-ग्रीष्मावकाश होने के बाद परीक्षा तिथि घोषित करने का शिक्षक कर रहे विरोध
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की सेमेस्टर परीक्षाओं को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन और महाविद्यालयों के शिक्षकों में ठन गई है। मंगलवार को अवध विश्वविद्यालय से भेजी गई उत्तरपुस्तिकाओं की गाड़ी को साकेत महाविद्यालय के शिक्षकों ने बैरंग वापस कर दिया है।
कुलपति की ऑनलाइन बैठक में म्यूट किए जाने का लगाया आरोप
-मंगलवार शाम 04 बजे डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की कुलपति ने 31 मई 2024 को घोषित परीक्षाओं के संदर्भ में एक गूगल जूम मीटिंग केन्द्राध्यक्षों / प्राचार्यों के साथ आहूत की थी। आरोप है कि इस मीटिंग में सिर्फ कुलपति और परीक्षा नियंत्रक के मात्र तीन मिनट एकालाप किया। सभी केन्द्राध्यक्षों / प्राचार्यों का माइक संचालक ने म्यूट कर दिया था।
किसी प्राचार्य और केन्द्राध्यक्ष को बोलने की अनुमति नहीं दी गई। विश्वविद्यालय से सम्बद्ध समस्त महाविद्यालय जून में किसी भी तरह परीक्षा करवाने की स्थिति में नहीं है और उन्होंने अपनी मंशा विश्वविद्यालय को पूर्व में ही संप्रेषित कर दी है। अवध विश्वविद्यालय ने 23 मई, 2024 से ग्रीष्मावकाश घोषित कर रखा है।
ऐसे में सभी प्राध्यापक 31 मई, 2024 को परीक्षा करवाने के लिए कैसे इकट्ठा होगें। विरोध कर रहे शिक्षकों का कहना है कि विश्वविद्यालय का यह रवैया घोर शिक्षक विरोधी और अनुचित है। शिक्षकों ने इसका विरोध करते हुए भेजी गयी उत्तर पुस्तिकाओं तथा प्रश्न-पत्रों की गाड़ी को साकेत महाविद्यालय से बैरंग वापस कर दिया। इस बीच जिला प्रशासन ने पिछले (18 अप्रैल से 03 जून, 2024) महीनें से अधिग्रहीत साकेत महाविद्यालय में 31 मई, 2024 तथा 03 जून, 2024 को सम्पन्न हुए फैजाबाद लोकसभा चुनाव की मतगणना के लिए कार्मिकों की ट्रेनिंग की तिथि भी निश्चित कर दी है।
विश्वविद्यालय के इस अपरिपक्व, गैरजिम्मेदाराना एवं तानाशाही रवैए से प्राध्यापकों में काफी रोष है। शिक्षक किसी भी तरह जून की भीषण गर्मी में परीक्षा करवाने के खिलाफ है।