न्याय के सर्वोच्च आदर्श हैं श्रीराम :  स्वामी बल्लभाचार्य

by Next Khabar Team
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-अध्यात्म साहित्य समाज शिक्षा व चिकित्सा क्षेत्र की 32 विभूतियां हुई सारस्वत सम्मान से अलंकृत


अयोध्या। श्री मानस सेवा समिति ( मोहन मंदिर) अयोध्या द्वारा मणिराम दास छावनी के सभागार में दो दिवसीय स्वर्ण जयंती महोत्सव का शुभारम्भ हुआ। प्रथम उद्घाटन एवं सारस्वत सम्मान सत्र की शुरुआत मुख्य अतिथि उच्च न्यायालय प्रयागराज के सेवा निवृत्त न्यायमूर्ति जस्टिस सुधीर कुमार सक्सेना व चारुशिला मंदिर जानकीघाट के महंत श्री रामानुजाचार्य स्वामी बल्लभाचार्य उपस्थित आचार्यों द्वारा दीपप्रज्ज्वलन, व्याकरण विभागाचार्य श्रवण कुमार मिश्र के वैदिक और लौकिक मंगलाचरण एवं राजा मोहन गर्ल्स पीजी कालेज की संगीत विभागाध्यक्ष डॉ रोमा अरोड़ा, वंदना शुक्ला, पद्माकर पांडेय के निर्देशन में छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत वेदिकादर्श संस्कृत स्नातकोत्तर महाविद्यालय की छात्राओं के मंगलाचरण से हुआ।

अयोध्या में सन्तजनों के सानिध्य से प्रसन्न दिख रहे मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति जस्टिस सुधीर कुमार ने कहा नश्वर होते हुए भी मनुष्य में अहं का भाव रहता और ईश्वर होते हुए भी श्रीराम विनम्रता के आदर्श थे। अध्यक्षता कर है जगद्गुरु स्वामी बल्लभाचार्य ने कहा रामचरितमानस और श्रीराम पर प्रश्न करने वाले बेचारे, अल्पबुद्धि और दया के पात्र हैं, जिनके माता पिता अपने बच्चों को श्रीराम की मर्यादा मानस पढ़ाते है वे जानते है मानवोचित आदर्श और धर्मपालन क्या है। इससे पूर्व संयोजक डॉ मनमोहन सरकार ने बल्लभाचार्य जी, व सचिव डॉ वीरेंद्र कुमार त्रिपाठी ने सभी का स्वागत किया।डॉ मनमोहन सरकार ने संस्था के मूल उद्देश्य व कार्य से परिचय कराया कि 1973 से अनवरत तुलसीदास जी के हनुमान चालीसा व मानस पाठ, शोध, अध्ययन में तत्पर हैं। इसके बाद अतिथियों की सामूहिक उपस्थिति में स्वर्णजयंती महोत्सव विशेषांक पत्रिका मानस मुक्त मणि का विमोचन किया गया। तदुपरांत अध्यात्म, साहित्य, संगीत,पत्रकारिता, चिकित्सा एवम समाज सेवा से उत्कृष्ट योगदान के लिए 21 विभूतियों को स्वर्ण पदक व 11 को रजत पदक , स्मृतिचिन्ह, अंगवस्त्र से सम्मानित किया गया।

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सम्मानित होने वाली विभूतियों में रामदास महाराज, गौरीशंकरदास, सुदामा कुटी वृंदावन के महंत अमरदास, मिथिलेश नन्दिनी शरण,डॉ सुनीता शास्त्री, मंदाकिनी रामकिंकर, मानस भूषण महंत राम मंगलदास ,रामानन्द दास, महंत माधवदास, वासुदेवाचार्य , सूर्य प्रसाद दीक्षित,डॉ लहरी सिंह मप्र, डॉ अतच्युतानन्द तिवारी संस्कृत साहित्य, प्रमोद कांत मिश्र, संगीत में महंत विजयरामदास, डॉ रमेश कुमार मिश्र दिल्ली, डॉ एस के पाठक,समाजसेवी होम्योपैथी चिकित्सक डॉ उपेन्द्र मणि त्रिपाठी,आर एन सिंह लखनऊ,डॉ कृष्ण चन्द्र लाल, बैकुंठ शरण ,विजयशंकर मिश्र ,डॉ प्रभा पंत,संतोष तिवारी उत्तराखंड, डॉ वीणा सिंह गोंडा, राजेन्द्र पांडेय, भगीरथ पचेरीवाला आदि को सारस्वत सम्मान से विभूषित किया गया। संयोजन डॉ संजय कुमार पांडेय एवं संचालन विवेकानन्द पांडेय ने किया व विशाल श्रीवास्तव ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर, डॉ स्वदेश मल्होत्रा रश्मि, आकाशवाणी कार्यक्रम प्रभारी संजयधर द्विवेदी,शेषमणि मिश्र, विनय कुमार श्रीवास्तव, विष्णु प्रसाद नायक, शत्रुजीत सिंह, प्रत्यूष उपाध्याय, यदुनन्दन पांडेय,संजय कुमार पांडेय, आदि उपस्थित रहे।

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