जलाये जायेंगे 5.51 लाख से अधिक दीये, शामिल होंगे राज्यपाल, मुख्यमंत्री और दोनों उप मुख्यमंत्री
अयोध्या। रामनगरी अयोध्या के भव्य व दिव्य दीपोत्सव 2020 का आगाज गुरूवार को हो गया। शुक्रवार को अयोध्या में वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंधित कर मार्ग परिवर्तित कर दिया गया है। शुक्रवार को दीपोत्सव का मुख्य कार्यक्रम होगा। जिसमें सूबे की राज्यपाल आंनदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा , जनपद प्रभारी व पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी समेत प्रदेशस्तरीय अधिकारी भी शामिल होंगे। कार्यक्रम स्थलों पर बृहस्पतिवार को अधिकारी डटे रहे। साकेत महाविद्यालय से भगवान राम के जीवन वृत्त पर 11 झांकी व शोभा यात्रा से कार्यक्रम की शुरुआत होगी। शोभा यात्रा मार्ग की सफाई के साथ विशेष रूप से धुलाई की गई। नगर निगम की ओर से शोभा यात्रा मार्ग के अलावा अन्य मार्गों को भी साफ पानी से धुला गया। महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने बताया कि जिस तरह से भगवान राम आए थे अयोध्या और भव्य स्वागत हुआ था उसी तरह से आने वाले मेहमानों का भी भव्य स्वागत किया जाएगा। स्वागत करने के लिए ही अयोध्या धाम में साफ-सफाई कार्य चल रहा है।
एम्बुलेन्स एवं मरीज वाहनों के लिए ग्रीन कॉरीडोर
-सीओ यातायात राजेश कुमार राय ने बताया कि एम्बुलेंस व मरीजों को अस्पताल ले जा रहे वाहनों के लिए विशेष ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है। ऐसे वाहनो को सुरक्षित गन्तव्य की ओर भेजा जाएगा। यह यातायात डायवर्जन कार्यक्रम चलने तक लागू रहेगा। अनुमति प्राप्त वाहन जिनके वाहन पास होगा वही वाहन अयोध्या क्षेत्र में प्रवेश करेगा। अयोध्या निवासी अपने पहचान पत्र दिखाकर अयोध्या क्षेत्र में प्रवेश पा सकेगे। इसके अलावा जनपद के सभी प्रमुख चौराहो पर बैरियर लगाकर यातायात को सरल किया गया है। जनता को यातायात सम्बन्धी किसी परेशानी का सामना न करना पडे इसके लिए यातायात पुलिस लगातार प्रयासरत है तथा जनता से सहयोग की अपील है।
प्रतिबंध मार्ग जिनका बदला गया रूट
-दीपोत्सव कार्यक्रम पर बृहस्पतिवार से ही यातायात प्रतिबंधित कर मार्ग में बदलाव किया गया है। जनपद गोण्डा के लकड़मंडी चौराहे से सभी प्रकार के वाहनों का अयोध्या में प्रवेश प्रतिबन्धित रहेगा, श्रीराम अस्पताल तिराहा अयोध्या से नयाघाट की तरफ सभी प्रकार के वाहनों का अयोध्या में प्रवेश प्रतिबन्धित रहेगा। रामघाट चौराहा अयोध्या से दीनबंधु आख अस्पताल एवं हनुमान गढ़ी की तरफ सभी प्रकार के वाहनो का प्रवेश प्रतिबन्धित रहेगा। दीनबंधु आख अस्पताल तिराहा से रामघाट चौराहा की तरफ सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश प्रतिबन्धित रहेगा। साकेत पेट्रोल पम्प की तरफ से नयाघाट एवं हनुमानगढ़ी की तरफ सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश प्रतिबन्धित रहेगा। परमा एकेडमी गली से हनुमान गढ़ी की तरफ सभी प्रकार के वाहनों के प्रवेश प्रतिबन्धित रहेगा। दन्तधावन कुण्ड से नयाघाट की तरफ सभी प्रकार के वाहनों के प्रवेश प्रतिबन्धित रहेगा। जैन मंदिर से कोतवाली अयोध्या की तरफ सभी प्रकार के वाहनों के प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। तपसी छावनी तिराहा से छोटी छावनी की तरफ सभी प्रकार के वाहनों के प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। तुलसी स्मारक सदन चौराहा से कोतवाली अयोध्या एवं हनुमान गढ़ी की तरफ सभी प्रकार के वाहन प्रतिबंधित रहेगा। हनुमान गुफा मोड़ से नयाघाट की तरफ सभी प्रकार के वाहनों के प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। उदया चौराहा (गुप्ता होटल) से अयोध्या की तरफ सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश प्रतिबन्धित रहेगा।
