आरोपियों के विरूद्ध बीकापुर कोतवाली में दर्ज हुआ मुकदमा
बीकापुर। बिखरते परिवार टूटते रिश्तों की रंजिश के बीच अन्धविश्वास के माहौल में आदमी कितना गिर जायेगा इसकी ताजा मिशाल कोतवाली क्षेत्र के भवानीपुर गांव में तब देखने को मिली जब शादी समारोह के प्रीतिभोज में रिस्ता निभाने आयीं 80 वर्षीय वृद्धा को दूल्हे के बहनो व छोटे भाई ने भूतप्रेत करने का नाम लेकर गालियों की बैछार कर लात घूसो से जमकर पिटाई करके बुरी तरह अपमानित भी किया। जब बचाव में उसके साथ आया वृद्धा के बेटे देवी प्रसाद दौडा तो उसे भी गालियां देकर अपमानित किया। घटना भवानीपुर गांव के हनुमन्त प्रसाद चौरसिया के घर की है। 23 अप्रैल को अंजीत चौरसिया की शादी थी 25 अप्रैल को प्रीतिभोज था। वृद्धा कलावती पत्नी स्व0 सर्वजीत निवासी टकसरा इनायतनगर रिश्तेदारी में हनुमन्त के घर आयी थी। कहते है कि हनुमन्त चौरसिया के खानदान में अब अलग बिलग होकर 10-12 घर हो गये है। वृद्धा कलावती जाने से पहले सभी लोगो के यहां र्शिष्टाचार निभाने गयी कुशल छेम जाने के बाद हतुमन्त के घर पहुची और जब दुल्हन देखने के लिये चली तो हनुमन्त की बेटी ऊषा व निशा तथा लडका मंजीत ने वृद्धा कलावती को भूत बाटने की बात कहकर लात घूसो से मारते हुए भद्दी भद्दी गालियां देकर घर छोड देने का फरमान सुनाया। मां को पिटते व अपमानित होते देख जब कलावती का लडका देवी प्रसाद बचाव में दौडा तो उसे भी अपमान का घूट सहने करना पडा। वृद्धा का कुसूर सिर्फ इतना था कि वह रिश्तेदारी में तो हनुमन्त के घर आयी थी किन्तु शिष्टाचार निभाने खानदान के अन्य घरो में भी चली गई थी। घटना से आहत देवी प्रसाद ने चोटहिल मां के साथ कोतवाली आकर उसके साथ हुई घटना का व्योरा लिखकर आरोपियो ऊषा निशा व मंजीत पुत्रगण हनुमन्त चौरसिया के विरूद्व अ0सं0 252/19 धारा 323 504 506 आईपीसी के तहत कोतवाली में मुकदमा दर्ज करा दिया है। पुलिस इस प्रकरण में किस हद तक कार्यवाही करेगी यह तो कानून और पुलिस की कार्यशैली पर निर्भर है। किन्तु लोगो की सोच में बदलाव कैसे आ सकेगा यह आज के बिगडे माहौल में विचारणीय प्रश्न है।