आर-कम्प्यूटिंग फॉर लर्निंग एंड इंडस्ट्रियल एप्लीकेशन कार्यशाला का तीसरा दिन
अयोध्या। डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के गणित एवं सांख्यिकी विभाग तथा इंटरनेशनल एकेडमी फिजिकल साइंसेज अयोध्या चैप्टर, उत्तर प्र्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में “आर-कम्प्यूटिंग फॉर लर्निंग एंड इंडस्ट्रियल एप्लीकेशन“ विषय पर तीसरे दिन कार्यशाला के संयोजक प्रो0 एस0एस0 मिश्र ने ऐसे फलन की बात की जिसके बारे में आम धारणा गणित विशेषज्ञ रखते है। इनकमप्लीट बीटा एवं गामा फलन तथा फैक्टोरियल फलन में नैचुरल नम्बर न होने पर उसकी वैल्यू नहीं निकाली जा सकती। परन्तु आर-की सहायता से ऐसे फलन का मान निकाल कर प्रतिभागियों के समक्ष रखा गया। प्रो0 मिश्र ने बताया कि आर डेवेलपर्स की टीम ज्ञानी होने के साथ-साथ त्यागी भी थी जिन्होंने विश्व मानवता के लिए इस ज्ञान को मुफ्त में दिया। वतर्मान में यह साफ्टवेयर इतना पावर फुल है कि बड़े-बड़े साफ्टवेयर मार्केट प्रभावित हो रहे है।
कार्यशाला में रिसोर्स पर्सन के रूप में प्रो0 विजय कुमार, दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने आर-साफ्टवेयर में विदेशी विश्वविद्यालयों जर्मनी, आस्ट्रिया के साथ अपने कोलाबोरेटर्स के साथ किये गये शोध की चर्चा की। प्रो0 कुमार ने आर-की सहायता से ग्राफ, कलर ग्राफ के साथ-साथ पी0डी0एफ0, सी0डी0एफ0 तथा क्वारटाइल फलन को विस्तार से बताया। उन्होने बताया कि आर के इनबिल्ट रिफ्रेटेन्सस के द्वारा किसी भी आब्जेक्ट को साइट या पीडीएफ में जाकर समक्षा जा सकता है। कार्यशाला में हैन्डस आॅन ट्रेनिंग मिड वेस्टर्न विश्वविद्यालय नेपाल के डाॅ0 राम सुरेश यादव तथा त्रिभुवन विश्वविद्यालय नेपाल के डाॅ0 बाबू शाह द्वारा दी गई
कार्यशाला के सचिव डाॅ0 अभिषेक सिंह ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश। इस अवसर पर विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो0 चयन कुमार मिश्र, प्रो0 लाल साहब सिंह, प्रो0एस0के0 रायजादा, डॉ श्याम किशोर, संदीप रावत, वीर बहादुर सिंह, अनुराग सोनी, आलोक तिवारी, डॉ0 गायत्री वर्मा, सहित प्रतिभागी एवं छात्र-छात्राओं की उपस्थित रही।