‘‘संसदीय विशेषाधिकार और मीडिया” विषय पर हुआ व्याख्यान
अयोध्या। डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग में े ”संसदीय विशेषाधिकार और मीडिया” विषय पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान के मुख्य अतिथि विधानसभा उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्य संपादक डाॅ0 अरूणेन्द्र चन्द्र त्रिपाठी एवं विशिष्ट अतिथि महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी, जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग के सहायक आचार्य डाॅ0 मनोहर लाल रहे।
कार्यक्रम को संबांधित करते हुए मुख्य अतिथि डाॅ0 अरूणेन्द्र चन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि पत्रकारिता एक स्तम्भ है जिस पर किसी प्रकार का दबाव नही होना चाहिए। लोकतंत्र के एक प्रहरी के रूप में मीडिया का दायित्व महत्वपूर्ण होने के साथ-साथ जवाब देह भी है। भाषा चयन, विधि की जानकारी एवं परिस्थितियों का वास्तविक मूल्याकंन पत्रकारिता की आधार शिला है। भारतीय संविधान में विधायिका को विशेषाधिकार प्राप्त है ऐसी स्थिति में पत्रकारों को सजग रहकर कानूनी प्रक्रिया का अनुपालन करना आवश्यक है। डाॅ0 त्रिपाठी ने कहा कि तथ्य विहीन समाचार-पत्रों की कवरेज से बचे इस तरह के समाचार न केवल समाचार समूह की छवि प्रभावित करते है बल्कि इसका स्वयं के करियर पर भी प्रभाव पड़ता है। विशिष्ट अतिथि डाॅ0 मनोहर लाल ने कहा कि पत्रकारिता एक कर्म की विधा है इसे करके सींखना होता है। शब्दों का अनुशासन बनाये रखना पत्रकार का धर्म है। पत्रकारिता शब्दों का अनुशासन है। कार्यक्रम का संचालन एवं अतिथियों का स्वागत विभाग के समन्वयक डाॅ0 विजयेन्दु चतुर्वेदी ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डाॅ0 राजेश सिंह कुशवाहा द्वारा किया गया। इस अवसर पर विभाग के शिक्षक डाॅ0 राज नारायण पाण्डेय, डाॅ0 अनिल कुमार विश्वा, साक्षी श्रीवास्तव, मोनिका सिंह नाहर, सौरभ सिंह, युक्ति गुप्ता, दीपाली श्रीवास्तव, रोशनी कुमारी, रजनीश पाण्डेय सहित छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही।