-डिप्टी सीएम के आदेश पर दलाली मामले में सीएमओ ने महिला अस्पताल प्रशासन से मांगी है आख्या
अयोध्या। पड़ोसी जनपद बस्ती निवासी एक महिला के तीमारदार से जल्दी अल्ट्रासाउंड कराने के नाम पर वसूले गए 200 रुपये और मामले के वायरल वीडियो में अब कार्रवाई का जिम्मा पुलिस महकमे के पास पहुंच गया है। दरअसल आरोपों के घेरे में आया कथित इंटर्न वर्तमान में ना तो जिला अस्पताल में तैनात है और ना ही महिला चिकित्सालय में। जिसको लेकर कारवाई के लिये महिला अस्पताल के सीएमएस ने पुलिस को पत्र भेजा है। मंगलवार को जिला अस्पताल परिसर में जल्दी अल्ट्रासाउंड कराने के नाम पर बस्ती जनपद के दुबौलिया निवासी महिला मरीज के पति सत्येंद्र सिंह से एक एप्रन पहने शख्स ने खुद को इंटर्न बताकर 200 रुपए वसूल लिया था।
किसी ने घटना का वीडियो बना लिया था। जल्दी अल्ट्रासाउंड न होने पर वाद विवाद के बाद महिला मरीज के तीमारदार ने कथित इंटर्न की पिटाई की थी। मामले के वायरल वीडियो और खबरों का संज्ञान लेकर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक में सीएमओ को एक सप्ताह के भीतर जांच कर आख्या उपलब्ध कराने का आदेश दिया था। जिसको लेकर सीएमओ ने महिला चिकित्सालय के सीएमएस से पूरे प्रकार की आख्या मांगी है। प्रकरण चर्चा में आने के बाद जब महिला और जिला अस्पताल के अधिकारियों ने पड़ताल शुरू की तो पता चला कि वीडियो में दिख रहा व्यक्त वर्तमान में दोनों में से किसी अस्पताल की सेवा में नहीं है। हालांकि अभिषेक पूर्व में एक्सरे विभाग में संविदा पर तैनात था, लेकिन उसकी सेवा समाप्त हो चुकी है।
तथ्य सामने आने के बाद शुक्रवार को महिला चिकित्सालय के सीएमएस डॉक्टर आरपी वर्मा ने नगर कोतवाली पुलिस को शिकायत भेजी है। लिखा है कि वायरल वीडियो में दिख रहा व्यक्त अक्सर महिला अस्पताल में घूमता दिखता है। आशंका है कि वह दलाली के लिए यहां घूमता रहता है। ऐसे में उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। प्रकरण में सीएमओ डॉ अजय राजा का कहना है कि डिप्टी सीएम के आदेश पर महिला चिकित्सालय के सीएमएस से प्रकरण की आख्या मानी गई है। आख्या मिलने के बाद टीम गठित कर जांच कराई जाएगी। सीएमएस महिला अस्पताल डॉक्टर आरपी वर्मा का कहना है कि आरोपी शख्स उनके अस्पताल में कार्यरत नहीं है।
संबंधित के खिलाफ कार्रवाई के लिए नगर कोतवाली पुलिस को पत्र भेजा गया है। वही जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर सीबीएन त्रिपाठी का कहना है कि प्राथमिक पड़ताल में आरोपी शख्स जिला अस्पताल में कहीं भी तैनात नहीं मिला है। उधर नगर कोतवाल शमशेर बहादुर सिंह का कहना है कि शिकायत के आधार पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।