अयोध्या। सरकार और रेल प्रशासन की कर्मचारी विरोधी नीतियों एवं रेल कर्मचारियों की लम्बित 43 सूत्रीय माँगों जिसमें पुरानी पेंशन बहाली ,रनिंग स्टाफ के माइलेज भत्ते एवं लार्सजेस को बंद करने, रिक्त पदों को भरने , कार्य के समय का निर्धारण ,14(2) बी को समाप्त करने इत्यादि को लेकर दिनांक 1से 3 नवम्बर तक एं 15 से 17 नवम्बर तक लखनऊ अधिवेशन में लिये गये निर्णय के अनुसार यदि सरकार कर्मचारियों की माँगों को नहीं मानती तो कर्मचारी 11 दिसम्बर से वर्क टू रुल करने के लिये मजबूर होंगें साथ ही वह आने वाले 2019 के लोकसभा चुनाव में उसी पार्टी को वोट देंगे जो उनकी माँगों को अपने चुनावी एजेंडे में शामिल करेंगी यह बात यहाँ आये ऑल इण्डिया रेलवे मेन्स यूनियन के महामंत्री कामरेड शिव गोपाल मिश्रा ने कही ।
इस अवसर पर लखनऊ मंडल के मंडल मंत्री आर के पांडे एवं पूर्व मंडल मंत्री आर के कनौजिया ने सरकार को चेताया कि अगर सरकार रेल कर्मचारियों की माँगों को नहीं मानती तो कर्मचारी आन्दोलन के लिये बाध्य होंगे। बैठक में पूर्व का. सी पी तिवारी फैजाबाद रे.मे.यू. के अध्यक्ष अंजुम मुख्तार खान उपा. राजाराम शाखा मंत्री हीरालाल मंडल मंत्री घनश्याम पांडे महिला विंग की उपाध्यक्ष श्रीमती इन्द्रावती, सविता कनौजिया, एपी मौर्या, बीबी सिंह हनुमान मिश्रा, रमाकांत, एसआरआर रिजवी, संजीव कुमार राजकुमार गुप्ता प्रिंस, एसपी दूब,े कपिल देव चुन्नू अली पी के मिश्रा, मोती लाल, मीना सहित सैकड़ों की संख्या में रेल कर्मचारी शामिल हुये ।
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