रूदौली । तहसील क्षेत्र में प्वॉइंट ऑफ सेल (पीओएस) से राशन वितरण होने की सरकार की मंशा पर कोटेदारो में हड़कम्प मच गया है । कोटेदार इस्तीफा देने लग गये हैं। सप्लाई विभाग में कोटे का लाइसेंस कैंसिल करने के लिए आवेदन आ रहे हैं। शासन ने प्रदेश में राशन वितरण में पारदर्शिता लाने के लिए यह नई व्यवस्था शुरू की है, लेकिन यह बात कोटेदारों को रास नहीं आ रही है। क्योंकि, इससे उनकी ऊपरी कमाई बंद हो गई है। लिहाजा वह इस्तीफा देने में ही भलाई समझ रहे हैं.
एक का इस्तीफा मंजूर
पीओएस व्यवस्था लागू होने के बाद से तहसील क्षेत्र के कोटेदारो में खलबली मची हुई है नई सर्विस शुरू होने के बाद एक कोटेदार ने इस्तीफा दिया है। मवई ब्लाक के शहबाज चक के कोटेदार उमादत्त ने इस्तीफा दिया है ।हलांकि, अधिकारियों का कहना है कि कोटेदार पीओएस व्यवस्था लागू होने से नहीं बल्कि व्यक्तिगत समस्याओं के कारण ऐसा कर रहा है जिस कोटेदार ने इस्तीफा दिया है वो हार्ट का मरीज है जिसने खाद्यान वितरण में असमर्थता जताई है ।जिसका इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है।
यह भी है एक रीजन
कोटेदारों के इस्तीफा देने के पीछे राशन वितरण पर मिलने वाला कमीशन भी एक रीजन हैं। एक क्विंटल गेहूं या चावल बांटने पर लगभग 70 रुपये का कमिशन मिलता है। जबकि, एक लीटर केरोसिन की बिक्री पर एक से दो पैसे कमिशन तय है। गोदाम से दुकान तक राशन ले जाने का जिम्मा कोटेदार का ही है। जिसका अलग से किराया नहीं मिलता है। ऐसे में राशन वितरण में निगरानी बढ़ने के बाद कोटेदार कटने लग गये हैं।
ये गांव रिक्त
तहसील क्षेत्र के रूदौली ब्लाक के ग्राम महमूद मऊ ,जरायलकला ,सिठौली ,जखौली, पस्ता ,मोहहामिद पुर,अमराई गांव व मवई ब्लाक के रजा नगर गांव रिक्त है।