दीपोत्सव को भव्य व दिव्य बनाने के लिए स्वयंसेवकों ने दिखाई क्षमता
-डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय चतुर्थ दीपोत्सव को भव्य एवं दिव्य बनाने के क्रम में सभी 24 घाटों पर दीए के पैटर्न मानकों के अनुरूप लगाने का कार्य लगभग पूर्ण हो गया है। दीपोत्सव में तैनात स्वयंसेवकों को सावधानी से दीए जलाने के लिए घाटों पर प्रशिक्षित किये जाने का रिहर्सल किया गया। कोविड-19 के मानकों को चुस्त दुरूस्त बनाये रखने के लिए नियमित रूप से ध्वनि विस्तारक यंत्रों द्वारा दिशा-निर्देश बराबर प्रसारित किया जा रहा हैं। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 रविशंकर सिंह नियमित रूप से घाटों पर जाकर स्थलीय निरीक्षण कर व्यवस्था को चुस्त दुरस्थ करने का निर्देश दे रहे है। आज सुबह 10 बजे से बचे हुए घाटों पर दीए लगाने का क्रम पूरा हो गया। विश्वविद्यालय जिला प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर दीपोत्सव की तैयारियों में कोई कसर नही रख रहा है। सुबह से स्वयंसेवकों ने लक्ष्य आधारित कार्यों को पूरा कर लिया है। दीपोत्सव-2020 में दीए जलाने का लक्ष्य काफी बड़ा है। इसी कारण बड़े पैमाने पर मोबाइल टीमें भी लगाई गइ है। विशेष परिस्थितियों में ये टीमें दीए जलाने में स्वयंसेवकों का सहयोग करेंगे। राम पैड़ी दीपोत्सव स्थल पर सघन सेनेटाइजेशन का कार्य भी किया जा रहा है। कोविड संक्रमण के दृष्टिगत विद्यार्थियों को संक्रमण से बचाव के लिए चिकित्सकीय टीमें मास्क लगाने एवं शारीरिक दूरी बनाये रखने का निर्देश दे रही है।
कुलपति प्रो0 रविशंकर सिंह ने सभी घाट समन्वयकों से कोविड के प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए सख्ती से निर्देश प्रदान किया है। दीपोत्सव कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए समन्वयकों को अपने कार्य दायित्वों का निर्वहन करने का निर्देश भी दिया गया है। किसी प्रकार की असावधानी न हो। उसके सम्बन्ध समन्वयकों सहित सभी पदाधिकारियों को सतर्क किया गया है। दीपोत्सव की प्रमुख झलकियों में घाट संख्या दो पर सामाजिक समरसता का परिदृश्य प्रस्तुत करती दीप श्रंखला से महिला सशक्तीकरण पर संदेश प्रस्तुत किया गया। इसी के क्रम में घाट संख्या तीन पर चौदह वर्षों बाद लौट रहे भगवान श्रीराम को पुष्पक विमान दीप माला से तैयार किया गया। घाट संख्या पॉच पर पहाड़ लेकर उड़ते हुए हनुमान जी की छवि को उकेरा गया है। घाट संख्या दस पर विश्वविद्यालय की फाइन आर्टस की छात्राओं द्वारा अदभुत कला का प्र्रदर्शन करते हुए श्रीराम दरबार की पेंटिग बनाई है। दीपोत्सव स्थल पर स्वयंसेवकों के द्वारा जगह-जगह कलात्मक प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। दीपोत्सव स्थल पर स्वयंसेवकों को पहॅुचाने के लिए विश्वविद्यालय परिसर से बसे लगाई गई है उन्हें रैंडम कोविड टेस्ट के उपरांत भेजा जा रहा है। निरीक्षण के समय दीपोत्सव नोडल अधिकारी प्रो0 शैलेन्द्र कुमार वर्मा, मुख्य नियंता प्रो0 अजय प्रताप सिंह प्रो0 चनन कुमार मिश्र, प्रो0 एमपी सिंह, प्रो0 अनूप कुमार सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे। इसी तरह अन्य घाटों पर विश्वविद्यालय परिसर एवं सम्बद्ध महाविद्यालयों के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों, विभिन्न गैर संस्थानिक संस्थाओं में एनसीसी, एनएसएस के स्वयंसेवक दीए लगाने में अपनी सहभागिता प्रदान कर रहे।