-सॉल्वर गैंग के तीन आरोपी चढ़े अयोध्या पुलिस के हत्थे, एसएसपी ने में किया गिरोह का पर्दाफाश
अयोध्या। एग्जाम में सॉल्वर बैठा कर लाखों रुपये लेकर एडमिशन कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश अयोध्या पुलिस ने किया है। इस मामले में एसएसपी ने बताया कि अयोध्या पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। जिसकी जानकारी देने के लिए पत्रकार वार्ता हो रही है। बकौल एसएसपी राज करन नैय्यर ने बताया कि सीनेट की परीक्षा के माध्यम से बीएससी नर्सिंग में एंट्रेंस एग्जाम में सॉल्वरो को बैठा कर छात्रों से लाखों रुपये लेकर एडमिशन कराने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया गया है।
इस गिरोह के तीन सदस्य गिरफ्तार किए गए हैं। जिनकी पहचान अजय सिह निवासी रेहरा खुर्द पोस्ट रेहरा कला थाना कठेला समय माता जिला सिद्धार्थ नगर, रितांशु मौर्या निवासी मोहल्ला रखरौरा थाना रामनगर जिला बाराबंकी और सचिन रागवंशी निवासी छोटी लाईन रेलवे कालोनी थाना खैराबाद जिला सीतापुर के रूप में हुई है। एसएसपी ने बताया कि 6 फरवरी 2024 को अटल बिहारी वाजपेई चिकित्सा विश्वविद्यालय लखनऊ की वाइस प्रिंसिपल नीमा वीपी ने अयोध्या कोतवाली में 11 छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
सभी ने संदिग्ध रूप से अयोध्या मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लिया था। गिरफ्तार तीनों अभियुक्त का एफआईआर में नाम नहीं था। प्रकाश में आने के बाद अयोध्या पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार किया है। तीनों के खिलाफ लखनऊ व अयोध्या में दर्ज हैं आपराधिक मुकदमे, और पुलिस पूरे मामले में अपनी विवेचना जारी रखे हुए है।
प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार शर्मा के नेतृत्व में गठित की थी टीम
एसएसपी राज करन नैय्यर ने प्रेसवार्ता में बताया कि सूचना को गम्भीरता से लेते हुए थाना प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार शर्मा के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की गई थी। मुखबिर ने शुक्रवार को सूचना दी कि सिनेट की परीक्षा के माध्यम से बीएससी नर्सिंग में इन्ट्रेंस एग्जाम में साल्वर को बैठाकर छात्रों से लाखो रुपये लेकर एडमिशन कराने से सम्बन्धित कुछ संदिग्ध एक जगह एकत्रित है।
पुलिस टीम बताए गए स्थान पर पहुंच कर हिरासत में ले लिया। पूछताछ में जुर्म स्वीकार करने में सम्बंधित धाराओं में केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई की गई है। तीनों पर लखनऊ के थाना नाका हिंडोला में केस दर्ज है। पुलिस विवेचना अभी जारी है।