– राम मंदिर ट्रस्ट व स्थाई सुरक्षा सामिति की बैठक में श्रद्धालुओं के दर्शन व सुविधाओं पर हुआ मंथन
अयोध्या। राम मंदिर की सुरक्षा हाईटेक होगी सुरक्षा अधिकारी की माने तो परिंदा भी पर न मार सके ऐसी सुरक्षा नीति तैयार किया गया है। सीआईएसए ने 15 दिन के रिसर्च के बाद एक बेहद रिपोर्ट तैयार किया है जिसपर सोमवार को राम मंदिर स्थाई सुरक्षा समिति की बैठक हुई बैठक एडीजी सुरक्षा, एडीजी जोन,आईजी,डीआईजी,पीएसी के वरिष्ठ अधिकारी सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी राम जन्म की सुरक्षा में तैनात खुफिया विभाग के सभी विंग के वरिष्ठ अधिकारी तथा राम जन्म भूमि ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ बैठक में मंथन हुआ। अधिकारियों की मानें तो इस बैठक में आये प्रस्ताव को शासन को भेजा जाएगा जिसकी स्वीकृति के आधार पर ही राम मंदिर की नई सुरक्षा बनेगी।
एडीजी जोन बृजभूषण ने बताया कि पुलिस के सभी विंग के साथ एक आवश्यक बैठक हुई है राम मंदिर निर्माण में उसकी सुरक्षा के साथ-साथ जो श्रद्धालु आए हैं श्रद्धालुओं को कोई असुविधा ना हो को ध्यान में रखते हुए खाका तैयार किया गया है जिसमें तकनीकी का भी भरपूर इस्तेमाल किया जाएगा आने वाले समय में मंदिर बन कर जब तैयार हो तो उसकी भव्य सुरक्षा व्यवस्था हो श्रद्धालुओं को आराम से दर्शन करने का मौका मिले श्रद्धालुओं को असुविधा ना हो उनकी सुरक्षा भी बनी रहे एडीजी जोन ने कहा कि रामलला के मंदिर की भी सुरक्षा बनी रहे इसको लेकर भी खाका तैयार किया गया है बैठक में चयनित प्रस्ताव शासन को मंजूरी के लिए भेजा जाएगा रामलला के मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखा जाएगा उनके पार्किंग दर्शन सुख सुविधा को लेकर मंथन हुआ है
अयोध्या आने वाले किसी भी श्रद्धालुओं को कोई असुविधा ना हो इस तरीके की व्यवस्था की जा रही है मेले को लेकर भी तैयारियां की जा रही हैं वही राम जन्म भूमि के आसपास की बिल्डिंगों को हटाए जाने पर बोलते हुए कहा कि अभी ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है जो लोग राम जन्म के आसपास निवास कर रहे हैं उनको किसी तरीके की असुविधा ना हो। एडीजी सुरक्षा बी के सिंह ने कहा कि तीनों धार्मिक स्थल के लिए भारत सरकार के आदेश के साथ एक स्थाई समिति बनी है स्थाई समिति की बहुत ही महत्वपूर्ण बैठक थी सुरक्षा मुख्यालय उत्तर प्रदेश के संयोजन में बैठक आहूत की गई थी सभी धारक और सेंट्रल एजेंसी ने बैठकर मंथन किया है और एक फाइनल स्वरूप देने की कोशिश की गई है राम मंदिर निर्माण के बाद सुरक्षा व्यवस्था कैसी होगी उसका क्या स्ट्रक्चर होगा इस पर मंथन किया गया है
ट्रस्ट के साथ बैठक कर सामंजस्य स्थापित करते हुए मंदिर निर्माण के बाद सुरक्षा की व्यवस्था पर अंतिम रूप देने का प्रयास किया गया है स्टेट फोर्स सेंट्रल पोस्ट के आपस में तालमेल के साथ ही काम होता है विशेष आमंत्रित सदस्यों के तौर पर ट्रस्ट के सभी महत्वपूर्ण पद पर आसीन पदाधिकारी मौजूद थे सुरक्षा के लिहाज से बिंदुवार हर विषय पर चर्चा परिचर्चा कर अंतिम निर्णय लिया गया है एडीजी सुरक्षा ने कहा कि हम सब का यह प्रयास है कि एक ऐसा सिस्टम बनाया जाए जो सुरक्षित हो लेकिन जनता के लिए हो एडीजे सुरक्षा ने कहा कि रामलला के दर्शनार्थियों को कोई दिक्कत ना हो यह जनता के लिए मंदिर का निर्माण हो रहा है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि सीआईएसफ को सरकार ने राम जन्म भूमि की सुरक्षा की ऑडिट की जिम्मेदारी दी थी राम जन्मभूमि परिसर में सीआरपीएफ पीएसी और कमांडो पहले से है।
सरकार ने सीआईएसफ चौथी सुरक्षा एजेंसी से ऑडिट कराया भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार ने सीआईएसफ को इसके लिए चुना। वहीं कहा कि दर्शनार्थियों को कष्ट न हो सुरक्षा भी पूरी रहे श्रद्धालुओं में पुलिसिंग का खौफ ना रहे बंदूकधारी और वर्दीधारी कम से कम दिखाई दे श्रद्धालुओं की सुविधाओं को सुरक्षा उपकरणों से ठेस न पहुंचे इस पर भी चर्चा की गई है। उन्होंने कहा कि रामलला की सुरक्षा में किसी भी तरीके की ढिलाई नहीं की जा सकती सुरक्षा को उपेक्षित नहीं किया जा सकता जिस तरीके से दुनिया आगे बढ़ रही है सुरक्षा को भेदने के तमाम उपकरण भी बनते जा रहे हैं राम जन्मभूमि परिसर में यात्री सुविधा केंद्र बनाया जाएगा जहां पर श्रद्धालुओं को सामान रखने की व्यवस्था होगी उस पर भी मंथन बैठक में किया गया है।