Breaking News

राहु अधर्म का प्रतीक, धर्म ही इसका समाधान : राधा कृष्ण

-पांच दिवसीय ज्योतिष महोत्सव का हुआ समापन

अयोध्या। सरयू तट पर स्थित रॉयल हेरीटेज होटल में चल रहे ज्योतिष महोत्सव के पंचम व आखिरी दिवस प्रख्यात ज्योतिषी राधा कृष्ण ने शिव धनुष, सरवानी रथ ने राम सीता विवाह एवं संजय रथ ने प्रभु श्रीराम के अनुज भ्राता शत्रुघ्न और लक्ष्मण के जीवन का कुंडली में मौजूद ग्रहों नक्षत्रों के अनुसार गहन विश्लेषण किया। पांच दिवसीय ज्योतिष महोत्सव का आयोजन अयोध्या जनपद के मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व भाजपा विधायक गोरखनाथ बाबा द्वारा कराया गया था। महोत्सव में भारत सहित 28 देशों के सैकड़ो ज्योतिषाचार्यो ने ज्योतिष विज्ञान पर अपना-अपना मत प्रकट किया।

वरिष्ठ ज्योतिषी राधा कृष्ण ने कुछ जातकों की कुंडली का विश्लेषण करते हुए कहा कि राहु अधर्म का प्रतीक है जिसका समाधान केवल और केवल धर्म का मार्ग ही है। यदि किसी की कुंडली में राहु विद्यमान है तो उसे धार्मिक कार्यों अनुष्ठानों में रुचि रखनी चाहिए उसी से ही उसका कल्याण होगा। उन्होंने शिव धनुष को राहु की दूसरी दृष्टि के समान खतरनाक बताया। ज्योतिषी सरवानी रथ ने राम सीता विवाह पर विस्तार से विश्लेषण करते हुए सीता के पाणि ग्रहण तत्पश्चात वनवास एवं वनवास के दौरान सीता हरण एवं सीता माता के दुख व अपमान का विश्लेषण कुंडली में मौजूद ग्रहों नक्षत्रों के अनुसार किया।

प्रख्यात ज्योतिषी संजय रथ ने राम के अनुज भ्राता शत्रुघ्न व लक्ष्मण की कुंडली के ग्रह नक्षत्र के अनुसार उनके जीवन पर गहन परिचर्चा की। महोत्सव के आयोजक गोरखनाथ बाबा ने पांच दिवसीय ज्योतिष महोत्सव के सफल समापन की घोषणा की और महोत्सव में पधारे देश-विदेश के सैकड़ो ज्योतिषियों का स्वागत सम्मान आभार प्रकट करते हुए पुनः अयोध्या पधारने का अनुरोध किया। इस मौके पर विधायक प्रतीक भूषण सिंह भी मौजूद रहे।

Leave your vote

इसे भी पढ़े  खंडासा थाना क्षेत्र में किशोरी से रेप पर कार्रवाई के साथ बढ़ रही सियासत

About Next Khabar Team

Check Also

पूर्व सांसद मित्रसेन यादव की मनाई गई 9वीं पुण्यतिथि

-सम्मानित किए गए उनके संस्थापित विद्यालय के एक दर्जन मेधावी छात्र अयोध्या। पूर्व सांसद मित्रसेन …

close

Log In

Forgot password?

Forgot password?

Enter your account data and we will send you a link to reset your password.

Your password reset link appears to be invalid or expired.

Log in

Privacy Policy

Add to Collection

No Collections

Here you'll find all collections you've created before.