दो साल से लम्बित थे हजारों मुकदमें, परेशान थे श्रमिक
अयोध्या। श्रम न्यायालय उ.प्र. फैजाबाद की दो साल से खाली पीठासीन अधिकारी की कुर्सी अन्नतः आबाद हो गयी है। दो साल से पीठसीन अधिकारी की तैनाती न होने के कारण प्रदेश के दूर दराज के जनपदों के श्रमिक व अधिकारी मुकदमा लम्बित होने के कारण मानसिक व आर्थिक यातनाएं झेल रहे थे।
खबरों में सुर्खियां पाने के बाद मुख्य श्रम न्यायाधीश इलाहाबाद ने संज्ञान में लेते हुए तत्काल प्रभाव से श्रम न्यायालय उ.प्र. फैजाबाद में पीठासीन अधिकारी के पद पर गिरजेश कुमार पाण्डेय की नियुक्ति कर दिया है। गोरखपुर जनपद से स्थानान्त्रित पीठासीन अधिकारी गिरजेश कुमार पाण्डेय ने 11 सितम्बर को श्रम न्यायालय उ.प्र. फैजाबाद में आकर अपना पदभार भी ग्रहण कर लिया है। अभी वह अपनी कुर्सी पर नहीं बैठ रहे हैं जिसके कारण लम्बित मुकदमों की सुनवाई अधर में लटकी हुई है। श्रम न्यायालय उ.प्र. फैजाबाद में दिसम्बर 2017 से किसी भी पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति नहीं हुई थी। पीठासीन अधिकारी न होने के कारण दूर दराज के जनपदों जिसमें बलिया, गाजीपुर, अमेठी, सुल्तानपुर सहित दर्जनों जनपदों के पीड़ित श्रमिक न्याय नहीं पा रहे थे। मुकदमें की पैरवी के लिए वादियों को हर माह फैजाबाद आना पड़ता था तथा तारीख लेनी पड़ती थी। इस कवायद में वादियों का हजारों रूपये आने जाने आदि में खर्च हो जाया करते थे। मामले को गम्भीरता से लेते हुए जनहित में जब मीडिया के माध्यम से इसकी जानकारी मुख्य श्रम न्यायाधीश तक पहुंची तो उन्होंने कार्यवाही करते हुए पीठासीन अधिकारी की तत्काल नियुक्ति कर दिया। पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति होने के बाद वादियों की आशा जगी है अब शीघ्र ही उन्हें न्याय मिलेगा।