“बदलते परिदृश्य मे मूर्तिकला के द्वारा फिल्मांकन” विषय पर हुआ व्याख्यान
अयोध्या। दृश्य कला विभाग तथा अर्थशास्त्र एवम् ग्रामीण विकास विभाग, डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या के संयुक्त तत्वाधान में चल रही ’‘फिल्म उद्योग में कला निर्देशन की सम्भावनाएँ‘‘ विषयक पाँच दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला मे गुरूवार को ‘‘बदलते परिदृश्य मे मूर्तिकला के द्वारा फिल्मांकन‘‘ विषय पर अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मूर्तिकार प्रो. राजीवनयन पाण्डेय, संकायाध्यक्ष, डॉ0 शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुर्नवास विश्वविद्यालय, लखनऊ द्वारा अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। प्रो0 पाण्डेय ने उपस्थित छात्र -छात्राओं को मूर्तिकला से सम्बन्धित उसके निर्माण सजृन तथा संरक्षण करने की तकनीक सिखाये साथ ही यह भी बताया की मूर्तिकार फिल्म उद्योग में त्रिआयामी तरीके से विजुअल मूवमेंट बनाता है।
आर0 आर0 सिंह, अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डॉ0 शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुर्नवास विश्वविद्यालय, लखनऊ ने दृश्य कला विभाग के शिक्षकों एवं छात्र -छात्राओं के उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दी तथा अपने कार्य को मेहनत एवं ईमानदारी से करने के लिए प्रेरित किया।
कार्यशाला निदेशक पल्लवी सोनी ने उक्त बताया की विभाग के छात्र -छात्राओं द्वारा नयी-नयी तकनीकों से मूर्तियों का निर्माण करते हुए उनके मंचन की सुव्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इस कार्यशाला मे दृश्य कला विभाग की प्रशिक्षक रीमा सिंह द्वारा छात्र -छात्राओं को पुलवामा दृश्य मंचन के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है।
कार्यशाला की संयोजक, सरिता द्विवेदी ने मूर्तिकला के निर्माण से सम्बन्धित विभिन्न अवययों पर प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम का संचालन किया। दृश्य कला विभाग के समन्वयक प्रो0 विनोद कुमार श्रीवास्तव ने बताया की पाँच दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का समापन22 फरवरी को बनारस हिन्दु विश्वविद्यालय के दृश्य कला संकाय के प्रो0 आर0 एन0 मिश्रा के व्याख्यान के साथ सम्पन्न होगा। कार्यशाला के निष्कर्ष के रुप मे प्रशिक्षित छात्र -छात्राओं द्वारा वेस्ट मैटेरियल से निर्मित सामग्रियों के द्वारा मंचन एवं अभिनय किया जाएगा।
राष्ट्रीय कार्यशाला कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो0 आशुतोष सिन्हा, अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या ने किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से प्रो0 मदृला मिश्रा, डॅा0 प्रदीप कुमार त्रिपाठी, श्री. आशीष मिश्रा, डॅा0 अलका श्रीवास्तव, डॅा0 सविता देवी एवं गैर शैक्षिणक कर्मचारियों के साथ बडी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।