अयोध्या। मोहर्रम के आखिरी दिन अंजुमन गुंचाये मजलूमिया के संयोजन में अलम व ताबूत बज़्मे सलात की मस्जिद से इमामबाड़ा जवाहर अली खां लाया गया। अंजुमन के सहेबेबयाज सिब्तेन मेहंदी श्यावर व मो हसनैन ने नौहाख्वानी की।
संचालन हामिद जाफ़र मीसम ने किया। तक़रीर शाहिद कदर ने की। जुलूस में जंजीर व छुरे का मातम कर कर्बला में शहीदो को पुरसा पेश किया गया। सिब्तेन मेहंदी श्यावर ने “माँ की आंखों का तारा ,था असगर प्यारा प्यारा, व मो हसनैन ने यही जैनब का नौहा था, मैं लुट के आयी हु नाना, नौहा पढ़ा।
नायब सदर रिज़वान हसनैन की तरफ से सबील का इंतज़ाम व फ़ातिमा केयर फाउंडेशन , अफजल व मेहंदी डेंटल की तरफ से नाश्ते व शर्बत का इंतज़ाम बाहर से आये लोगो,व शहर के लोगो के लिए किया गया। अंजुमन के अध्यक्ष शुजात हुसैन वसीम व सेक्रेटरी सिब्तेन मेहदी श्यावर, उपाध्यक्ष रिजवान हसनैन, अफजल कोषाध्यक्ष कदर खान ने आए हुए सभी लोगों का शुक्रिया अदा किया। इस मौके पर पूर्व अध्यक्ष शादाब हुसैन राजन, कामिल हसनैन, ताज़ियादार कमेटी के अध्यक्ष हसन इकबाल, सचिव मोनू मिर्ज़ा, आसिफ, कासिम मेहंदी रूही, इक़बाल मुसन्ना, जाकिर हुसैन पाशा, वसी हैदर गुड्डू, मुनीर आबिदी, कैसर मेहंदी, इजहार हुसैन छोटू, सैफी अब्बास, सुहैल जैदी, अली कदर, मेहर इमाम ,पार्टनर,एजाज,मो जैगम,एहतेशाम हसनैन आदि शामिल रहे।