रूदौली व मवई सप्लाई इंस्पेक्टर की संयुक्त जांच में मिली गड़बड़ी
रूदौली। चन्द्रामऊ मंगा गांव के कोटेदार द्वारा राशनकार्ड धारको को प्रत्येक महीने खाद्यान्न व केरोसिन का तेल न विरतण करना महंगा पड़ गया । पूर्व जिला पंचायत सदस्य व ग्रामीणों की शिकायत पर जांच हुई तो शिकायत सहीं मिली।एसडीएम ने अनियमितता मिलने पर कोटेदार से लिखित स्पष्टीकरण भी मांगा था । लेकिन 15 दिनों में कोटेदार द्वारा जवाब न दे पाने के कारण उपजिलाधिकारी ने निलंबित कर दिया ।
बताते चले कि चन्द्रा मऊ गांव के कोटेदार की मनमानी से कार्डधारक परेशान थे। समय से राशन, केरोसिन कार्डधारकों को नहीं दिया जा रहा था। विरोध करने पर कोटेदार मारपीट पर उतारू हो जाता था। इससे ग्रामीण उसकी शिकायत से बचते थे। पिछले दिनो पूर्व जिला पंचायत सदस्य रानी रावत ,जग प्रसाद रावत ,ग्राम प्रधान प्रतिनधि सलाउद्दीन महेश रावत ,अयोध्या प्रसाद यादव आदि ने उपजिलाधिकारी टी पी वर्मा से शिकायत की थी ।शिकायत में कहा गया है कि कोटेदार द्वारा अक्टूबर व नबम्बर माह में मिट्टी का तेल व गल्ला नही दिया ।जबकि पिछली माह का राशन व मिट्टी का तेल राशन कार्ड पर चढ़ा दिया ।विरोध करने पर कोटेदार द्वारा कहा गया लेना है तो लो नही इस महीने का भी नही दूंगा ।जिसके बाद एसडीएम टी पी वर्मा ने रूदौली व मवई सप्लाई इंस्पेक्टर को संयुक्त रूप से जांच सौपी ।जांच में पाया गया कि कोटेदार द्वारा मनमाने ढंग से खाद्यान व केरोसिन का वितरण किया जा रहा है । 40 से अधिक कार्डधारकों ने कोटेदार पर मनमानी करने और केरोसिन नहीं देने का आरोप लगाया। इसके अलावा अभिलेखों में गड़बड़ी मिली। कोटे की दुकान को निलंबित करते हुए ग्राम पंचायत चन्द्रा मऊ बैरम में इसे संबद्ध कर दिया गया। इस बाबत एसडीएम टी पी वर्मा ने बताया कि जांच में अनियमितता मिलने पर दुकान को निलंबित कर दिया गया है।