Breaking News

रवीन्द्रनाथ टैगोर ने साहित्य को अन्तराराष्ट्रीय स्तर पर दिलाई पहचान : डॉ. मीनू दुबे

-अवध विवि में रवीन्द्रनाथ टैगोर की जयंती पर व्याख्यान का आयोजन हुआ

अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग में शनिवार को राष्ट्रगान के रचयिता व नोबेल पुरस्कार विजेता गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के जन्म दिवस के अवसर पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। राजा मोहन गर्ल्स पीजी कालेज के अंग्रेजी विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मीनू दुबे ने रवींद्रनाथ टैगोर मल्टीफेसटेड सागा ऑफ हिज पर्सनालिटी‘‘ विषय पर व्याख्यान को संबोधित करते हुए कहा कि टैगोर ने साहित्य को अन्तराराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है। ये सिर्फ कवि ही नही थे बल्कि चित्रकार एवं लेखक भी थे। छात्रों को इनके जीवन से शिक्षा लेनी चाहिए। उन्होंने अध्यात्म को जीवन में उतारने के साथ औरो को जोड़ने की वकालत की थी। डॉ. दुबे ने छात्रों से कहा कि टैगोर के कृतित्व व शिक्षा दर्शन से परिचित होना चाहिए।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अंग्रेजी विभाग की समन्वयक डॉ. गीतिका श्रीवास्तव ने छात्रों से कहा कि नोबेल पुरस्कार विजेता टैगोर सभी के अनुकरणीय है। इनके शिक्षा दर्शन को आत्मसात् करने की जरूरत है। इसी क्रम में विश्वविद्यालय अधिष्ठाता छात्र-कल्याण प्रो. नीलम पाठक ने कहा कि रवीन्द्रनाथ ने हजारों की संख्या में रचनाओं का सृजन किया है। छात्रों को उनकी रचनाओं से प्रेरणा लेनी चाहिए। कार्यक्रम का संचालन विभाग की सहायक आचार्य डॉ. निहारिका सिंह द्वारा किया गया। धन्यवाद ज्ञापन सहायक आचाय डॉ. दिव्या वर्मा ने किया। इस अवसर पर फ्रेंच भाषा की डॉ अलका माथुर सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रही।

Leave your vote

इसे भी पढ़े  विज्ञान के नवाचार से होगा देश का कल्याण : डॉ विजेंद्र सिंह

About Next Khabar Team

Check Also

शूटिंग एकाग्रता और सहनशीलता का खेल : अनिरूद्ध सिंह

-शूटिंग प्रतियोगिता के विजेता खिलाड़ियों को एडीएम प्रशासन ने किया सम्मानित अयोध्या। एक दिवसीय शूटिंग …

close

Log In

Forgot password?

Forgot password?

Enter your account data and we will send you a link to reset your password.

Your password reset link appears to be invalid or expired.

Log in

Privacy Policy

Add to Collection

No Collections

Here you'll find all collections you've created before.