण मण्डलियां कार्यरत
फिजी गणराज्य की संसद की उप-सभापति एवं मंत्री श्रीमती वीना भटनागर जी ने अयोध्या की भूमि को शत-शत प्रणाम करते हुए फिजी की ओर से दीपावली की शुभकामनाएं और मंगलकामनाएं दीं। उन्होंने ‘दीपोत्सव-2019’ कार्यक्रम में आमंत्रित किए जाने के लिए केन्द्र व प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि फिजी के लोग भारतीय संस्कृति, भाषा, परम्परा और विरासत अभिन्न रूप से संजोए हुए हैं। उन्होंने कहा कि फिजी में 2000 रामायण मण्डलियां कार्यरत हैं। वहां पर रामायण व गीता पाठ होता है। श्रद्धा-भक्ति का भाव वहां के लोगों के रोम-रोम में बसा है।
फिजी गणराज्य की संसद की उप-सभापति एवं मंत्री ने कहा कि भारत और फिजी के रिश्ते निरन्तर मजबूत हो रहे हैं। सांस्कृतिक, सामाजिक व आर्थिक समृद्धि की दिशा में दोनों देश परस्पर मिल-जुलकर कार्य कर रहे हैं। वहां पर भारतीय संस्कृति व हिन्दी का संरक्षण व संवर्धन किया जा रहा है। फिजी के विद्यार्थियों को भारत सरकार की तरफ से छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है, जिससे उन्हें अध्ययन में मदद मिलती है। भारत की चिकित्सा सुविधाओं का लाभ भी फिजीवासियों को मिलता है।
केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रहलाद सिंह पटेल ने ने कहा कि अयोध्या की धरती राम की धरती रही है। श्रीराम के आदर्शों पर चलने और इस दीपोत्सव कार्यक्रम में उनके समय के दृश्य को एक बार फिर से जीवन्त हो उठा है। पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मार्थ कार्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा प्रोटोकाल राज्यमंत्री डॉ0 नीलकंठ तिवारी ने सभी अतिथियों के प्रति धन्यवाद व आभार व्यक्त किया। इसके पूर्व, हेलीकॉप्टर से प्रभु श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण के प्रतीक स्वरूपों का अवतरण हुआ, जिनका राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री जी तथा विशिष्ट अतिथियों ने स्वागत व अभिनन्दन किया। यहीं पर भरत मिलाप का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। प्रभु श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण के मंच के आने पर उनका पूजन, वंदन एवं आरती कर भगवान श्रीराम का प्रतीकात्मक राज्याभिषेक किया। मुख्यमंत्री ने पूजनीय संतों का स्वागत, वंदन और अभिनन्दन भी किया। इस अवसर पर हेलीकॉप्टर द्वारा पुष्प वर्षा का मनमोहक दृश्य प्रस्तुत किया गया, जिससे उपस्थित जनसमुदाय आह्लादित हुआ। कार्यक्रम के दौरान महन्त नृत्य गोपालदासजी महाराज, महन्त सुरेशदास, डॉ0 रामविलास वेदान्ती, वासुदेवाचार्यजी महाराज सहित बड़ी संख्या में साधु-सन्तगण, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डॉ0 दिनेश शर्मा सहित अन्य मंत्रिगण एवं जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव पर्यटन जितेन्द्र कुमार, सूचना निदेशक शिशिर तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।