शोभायात्रा में आकर्षण का केन्द्र बनी रही झांकियां
अयोध्या। सिन्धु सेवा समिति के 67 वाॅ प्रभू झूलेलाल, महोत्सव श्रद्धा उल्लास वातावरण में सम्पन्न हुआ इस अवसर पर प्रातः से ही पूजा अर्चना के कार्यक्रम प्रारम्भ हुए सर्व प्रथम कुनडी कलश पूजन पंडित गिरधारी लाल शर्मा के सानिध्य में सम्पन्न हुआ। हवन पूजन में प्रमुख रूप से भीमनवास माखेजा गनेश पूहेजा, कन्हैया लाला सागर, हरीश मन्ध्यान, लघ्याराम इत्यादि सम्मलित हुए। अपराह्न सन्तनवल राम दरबार में विशाल भण्डारे का अयोजन किया गया है। जिसमें सम्पूर्ण व्यवस्था मंे संतनवल राम पंचायत का सराहनीय योागदान रहा है। मंध्यान लगभग 3बजे संत भावनदास के कर कमलों से हरी झण्डी दिखाकर शोभा यात्रा को खाना किया शोभा यात्रा में उल्लास मय वातावरण में पारम्परिक नृत्य हेज का प्रर्दशन नव युवको द्वारा किया गया बडी संख्या में पूरे शहर में माताओं और बहनों ने आरती का थाल सजाकर पूजा अर्चना किया। नगर में स्थान -2 पर विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा लेरणहार बनकर श्रद्धालुओं प्रसाद वितरण का सेवा कार्य किया, शोभा यात्रा में आगे-2 महापुरूषों के चित्र शोभायमान थे तत्पश्चात् संगठन के पदाधिकारी मोहन मन्ध्यान, गिरधारी चावला ओम प्रकाश अंदानी, अमृतराजपाल कमलेश केवलानी जयप्रकाश, क्षेत्रपाल, सुखदेव रावलानी ओम मोरवानी सौरभ लखमानी, भोजराज साधवानी, इत्यादि नेतृत्व करते रहे। उक्त जानकारी देते हुए सिंधु सेवा समिति के प्रवक्ता पुरूषेातम दासवानी ने बताया कि प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी समसामयिक झांकिया जन समुदाय को चोचने विचारने हेतु उल्लेखित करती रही है।
प्रमुख रूप से पर्यावरण बचाओ इसरों चंद्रयान 2.0 एन निशान एक संविधान एक विधान भारत की पहचान आंतंकबाद लजिकल स्ट्राइक जैसी झांकिया जन समुदाय में कोतूहल पैदा करती रही देर रात तक शोभायात्रा का ठहराव सिविल लाइन पर हुआ। एवं वहां से वाहनों के द्वारा शोभायात्रा का जनसमुदाय गुप्तारघाट पहॅचा गुप्तारघाट पर विशाल भण्डारे की व्यवस्था प्रहलाद मण्डल द्वारा की गयी । गुप्तारघाट पर देर रात तक सांई नितिन राम एवं साथियों ने प्रभु झूलेलाल का स्तुतिगान उपस्थित जन समुदाय के साथ किया गया।
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