-देश की 140 परंपराओं से जुड़े 4000 साधु-संतों समेत 2500 लोगों को भेजा जाएगा निमंत्रण
अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे भव्य राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। दोपहर 12 बजे से प्राण प्रतिष्ठा का अंतिम काल शुरू होगा और दोपहर 12ः45 बजे से एक बजे की बीच रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा हो जाएगी। समारोह में सर संघ चालक मोहन भागवत, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रहेंगी। समारोह में आमंत्रित अतिथियों को अपना आधार कार्ड लाना जरूरी होगा। ये जानकारी गुरुवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने कारसेवकपुरम स्थित भरतकुटी में पत्रकारों को दी। प्रधानमंत्री से मुलाकात करने के बाद अयोध्या पहुंचे चंपत राय ने कहा कि आयोजन के दौरान आने वाले अतिथियों को अपना प्रोटोकॉल छोड़ना होगा।
आने वाले साधु-संत अपने साथ कमंडल, चरण पादुका, छत्र भी परिसर में नहीं ले जा सकेंगे। उन्होंने बताया कि देश की विभिन्न पूजा पद्धतियों व 140 परंपराओं के करीब 4000 साधु-संतों को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित किया जाएगा। इसके अलावा वैज्ञानिक, सेवानिवृत्त न्यायाधीश, लेखक, कवि, डॉक्टर, सेना, पुलिस व प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारीगण, साहित्यकार, उद्योगपति, इंजीनियर, चार्टर्ड अकाउंटेंट, कलाकार, फिल्मकार, पूर्व राजदूत समेत करीब 2500 लोगों को समारोह में आने का निमंत्रण भेजा जाएगा। कहा कि सूची तैयार की जा रही है। प्रयास है कि समाज के हर वर्ग के प्रतिष्ठित और सम्मानित लोगों को आमंत्रित किया जाए। चंपत राय ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्राण प्रतिष्ठा की सभी पूजन विधि में शामिल होंगे। 22 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम का मुहूर्त काशी के विद्वान गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने निकाला है। पूरी पूजन विधि वाराणसी के लक्ष्मीकांत दीक्षित कराएंगे।
ट्रस्ट महासचिव चंपत राय ने बताया कि राममंदिर आंदोलन में शहीद हुए लोगों के परिवारीजनों को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में बुलाया जाएगा। इसमें अयोध्या के राजेंद्र पांडेय, वासुदेव गुप्ता व राजेंद्र धरकार, कोलकता के राम व शरद और जोधपुर के प्रो. महेंद्र अरोरा के साथ आया युवक सेठाराम माली आदि प्रमुख हैं। इसके साथ ही देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए शहीद हुए परमवीर चक्र विजेताओं के परिवार के लोगों को भी आमंत्रित किया जाएगा। राजनीतिक दलों के नेताओं को समारोह में आमंत्रित करने के सवाल पर चंपत राय ने कहा कि घर में लड़के के विवाह का निमंत्रण है, हमें अच्छी तरह से मालूम है कि किसको बुलाना है। हमारी विचारधारा को मानने वाले विभिन्न मित्र हैं, उन्हें हम आमंत्रित करेंगे।
उन्होंने कहा कि मीडिया जगत से जुड़े 100 पत्रकारों की सूची भी बनाई गई है। जिनमें विभिन्न चैनलों और अखबारों के मालिक, वरिष्ठ पत्रकार और राम मंदिर आंदोलन की शुरुआत से कवरेज करने वाले पत्रकार शामिल हैं। चंपत राय ने कहा कि समारोह में करीब एक किलोमीटर पैदल चलना होगा। ऐसे में ट्रस्ट की अपील है कि बुजुर्ग समारोह में न आएं। प्रधानमंत्री के जाने के बाद परिसर में मौजूद लोग रामलला के दर्शन कर पाएंगे। परिसर के बाहर रहने वाले लोग अगले दिन दर्शन कर पाएंगे। चंपत राय ने कहा कि समारोह में आमंत्रित किए जाने वाले प्रमुख लोगों में लालकृष्ण आडवाणी व मुरली मनोहर जोशी आदि का भी नाम है। मुझे लगता है कि बढ़ती उम्र और स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों के चलते ये लोग शामिल नहीं हो पाएंगे।